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गिरफ्तारी के बाद सलमान चिश्ती के तेवर नरम पड़े

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एस पी मित्तल,अजमेर

अजमेर पुलिस की नजर में आदतन अपराधी माने जाने वाला सलमान चिश्ती 5 जुलाई की रात को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद सलमान के तेवर नरम  पड़ गए हैं। सलमान ने दो दिन पहले एक वीडियो वायरल कर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या की धमकी दी थी। मीडिया में मामला उछलने के बाद सलमान रातों रात देश दुनिया में चर्चित हो गया। लेकिन सलमान की गिरफ्तारी के बाद अजमेर पुलिस ने भी राहत महसूस की। इस बीच ख्वाजा साहब की दरगाह के खादिमों की प्रतिनिधि संस्था अंजुमन सैयद जादगान अध्यक्ष गुलाम किबरिया और सचिव सरवर चिश्ती ने स्पष्ट कहा है कि भले ही सलमान चिश्ती खादिम हो, लेकिन उसके बयान से अंजुमन सहमत नहीं है। सलमान ने यह बयान अपने निजी स्तर पर दिया है। अंजुमन ने सलमान के बयान की निंदा भी की। सरवर चिश्ती का कहना रहा कि सलमान एक नशेड़ी किस्म का व्यक्ति है, इसलिए उसके बयान को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए। ख्वाजा साहब की दरगाह साम्प्रदायिक सद्भावना की मिसाल है। दरगाह से ऐसे गलत बयान नहीं दिए जाने चाहिए। इसमें कोई दो राय नहीं कि सलमान चिश्ती के बयान की निंदा कर अंजुमन ने एक सकारात्मक पहल की है। इस पहल का स्वागत किया जाना चाहिए। इसके साथ ही अजमेर पुलिस की पड़ताल में इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र वाहिद के मामले का भी सच सामने आ गया है। वाहिद की फेक आईडी से किसी शरारती तत्व ने उदयपुर के प्रकरण में विवादित मैसेज पोस्ट कर दिया था। इस पोस्ट के आधार पर ही पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की तो साच सामने आ गया। आदर्श नगर थानाधिकारी सुगन सिंह ने बताया कि स्वयं वाहिद से बात कर संतोष जताया है। थानाधिकारी का मानना है कि वाहिद का व्यवहार अच्छा है और विवादित पोस्ट उसके सोशल मीडिया अकाउंट से जारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस सोशल मीडिया पर पोस्ट होने वाली सामग्री पर नजर रखे हुए हैं। जिस व्यक्ति ने वाहिद की फेक आईडी से विदित पोस्ट डाली है उसका भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

सलमान का वीडियो न्यूज़ चैनलों पर क्यों?:

सवाल यह भी है कि सलमान चिश्ती के विवादित वीडियो को न्यूज चैनलों पर क्यों दिखाया जा रहा है? ऐसे संवेदनशील मौकों पर न्यूज चैनलों से भी सकारात्मक पहल की उम्मीद की जाती है। जब दरगाह के खादिमों की संस्था की ओर से सलमान चिश्ती के बयान की निंदा कर दी गई, तब वीडियो को न्यूज चैनलों पर नहीं दिखाया जाना चाहिए। माहौल को सुधारने की जिम्मेदारी न्यूज चैनलों की भी है। 

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