संजय सिंह की रिहाई आम आदमी पार्टी के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है क्योंकि केजरीवाल की पार्टी अपने सबसे बड़े संकट के दौर से गुजर रही है.सवाल ये है कि संजय सिंह तिहाड़ से बाहर आने के बाद क्या संकटमोचक की भूमिका अदा कर पाएंगे?
राज्यसभा सांसद संजय सिंह को जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी को लोकसभा चुनाव के दौरान एक तरह से संजीवनी मिली है। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन यानी पार्टी की टॉप लीडरशिप जेल में और ऐसे में लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान पार्टी को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। लेकिन अब बुधवार को संजय सिंह जमानत पर बाहर आ जाएंगे और उसके बाद चुनावी कैंपेन समेत संगठन की बड़ी जिम्मेदारी उन पर होगी। वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं, मंत्रियों और विधायकों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी के फेस अरविंद केजरीवाल ही रहेंगे, बेशक वह जेल में हैं। पार्टी उनके नाम पर ही चुनाव लड़ेगी।
आप के विधायकों व मंत्रियों ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की और कहा कि मुख्यमंत्री को जेल से ही सरकार चलानी चाहिए और इस्तीफा नहीं देना चाहिए। अभी संजय सिंह ILBS अस्पताल में भर्ती हैं और उनको बुधवार को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जैस्मिन शाह का कहना है कि संजय सिंह एक बहुत ही मजबूत नेता हैं और राज्यसभा के दौरान सबने देखा है कि मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ उन्होंने कितनी मजबूती के साथ अपनी आवाज बुलंद की थी। उन्होंने कहा कि दिल्ली, हरियाणा समेत गुजरात और देश के अन्य हिस्सों में संजय सिंह चुनावी कैंपेन को आगे बढ़ाएंगे और चुनावी रणनीतियों में भी उनकी अहम भूमिका होगी।
जैस्मीन ने कहा कि आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद दिल्लीवासियों और कार्यकर्ताओं में बहुत गुस्सा है और पूरी पार्टी एकजुट है। राजनीतिक मामलों के जानकार कहते हैं कि ऐसे समय में जब पार्टी की टॉप लीडरशिप जेल में है तो ऐसे समय में संजय सिंह का बाहर आना आप के लिए बहुत ही राहत की बात है। संजय सिंह को संगठन का अच्छा-खासा अनुभव है और वे संगठन की जिम्मेदारी बूखबी निभाते रहे हैं। इसके अलावा इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं के साथ उनके अच्छे संबंध हैं और गठबंधन के नेताओं के साथ सिंह की अहम मुलाकातें भी होंगी।
संजय सिंह के साथ-साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान भी इस अभियान में अहम भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा संदीप पाठक, सौरभ भारद्वाज, आतिशी समेत कई नेताओं की भी जिम्मेदारी बढ़ गई है।