अग्नि आलोक
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

हार्टप्रॉब्लम : पैरों में देखें साइलेंट’किलर कोलेस्ट्रॉल के लक्षण

Share

डॉ. प्रिया

     _कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होते हैं- लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन और हाई-डेंसिटी लिपोप्रोटीन. एलडीएल खराब कोलेस्ट्रॉल होता है, जिसके बढ़ जाने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक आने का संयोग बढ़ जाता है._

      सालों से कोलेस्ट्रॉल ने अपना नाम खराब करके रखा है. दिल की बीमारी, विशेष रूप से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के साथ इसका संबंध अत्यंत चिंताजनक बनाता है. हालांकि कोलेस्ट्रॉल ‘अपने आप में’ खराब नहीं है.

 *हाई LDL कोलेस्ट्रॉल है साइलेंट किलर :*

      अधिकांश समय में हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण माध्यम से प्रकट नहीं हो सकते हैं. हालांकि ब्लड वेसेल्स में एक पट्टिका का निर्माण कई अन्य बीमारियों को जन्म दे सकता है, जिससे संबंधित लक्षण हो सकते हैं.

      ब्लड वेसेल्स में फैट जमा होने से पर्याप्त ब्लड को धमनियों से गुजरना और फ्लो करना मुश्किल हो सकता है.

      इसे एथेरोस्क्लेरोसिस भी कहा जाता है. इसके अलावा कभी-कभी ये जमाव टूट सकते हैं और थक्का बना सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक हो सकता है.

*पैरों में मिलते हैं हाई कोलेस्ट्रॉल के संकेत :*

    धमनियों के सिकुड़ने और ब्लॉक होने से शरीर के निचले हिस्से खासकर पैरों में ब्लड का फ्लो कम हो सकता है, जिससे पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) नामक स्थिति पैदा हो सकती है, जो बहुत दर्दनाक हो सकती है.

        ठंडा और कैम्पिंग पैर हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है. अगर आपको कुछ संदेह होता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

*हाई कोलेस्ट्रॉल के अन्य संकेत व बचाव :*

       हाई कोलेस्ट्रॉल के अन्य लक्षणों में पैर सुन्न होना या कमजोरी, पैरों में कोई बहुत कमजोर नाड़ी, पैरों पर चमकदार स्किन, पैरों पर स्किन के रंग में बदलाव, पैर के नाखूनों का धीमा विकास, पैर की उंगलियों पर घाव.

        हाई कोलेस्ट्रॉल के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें सबसे ऊपर अनहेल्दी लाइफस्टाइल है.

      एक हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम करने से हाई कोलेस्ट्रॉल के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है. बहुत अधिक सैचुरेटेड या ट्रांस फैट खाने के बजाय हरी सब्जियों, हेल्दी और हाइड्रेटिंग फलों, फाइबर रिच अनाज आदि पर स्विच करें.

      शारीरिक रूप से एक्टिव रहें, भले ही इसमें 5 से 10 हजार कदम नियमित रूप से पूरा करना शामिल हो. इसके अलावा, धूम्रपान छोड़ें और शराब का सेवन कम करें.

      साथ ही, अपने खतरे को जानने के लिए नियमित जांच करवाएं और जानें कि आपको अधिक देखभाल और सावधानी बरतने की आवश्यकता है या नहीं.

script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

Follow us

Don't be shy, get in touch. We love meeting interesting people and making new friends.

प्रमुख खबरें

चर्चित खबरें