मीना राजपूत (कोटा)
_नियमित रूप से पैदल चलें। यह सर्वोत्तम व्यायाम है।अधिक समय तक स्टूल या कुर्सी पर झुककर न बैठें. शारीरिक श्रम से जी न चुराएँ। शारीरिक श्रम से मांसपेशियां पुष्ट होती हैं।एक सी मुद्रा में न तो अधिक देर तक बैठे रहें और न ही खड़े रहें।किसी भी सामान को उठाने या रखने में जल्दबाजी न करें।भारी सामान को उठाकर रखने की बजाय धकेल कर रखना चाहिए।ऊंची एड़ी के जूते-चप्पल के बजाय साधारण जूते-चप्पल पहनें।सीढिय़ां चढ़ते-उतरते समय सावधानी बरतें।कुर्सी पर बैठते समय पैर सीधे रखें न कि एक पर एक चढ़ाकर।अधिक ऊंचा या मोटा तकिया न लगाएं। साधारण तकिए का इस्तेमाल बेहतर होता है।_
घरेलू उपाय :
अजवाइन :
को तवे के ऊपर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें तथा ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। लगातार 7 दिनों तक यह प्रयोग किया जाए तो आठवे दिन से कमर दर्द में सौ फीसदी लाभ होता है।
जहां दर्द होता होता है हो वहाँ 5 मिनट तक गरम सेंक,और दो मिनट ठंडा सेंक देने से तत्काल लाभ पहुंचता है।सुबह सूर्योदय के समय 2-3 मील लंबी सैर पर जाने वालों को कमर दर्द की शिकायत कभी नहीं होगी। नियमित रूप से चक्रासन करें।
दालचीनी :
2 ग्राम दालचीनी का पावडर लेकर एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर दिन में दो बार लेते रहने से कमरदर्द में एकदम शांति मिलती है.
गरम वस्तुएं :
अगर कमर दर्द पुराना हो तो शरीर को गर्म रखें और गरम वस्तुएं ज्यादा खाए तो आपके लिए ज्यादा अच्छा होगा।
लहसुन : भोजन के अंदर पर्याप्त मात्रा में लहसुन का उपयोग करे। लहसुन कमर दर्द का एक अच्छा उपचार माना गया है।
गूगल :
गूगल कमर दर्द में अति उपयोगी घरेलू चिकित्सा है इसीलिए आधा चम्मच गूगल गरम पानी के साथ हमें हररोज सुबह-शाम सेवन करना चाहिए।
कालीमिर्च और लौंग :
चाय बनाने में 4 कालीमिर्च के दाने डाले साथ ही में 2 लौंग पीसकर और थौडा सा सूखे अदरक का पावडर भी मिलाए, अब दिन मे दो बार इस चाय को पीते रहने से कमर दर्द में एकदम लाभ होता है।
(चेतना विकास मिशन)