इस साल स्मॉल और मिडकैप शेयरों का दबदबा रहा है। दोनों ने 41 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। इस दौरान सेंसेक्स ने निवेशकों को सिर्फ 16.87 फीसदी का फायदा दिया है। आंकड़ों के मुताबिक, 22 दिसंबर तक बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 45.20 फीसदी और मिडकैप इंडेक्स 41.74 फीसदी बढ़ा है। 20 दिसंबर को स्मॉलकैप इंडेक्स रिकॉर्ड उच्च स्तर 42,648.86 पर पहुंच गया था। मिडकैप इंडेक्स ने भी 36,483.16 का रिकॉर्ड बनाया था। बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स ने भी 71,913 का सार्वकालिक उच्च स्तर बनाया।जानकारों का मानना है कि स्मॉलकैप में निकट समय में गिरावट आ सकती है। 28 मार्च को स्मॉलकैप ने 26,120 व मिडकैप ने 23,356 के साथ साल का निचला स्तर बनाया था। इस साल विदेशी निवेशकों ने बाजार में 1.62 लाख करोड़ का निवेश किया है।
- मिडकैप: 2021 में 39 फीसदी और 2022 में 1.80 फीसदी बढ़ा था।
- स्मॉलकैप: 2021 में 63 फीसदी और 2022 में 1.37 फीसदी मुनाफा दिया था।
- सेंसेक्स: 2021 में 22 फीसदी और 2022 में 4.44 फीसदी रिटर्न दिया था।
जानकारों का मानना है कि स्मॉलकैप में निकट समय में गिरावट आ सकती है। 28 मार्च को स्मॉलकैप ने 26,120 व मिडकैप ने 23,356 के साथ साल का निचला स्तर बनाया था। 20 मार्च को सेंसेक्स ने 57,085 का निचला स्तर बनाया था। इस साल विदेशी निवेशकों ने बाजार में 1.62 लाख करोड़ का निवेश किया है।