भोपाल. देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ हुए हेलीकॉप्टर हादसे में इकलौते घायल बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बुधवार को जिंदगी की जंग हार गए. उनका भोपाल से गहरा नाता था. इसलिए उनके निधन की खबर आने के बाद हर तरफ मातम पसर गया. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर दुख जाहिर किया है. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने कैप्टन वरुण सिंह के पिता से फोन पर बातचीत की है. कैप्टन वरुण का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की प्रतिमा स्थापित किए जाने को लेकर भी उन्होंने उनके परिजनों से चर्चा की है. इस पर सहमति बनने के बाद प्रतिमा स्थापित करने का फैसला किया जाएगा. दूसरी ओर, मध्य प्रदेश सरकार ने कैप्टन वरुण सिंह के परिजनों को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि देने का भी फैसला किया है. मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि कैप्टन वरुण सिंह साहस के प्रतीक थे. उनका परिवार पूरे देश का परिवार है.विज्ञापन
जानकारी के मुताबिक, शहीद वरुण सिंह की पार्थिव देह गुरुवार दोपहर करीब 2:45 बजे सेना के विमान से भोपाल आएगी. उनका श्रद्धांजलि कार्यक्रम एयरपोर्ट रोड सनसिटी कॉलोनी में रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह करीब 11:30 बजे भदभदा विश्राम घाट पर किया जाएगा. अंतिम संस्कार में शामिल होने परिवार के लोग उनके गृह जिले देवरिया (उत्तर प्रदेश) से भोपाल के लिए रवाना हो गए हैं.
दीपावली पर घर आए थे सिंह
गौरतलब है कि शहीद वरुण के पिता और सेना के रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भोपाल की सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं. ये कॉलोनी एयरपोर्ट रोड पर स्थित है और वरुण अक्सर यहां आते थे. फिलहाल, इस घर में कोई नहीं रहता. परिजनों और पड़ोसियों ने बताया कि वरुण केवल देश सेवा की ही बातें करते थे. वे बच्चों को सेना में जाने के लिए प्रेरित करत थे और उन्हें सेना के वीर जवानों के किस्से सुनाते थे. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह दीपावली पर भोपाल आए थे. उनके आने से सन सिटी कॉलोनी में हलचल बढ़ जाती थी. वे पड़ोसियों से और बच्चों से मुलाकात करते थे.