रीवा . समाजवादी जन परिषद के नेता अजय खरे ने कहा है कि भाजपा सरकार ने भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर रानी कमलापति कर दिया है , वहीं यह भारी विडंबना है कि जिस गिन्नौरगढ़ के किले में रानी रहती थीं , उस ऐतिहासिक धरोहर को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र होने के बावजूद नहीं बचाया जा सका है । श्री खरे ने कहा कि विरोधी दलों पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाकर हिंदु वोटों के ध्रुवीकरण की राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का जश्न मना रही है । उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक धरोहर बचाने की जगह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के गंदे खेल से शिवराज सरकार को बाज आना चाहिए । भोपाल के अंतिम नवाब हाफिज हमीदुल्लाह खान के रिश्तेदार हबीबुल्लाह ने सन 1979 में स्टेशन बनाने के लिए अपनी जमीन दान दी थी . इस योगदान को देखते हुए हबीबुल्लाह के सम्मान में स्टेशन का नाम हबीबगंज रखा गया था . अब इधर नाम बदलकर जलील करना , कृतघ्नता है . यदि हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलना देश हित में बेहद जरूरी था तो कम से कम उनके वंशजों से सहमति लेना चाहिये थी और उन्हें जमीन की वर्तमान बाजार दर के हिसाब से मुआवजा देना चाहिये . श्री खरे ने कहा कि नाम बदलने के पीछे भाजपाइयों का हिंदू-मुस्लिम खेल साफ-साफ दिखाई दे रहा है .भारी विडंबना है कि भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार के द्वारा एक धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाते हुए नाम परिवर्तन का यह सिलसिला पूरे देश में चलाया जा रहा है .
श्री खरे ने कहा कि लगभग आठ सौ साल पुराना गिन्नौरगढ़ क़िला रानी कमलापति की अंतिम निशानी रही है जो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में होने के बावजूद नष्ट होने के कगार पर है . 15 साल से चौहान मुख्यमंत्री हैं लेकिन अभी तक उन्हें इस किले के जीर्णोद्धार की सुध नहीं आई ., रानी कमलापति ने कोई जल समाधि, जल जोहार नही किया था, वरन अपना आखिरी वक्त इस किले में गुजारा था . बताया जाता है कि रानी कमलापति के देहांत के बाद गिन्नौरगढ़ जागीर पर मोहम्मद खान ने राज किया . गिन्नौरगढ़ के किले की खंडहर स्थिति देखकर यह पता चलता है कि सरकार कोई बुनियादी काम करने की जगह केवल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का गंदा खेल कर रही है . उक्त किला मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में स्थित है . इसी तरह मध्यप्रदेश के रीवा सहित अनेक जिलों में स्थित किले और ऐतिहासिक इमारतें हैं जो अपना अस्तित्व खो रही हैं लेकिन शिवराज सरकार को इनकी जरा भी परवाह नहीं है .
श्री खरे ने कहा कि लंबे समय से हबीबगंज स्टेशन वैसे भी देश के अच्छे स्टेशनों में गिना जाता रहा है . मोदी सरकार ने उसे निजी हाथों में सौंपकर यह बता दिया कि देश को पूंजीपति चलाएंगे . सरकार में बैठे लोग अब उनके पिट्ठू और दलाल होंगे जो पूंजीवाद को मजबूत करने का काम करेंगे और लोकतंत्र महज चुनावी दिखावा होगा . समाजवादी जन परिषद के नेता अजय खरे ने कहा कि देशभर में हो रहे सार्वजनिक संस्थाओं का निजीकरण एवं एक धर्म विशेष के लोगों के विरुद्ध सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का गंदा खेल हर हाल में रोका जाना चाहिए