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राजद की कार्यकारिणी बैठक में हंगामा:हंगामे के बाद श्याम रजक बेहोश

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पटना

दिल्ली में रविवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बवाल हो गया। लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक पर गाली-गलौज करने का आरोप लगाया और बैठक छोड़कर बाहर निकल गए। इस बवाल के बाद श्याम रजक की तबीयत अचानक खराब हो गई, वे बेहोश हो गए। उन्हें बिहार निवास से हॉस्पिटल ले जाया गया।

तेजप्रताप ने कहा- श्याम रजक ने हमें गंदी-गंदी गालियां दी। जब हमने कल कार्यक्रम और टाइमिंग के बारे में पूछा तो हमारे PA को और हमारी बहन को गाली दी। तेजप्रताप ने दावा किया कि उनके पास श्याम रजक से बातचीत का ऑडियो भी है। तेजप्रताप ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पूरे बिहार की जनता को सुनाने की बात कही। उन्होंने कहा- ऐसे भाजपाई और RSS वाले लोगों को संगठन से बाहर किया जाए। कोई गाली सुनने के लिए यहां बैठेगा क्या?

तेजप्रताप और रजक के बीच किस बात पर हुआ बवाल
इस बवाल के बीच एक ऑडियो सामने आया है। कहा जा रहा है कि इसमें श्याम रजक की आवाज है। इसमें वे किसी काम के लिए दूसरे शख्स से बात कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि मंत्री हो गया है, तो PA फोन कर रहा है। हम लोग भी मंत्री थे। हम डायरेक्ट बात करते थे, PA से बात नहीं करवाते थे। इसके बाद ऑडियो में एक आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया गया है।

श्याम रजक बोले- मैं पार्टी का मजदूर, चाहें तो निकाल दें
श्याम रजक ने कहा कि मैं पार्टी का मजदूर हूं। उनकी पार्टी है वे चाहें तो निकाल दें। मेरे भतीजे का निधन हो गया था। इसके बावूजद मैं पार्टी की बैठक में शामिल हुआ। बता दें, श्याम रजक बिहार सरकार के कई विभागों में मंत्री रह चुके हैं। दिल्ली की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारी में वे काफी दिनों से लगे थे।

तेजस्वी ने कहा- हो सकता है हम सबको खुश न रख पाएं
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि एक बात समझने की जरूरत है कि हो सकता है हम सब को खुश न रखें, हो सकता है कि हम भी सब से खुश न हों। लेकिन जो बड़ी लड़ाई है, सभी साथी है। हम लोग एक टीम हैं। मेरा उससे नहीं बनता, हमें आप पसंद नहीं, आपको हम पसंद नहीं। यह ह्यूमेन नेचर है, इसे बदला नहीं जा सकता।

हम सभी से हाथ जोड़कर कहेंगे कि एजेंडा को मत बदलिए। हम लोग एक बड़ी लड़ाई 2024 की लड़ने जा रहे हैं। हमको सभी का सहयोग चाहिए। हम देश को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। कहीं छोटी- मोटी बातें होने से पूरा एजेंडा ही चेंज हो जाता है। हमको डिफेंसिंग होना पड़ता है।

RJD की मीटिंग पार्टी के 14 राज्यों के प्रदेशाध्यक्ष शामिल हुए, हालांकि सीनियर लीडर जगदानंद इसमें शामिल नहीं हुए।

RJD की मीटिंग पार्टी के 14 राज्यों के प्रदेशाध्यक्ष शामिल हुए, हालांकि सीनियर लीडर जगदानंद इसमें शामिल नहीं हुए।

तेजस्वी बोले- लालू का बेटा विचारधारा से समझौता नहीं करेगा
तेजस्वी ने कहा कि देश को बचाने की बड़ी जिम्मेदारी राष्ट्रीय जनता दल पर है। हम लोगों के मन में लालच होता तो हम लोग पलट जाते, सिर झुका लेते, गुलामी करने लगते। फिर से CBI ने चार्जशीट किया है। ये लोग तो करते ही रहेंगे। लेकिन अपना पूरा जीवन सांप्रदायिक शक्तियों से लड़ने में बिता दी लालू जी ने। हमको आपको चुनाव से वंचित कर दिया जाए तो कैसा लगेगा, कितना असर पड़ेगा।

ED-CBI देश की सारी एजेंसियों का दुरुपयोग करेगा तो क्या हालत हो जाती है। खास तौर से हमारे पूरे परिवार पर ही मुकदमा चल रहा है। तरह-तरह की एजेंसियां लगी दी गईं। जब हम लोग बोलते थे तो कोई समझता नहीं था। अब भाजपा के खिलाफ जो पार्टी, नेता बोल रहे हैं। लालू प्रसाद ने विचारधारा से समझौता नहीं किया। उनका बेटा भी विचारधारा से समझौता नहीं करेगा।

लालू बोले- देश टूट रहा है, गलतफहमी में न रहें
बैठक में लालू यादव ने कहा, ‘मैंने 2014 में कहा था कि देश रहेगा या फिर टूट जाएगा। ये देश टूट रहा है। गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए। वे मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा पढ़ते हैं और इरिटेट करते हैं मुसलमानों को ताकि वे रिएक्ट करें। वे मस्जिदों पर भगवा ध्वज फहरा देते हैं।

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है।

दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है।

सीनियर लीडर जगदानंद ने बैठक से बनाई दूरी
इससे पहले बैठक से पार्टी वरिष्ठ नेता जगदानंद ने दूरी बना ली है। उनके बैठक में शामिल होने पर सस्पेंस बना हुआ है। तेजस्वी यादव ने कहा है जगदानंद ने नाराजगी जैसी कोई बात हमसे नहीं कही है। बैठक में वे शामिल होंगे कि नहीं ये निर्णय उनको लेना है। बेटे सुधाकर सिंह के इस्तीफे के बाद से लालू-तेजस्वी से उनकी नाराजगी चल रही है।

तेजस्वी यादव का यही बयान राजद के अंदर की राजनीति को समझने के लिए काफी है कि बैठक में शामिल होंगे कि नहीं निर्णय उनको लेना है। मतलब साफ है कि जगदानंद सिंह के पाले में गेंद डाल दी गई है। जगदानंद सिंह के बारे में एक बात सभी जानते हैं कि वे राजद में सिर्फ लालू प्रसाद को जानते हैं।

जगदानंद के बेटे सुधाकर मीटिंग में शामिल हुए
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जगदानंद सिंह के बेटे और मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह पहुंचे हैं। जगदानंद के बैठक में नहीं आने और उनकी नाराजगी के सवाल पर सुधाकर सिंह ने कहा कि वो पार्टी के बहुत छोटे कार्यकर्ता हैं। प्रदेश अध्यक्ष के नहीं आने के संबंध में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता ही बताएंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी से कोई नाराजगी नहीं है। लालू प्रसाद उनके नेता हैं और वो पार्टी की बैठक में शामिल होने के लिए आए हैं।

तीन राजनीतिक घटनाओं से जगदानंद से जुड़ी राजनीति को समझिए

1. एक अक्टूबर को बयान देने का पावर ले लिया गया
जगदानंद सिंह ने एक अक्टूबर को पार्टी की ओर से एक पत्र जारी किया था। उसमें कहा गया था कि ‘उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अलावा महागठबंधन और राज्य सरकार के नेतृत्व से संबंधित सवालों पर कोई नहीं बोलेगा। पत्र में उन्होंने कहा था कि- सभी सांसद, विधायक, पदाधिकारियों और नेताओं से आग्रह किया जाता है कि सरकार और नेतृत्व से संबंधित सवालों पर किसी टिप्पणी से परहेज करें।

विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ था कि गठबंधन, नेतृत्व और इससे जुड़े फैसलों और विषयों पर आधिकारिक बयान के लिए सिर्फ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही अधिकृत हैं।’

2. 29 सितंबर को जगदानंद सिंह के बयान से राजनीति गरमाई
इसके पहले 29 सितंबर को जगदानंद सिंह के एक बयान से राजनीति गरमा गई थी। उन्होंने दावा कर दिया था कि 2022 खत्म होने के बाद 2023 में तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने कहा था कि ‘हमें लगता है कि 2022 बीतने के बाद 2023 में नीतीश देश की लड़ाई लड़ेंगे और बिहार के भविष्य की लड़ाई तेजस्वी यादव के हाथ में सौंप देंगे।’

3. मंत्री पद से सुधाकर के इस्तीफे की घोषणा जगदानंद सिंह से करवाई, तो उन्होंने इसे बलिदान कह दिया
इसके बाद जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन कृषि मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सुधाकर ने कहा कि लालू प्रसाद के कहने पर उन्होंने इस्तीफा तेजस्वी को भेजा। बेटे के इस्तीफे की घोषणा पिता जगदानंद सिंह से राजद के प्रदेश अध्यक्ष के नाते करवाई गई। जगदानंद सिंह ने सुधाकर सिंह के इस्तीफे की घोषणा तो कि लेकिन साथ ही उन्होंने इसे बलिदान कहा। आगे यह भी कहा कि ‘कृषि मंत्री किसानों के हक में अपनी आवाज उठा रहे थे, लेकिन अंत में उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया, ताकि लड़ाई आगे नहीं बढ़े।’

पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक 10 अक्टूबर को
इस बार लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में हो रही है। 9 अक्टूबर को नई दिल्ली के NDMC कन्वेंशन सेंटर में निवर्तमान कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। जिसमें राष्ट्रीय परिषद की बैठक और पार्टी के खुले अधिवेशन में रखे जाने वाले प्रस्तावों पर चर्चा हुई।

10 अक्टूबर को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में राजद की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुने जा चुके लालू प्रसाद यादव को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके बाद नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की अध्यक्षता में खुला अधिवेशन होगा और राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा पेश प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। बता दें कि राजद की स्थापना काल से लेकर अब तक लालू प्रसाद ही राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। राजद की स्थापना 5 जुलाई 1997 को दिल्ली में हुई थी।

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