गत 27 अगस्त को जयपुर के जिस सवाई मान सिंह अस्पताल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हार्ट की एंजियोप्लास्टी हुई, अब उस अस्पताल के सीटी सर्जन विभागाध्यक्ष डॉ. राजकुमार यादव का कहना है कि मुख्यमंत्री के हार्ट की आर्टरी पहले से ब्लॉक थी, इसका कोविड के बाद उत्पन्न समस्याओं से कोई संबंध नहीं है। डॉ. यादव ने इस बात पर भी एतराज जताया कि मुख्यमंत्री के लिए गठित मेडिकल बोर्ड में सीटी सर्जरी के सर्जन को शामिल नहीं किया गया। जबकि एंजियोग्राफी से पहले की जांच में सीटी सर्जरी के सर्जन की भी राय ली जानी चाहिए। डॉ. यादव का यह बयान इसलिए महत्त्वपूर्ण है कि आर्टरी के ब्लॉक होने को खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पोस्ट कोविड की समस्या बताया था। सीएम ने सोशल मीडिया पर ब्लॉग पोस्ट कर कहा था कि कोविड होने के बाद से ही उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी का परिणाम है कि उन्हें हार्ट की एंजियोप्लास्टी करवानी पड़ी। सीएम ने कोविड वाले सभी नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील भी की। अस्पताल में मुख्यमंत्री का इलाज करने वाले चिकित्सकों का भी मानना रहा कि कोविड की वजह से सीएम को सांस लेने में तकलीफ हुई है। मुख्यमंत्री के लिए स्वास्थ्य जांच के जो प्रोटोकॉल बने हुए हैं उसमें समय समय पर जांच होती रहती है। सवाल उठता है कि क्या ऐसी जांच में लापरवाही बरती गई। डॉ. राजकुमार यादव हृदय रोग विशेषज्ञ हैं और हजारों मरीज आज डॉ. यादव के इलाज से ही जीवित हैं। डॉ. यादव की राय की अनदेखी नहीं की जा सकती है। अस्पताल के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी भले डॉ. यदाव की राय को अपरिपक्व बताएं, लेकिन जो मुद्दा डॉ. यादव ने उठाया है, वह गंभीर है। चूंकि यह मामला मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य से जुड़ा है, इसलिए चिकित्सकों को गंभीरता दिखानी चाहिए। पायलट जयपुर आए और बेंगलुरु चले गए:पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट 31 अगस्त को जयपुर आए। पायलट ने दोपहर बाद लोगों से मुलाकात भी की। तय कार्यक्रम के अनुसार पायलट एक सितम्बर को जयपुर एयरपोर्ट से बेंगलुरु चले गए। पिछले कई दिनों से पायलट दिल्ली में ही थे। अलबत्ता 31 अगस्त को राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीएम आर पहुंचकर सीएम गहलोत की कुशलक्षेम पूछी। राज्यपाल ने गहलोत के शीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना की। इस अवसर पर एसएमएस अस्पताल के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी भी सीएम के साथ थे। चिकित्सक की सलाह पर गहलोत इन दिनों सीएमआर में भी विश्राम कर रहे हैं। फिलहाल किसी भी मंत्री या अन्य प्रभावशाली व्यक्ति को सीएम से मुलाकात की अनुमति नहीं है।
एस पी मित्तल, अजमेर