कोमल कुमारी
हमारे मिशन के 51 व्हाट्सप्प ग्रुप हैं. इसी तरह अन्य ऐप्स पर भी ग्रुप्स हैं. हमने सिक्योरिटी के लिहाज़ा फीमेल्स के लिए अलग प्लेटफार्म बना रखे हैं. पोस्ट जो बनती है, वो सभी ग्रुप में एक साथ जाती है. मेल फीमेल सीमेल किन्नर कोई भी व्हाट्सप्प 99977 41245 पर कॉन्टेक्ट करके निःशुल्क सेवा/इलाज़ ले सकता है. फिर भी मेल पर्शन खुद को फीमेल बताकर फीमेल ग्रुप में घुसते हैं.
हम बहनों के लिए जैसी बेबाक पोस्ट देते हैं, वैसी पोस्ट का बेजा फायदा उठाने की नाकाम कोशिश करते हैं फेक भडुए_ लेकिन समय तो हमारा बर्बाद होता ही है.
बहनें तो हमारे मिशन से सबकुछ लेती हैं. नौ साल से लेकर साठ साल तक की उम्र वाली फीमेल्स पूज्यवर सर से मिलने के लिए वे-वेताब रहती हैं. अगर 35 बहने मिलकर उनका 5 दिन का प्रोग्राम अपने यहां फिक्स करती हैं तो ऐन वक्त तक संख्या 300 तक भी पहुंच जाती है. उनको हप्तों का समय बढ़ाना पड़ता है.
आज की फीमेल नामर्द का बोझ अपनी देह पर लादने को, उसका कचरा-वीर्य योनिमंदिर में डलवाने को हरगिज रेडी नहीं है. अब उसके कोम्प्रोमाइज – सेक्रेफ़ाइज करती रहने का जमाना लद चुका है.
अमीर इंडियन गर्ल्स और विदेश की गर्ल्स तो मानवश्री की एक रात लेने के लिए कितना भी धन देने को तैयार मिलती हैं. मगर वे निःशुल्क सुलभ हैं, उनके लिए भी. यह हमारी खुशकिस्मती है.
फेक भड़ुए उनका समय बर्बाद करते हैं. वे अपनी पत्नि की पिक और नाम यूज करते हैं या किसी भी काल्पनिक फीमेल की पिक और नाम.
ये हिज़ड़े साले सिर्फ़ चैट करके सर का समय खाना चाहते हैं. कॉल से बात नहीं करते. तमाम झूठ बोलते हैं : ज्वाइन्ट फेमली है, सब लोग आसपास हैं, कॉल करना बैन है, मेरा नंबर डायवर्ट किया गया है, पकड़ी जाऊंगी : ऐसे झूठ.
इन रंडी के पिल्लों को लगता है की ये दुनिया के सबसे बड़े होशियार हैं और हमसब महामूर्ख हैं.
मा बॉय जनकर उछली और ये कमीने गर्ल्स बनकर अपनी मा की कोख को कलंकित कर रहे हैं. जो औलाद अपनी मा तक को नहीं बख्शती वो हमारी, आपकी या किसी की भी क्या होगी. (चेतना-स्टेमिना विकास मिशन).
Add comment