कोलकाता। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से नबन्ना स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की. इसके बाद बंगाल के सियासी गलियारों में अटकलों और कयासों का दौर शुरू हो गया है. सूत्रों के मुताबिक सौरव गांगुली ने करीब आधे घंटे तक तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से बातचीत की.
ममता बनर्जी और सौरव गांगुली के बीच ये बैठक लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले हुई है. हालांकि सौरव गांगुली ने फिलहाल इस बात का संकेत नहीं दिया है कि वह राजनीति में शामिल होंगे या नहीं.
पिछले साल सितंबर में सौरव गांगुली इन्वेस्टर्स समिट के लिए ममता बनर्जी के साथ स्पेन गए थे. ऐसी अटकलें थीं कि वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, लेकिन पूर्व क्रिकेटर ने इन अटकलों का खंडन कर दिया था. सौरव ने कहा था कि मैं एक साधारण व्यक्ति हूं, कोई विधायक या सांसद नहीं हूं. मेरा राजनीतिक से कोई लगाव नहीं है.
बता दें कि सौरव गांगुली ने पिछले महीने बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से मुलाकात की थी. दोनों के बीच ये मुलाकात साल्ट लेक स्थित अपोलो हॉस्पिटल में हुई थी. दरअसल सुकांत मजूमदार संदेशखाली मुद्दे के खिलाफ भाजपा के धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करते समय घायल हो गए थे. संयोग से सौरव गांगुली की मां भी कोलकाता के अपोलो अस्पताल में ही भर्ती थीं. उनको देखने पहुंचे सौरव ने सुकांत मजूमदार से भी मुलाकात की थी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से उनकी मुलाकात के बाद बंगाल के सियासी गलियारों में एक बार फिर तरह-तरह की अटकलें शुरू हो गई थीं. सुकांत के बाद अब सौरव ने ममता से मुलाकात की है.
हालांकि ऐसी अफवाहें भी थीं कि 2022 में गृहमंत्री अमित शाह सौरव गांगुली के कोलकाता स्थित आवास पर पहुंचे थे, तो कहा जा रहा था कि गांगुली अब बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन पूर्व क्रिकेटर ने तब भी अफवाहों का खंडन किया था. बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं. बात पिछले लोकसभा चुनाव की करें तो 2019 में टीएमसी ने 22 सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी के खाते में 18 और कांग्रेस के खाते में महज 2 सीटें आई थीं.