*181* पर फर्जी कंप्लेंट के शिकायत नंबर हुए थे लीक ,अब अफसरों में जांच के बाद हुई कार्रवाई कि लॉबिंग शुरू…
*सोनू पवार
इन्दौर -* हवा बंगला झोन के बहुचर्चित सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी शिकायतों के फर्जीवाड़े में लिप्त जांच में दोषी निकले नर्मदा जलप्रदाय विभाग में पदस्थ उपयंत्री अभिषेक हार्डिया के तबादले की सुगबुगाहट तेज हो गई है। फर्जीवाड़े के मुख्य मुखिया अभिषेक अपने ट्रांसफर की खबर कि हलचल से परेशान हैं। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो तत्कालीन निगमायुक्त और वर्तमान प्रभारी कलेक्टर प्रतिभा पाल ने अभिषेक को हटाने की करवाई तेज कर दी है। हालांकि अब भी जांच में मुख्य भूमिका निभाने वाली जलप्रदाय का कार्यभार देख रही अपर आयुक्त भव्या मित्तल और शहर कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव को पाल कि हरी झंडी का इंतजार है… पड़ताल के दौरान यह बात भी सामने आई है,कि अपने ऊपर हो रही कार्रवाई से बचने के लिए अभिषेक खूब उठापटक कर रहा है। वही दूसरी और लंबे समय से उपयंत्री अभिषेक हार्डिया की प्रताड़ना का शिकार हो रहे अभिषेक के अधीनस्थ कार्यरत कर्मचारियों को जल्द ही राहत मिलती दिख रही है, हाल फिलहाल तो यह खबर ही उन्हें राहत दे रही हैं। कि अभिषेक के ट्रांसफर को लेकर कार्रवाई मुख्यालय में चल रही हैं।
*¶ उपयंत्री के तबादले और कर्मचारियों के वेतन कटौती कि सुगबुगाहट भी तेज*
सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी शिकायतों के मामले में लिप्त उपयंत्री अभिषेक हार्डिया के दबाव में ही सही फर्जी शिकायतें करने वाले कर्मचारी रवि पटेल, मनोज गरनाल ,धर्मेंद्र देवड़ा सहित अन्य कर्मचारियों के वेतन पर कटौती की कैंची चलने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। इसकी जानकारी मात्र से ही नर्मदा जलप्रदाय के निगम कर्मचारियों में खलबली मच गई है।
*¶ वेतन कटौती के साथ वसूली भी होगी*
निगम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेतन में कटौती ही नहीं कर्मचारियों से वसूली की भी तैयारी है। ऐसे में निगम के पास हजारों रुपये वापस आने की उम्मीद है।
*¶ तत्काल करना होगा कार्यमुक्त*
राज्य सरकार ने भी कई बार स्पष्ट कर दिया है, कि तबादला आदेश जारी होने के तत्काल बाद ही संबंधित अधिकारी कर्मचारी को कार्यमुक्त कर दिया जाए। ऐसा न करने पर संबंधित प्रभारी अधिकारी को इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा। अब देखना यह होगा इस आदेश का भी अभिषेक के ट्रांसफर आदेश के बाद कितना पालन होता है।