इंदौर
सुल्ली डील्स ऐप केस में दिल्ली पुलिस 25 साल के ओंकारेश्वर ठाकुर को इंदौर से अरेस्ट कर साथ ले गई है। पुलिस ने ओंकारेश्वर को सुल्ली डील्स ऐप का क्रिएटर और मास्टरमाइंड बताया है। ओंकारेश्वर का परिवार न्यूयॉर्क सिटी (इंदौर) में रहता है। उसके पिता अखिलेश ठाकुर ने कहा कि बेटे को फंसाया जा रहा है। दिल्ली पुलिस की टीम जब घर आई तो बेटे ने कहा था, अगर वह गलत है तो उसे फांसी पर लटका देना। ओंकारेश्वर अपने कॉलेज के दिनों में वेबसाइट्स हैक किया करता था। अब वह महिलाओं की बोली लगाने लगा।
ओंकारेश्वर के पिता ने बताया कि दिल्ली साइबर सेल से दो पुलिसकर्मी आए थे। बेटे के अलावा मोबाइल और लैपटॉप भी साथ ले गए। शनिवार शाम 7 बजे की फ्लाइट से उसे दिल्ली लेकर गए हैं। पुलिस की टीम जब घर पहुंची थी तो वह घर पर नहीं थे। ऑफिशियल काम से नागदा गए थे। आज सुबह दिल्ली पुलिस की टीम ने बेटे से मेरी बात करवाई है। वह ठीक है। कहीं से भी वह गलत नहीं है। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल और लैपटॉप से कई खुलासे हो सकते हैं। पुलिस दिल्ली ले जाकर इनकी जांच कराएगी।
DCP केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि ओंकारेश्वर ठाकुर मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल कर बदनाम करने के लिए बनाए गए ट्विटर पर ट्रेड ग्रुप का सदस्य था। ग्रुप में मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने को लेकर बहस होती थी। उनकी फोटो अपलोड कर नीलामी लगाई जाती थी। उसने इंदौर की IPS एकेडमी से BCA किया है। दिल्ली पुलिस ने जुलाई 2021 में FIR दर्ज की थी।
बुली बाई ऐप के क्रिएटर के बाद सुल्ली डील्स में गिरफ्तारी
कुछ रोज पहले बुली बाई ऐप के क्रिएटर नीरज विश्नोई (21 साल) को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नीरज ने बताया था कि भारत और पाकिस्तान दोनों के स्कूलों और यूनिवर्सिटीज की वेबसाइट हैक करने की आदत थी। वह पिछले साल जुलाई में GitHub (गिटहब वह जगह है, जहां 73 मिलियन से अधिक डेवलपर्स एक साथ सॉफ्टवेयर के भविष्य को आकार देते हैं।) पर होस्ट किए गए ‘सुल्ली डील्स’ ऐप के क्रिएटर के संपर्क में आया था। नीरज ने पूछताछ में बताया कि उसने सुल्ली डील्स को कॉपी किया था। उसके कोड और ग्राफिक्स को एडिट करके ठीक वैसा ही ऐप बना लिया। गिफ्ट हब अकाउंट और ऐप को नवंबर 2021 में बनाया था। इसके बाद ही सुल्ली बाई केस में ओंकारेश्वर को पकड़ा गया।
सुल्ली डील्स ऐप के क्रिएटर और मास्टरमाइंड के आरोप में गिरफ्तार किए गए ओंकारेश्वर ठाकुर का घर इंदौर स्थित घर।
बुली बाई ऐप का MP कनेक्शन
तीन दिन पहले पकड़ा गया बुली बाई ऐप का मास्टरमाइंड नीरज विश्नोई भोपाल के सीहोर से बीटेक कर रहा था। बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) फर्स्ट ईयर में 7.8 CGPA से पास हुआ था। वह वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) के सीहोर कैंपस में सेकेंड ईयर का स्टूडेंट था। यूनिवर्सिटी ने उसे सस्पेंड कर दिया है। नीरज असम के जोरहाट में एक कोराबारी का बेटा है। असम में बसने से पहले वह अपने माता-पिता और दो बहनों के साथ नागौर, राजस्थान में रहता था। नीरज परिवार में इकलौता बेटा और सबसे छोटा है।
क्या है बुली बाई और सुल्ली बाई ऐप केस
बुली बाई और सुल्ली बाई ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी बोली लगाई जाती थी। मामले में दिल्ली और मुंबई पुलिस अब तक चार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें से एक उत्तराखंड की रहने वाली 18 साल की श्वेता सिंह है। श्वेता सिंह एक अन्य आरोपी के साथ बुली बाई ऐप को कंट्रोल करती थी। उसने ही ऐप का ट्विटर हैंडल भी बनाया था। उसके 20 वर्षीय दोस्त मयंक रावत और 21 वर्षीय विशाल कुमार झा को भी गिरफ्तार किया गया है। चौथा आरोपी और मास्टरमाइंड नीरज विश्नोई है।