स्टॉकहोम। स्वीडन ने एक बार फिर मुस्लमानों की पवित्र किताब कुरआन को जलाने की इजाजत देने से इलाके में तनाव फैल गया है। एक एजेंसी के अनुसार, दक्षिणी स्वीडन की माल्मो पुलिस ने शुक्रवार को कुअरान जलाने के कार्यक्रम को ऐसे समय में मंजूरी दी गई है जब स्वीडन का माल्मो शहर यूरोविजन सप्ताह गीत प्रतियोगिता के आयोजन की मेजबानी कर रहा है।
मीडिया के अनुसार प्रदर्शन को आयोजित करने वाले आयोजकों का इस तरह के कार्यक्रम करने का इतिहास रहा है। इसके अलावा पुलिस के सामने शनिवार को कुरआन जलाने की मंजूरी देने के लिए एक और आवेदन मिला है, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। स्वीडन में इसके पहले ही कुरआन जलाए जाने की घटनाएं हुई हैं, जिसने कई मुस्लिम देशों के साथ स्टॉकहोम के संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया है।
स्कैंडिनेवियाई देशों स्वीडन और डेनमार्क में इस तरह के प्रदर्शनों को अभियव्यक्ति की आजादी के तहत मान्यता है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप मुस्लिम देशों में इसके खिलाफ प्रदर्शन और राजनयिक मिशनों को खतरे का सामना करना पड़ा है। इसके बाद डेनमार्क ने पिछले दिसम्बर में एक कानून को मंजूरी दी थी, जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर कुरआन की प्रतियां जलाने को प्रतिबंधित कर दिया गया था। स्वीडन भी ऐसे कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है जो पुलिस को राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के आधार पर इस तरह के विरोध प्रदर्शन को रोकने ताकत देगा। इस बीच इजरायल ने माल्मो में इजरायली और यहूदियों पर खतरा बताते हुए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इजरायल ने चेतावनी में शहर में अरब आप्रवासियों की आबादी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि माल्मो को इजरायल विरोधी शहर के रूप में जाना जाता है।