सैटेलाइट नेटवर्क पर हर देश की नजर है। अभी एलन मस्क की कंपनी SpaceX इस पर काम कर रही है। साथ ही सुपरफास्ट इंटरनेट लाने पर भी पहले से ही काम कर रही है। लेकिन ये खबर एलन मस्क को थोड़ा परेशान कर सकती है और भारत के नजरिये से भी बेहतर हो सकती है। क्योंकि ताइवान अब सैटेलाइट नेटवर्क पर काम कर रहा है। आज हम आपको इस नेटवर्क के बारे में तो जानकारी देंगे ही, साथ ही बताएंगे कि आखिर ताइवान ने ऐसा कदम क्यों उठाया ?
क्यों अपना सैटेलाइट नेटवर्क बना रहा ताइवान?
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में एलन मस्क की कंपनी ने नेटवर्क प्रोवाइड करने का काम किया था। इस बीच ताइवान बहुत सारे साइबर अटैक का सामना कर चुका है। इसके अलावा चीनी सेना के द्वारा भी एयरस्पेस बनाया गया है। इन सबके बीच वह काफी मुश्किलों का सामना कर रहा था। यही वजह है कि ताइवान ने अपना सैटेलाइट नेटवर्क स्थापित करने का फैसला किया, जिससे वह ऐसे हमलों से बच सके।
एलन मस्क की कंपनी का दबदबा-
इसमें कोई दोराय नहीं है कि अभी सैटेलाइट नेटवर्क में एलन मस्क की कंपनी SpaceX का दबदबा है। वह चीन के अभी करीबी भी हैं। शंघाई में उन्होंने टेस्ला प्लांट लगाने का भी फैसला किया है। इस वजह से भी ताइवान ने SpaceX से दूरी बनाने का फैसला किया है। वह अपना खुद का सैटेलाइट नेटवर्क स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं। बीते पांच साल में एलन मस्क ने हजारों सैटेलाइट भी लॉन्च की हैं।
भारत को कैसे होगा फायदा?
सैटेलाइट नेटवर्क के लिए कहा जा सकता है कि ये हर देश के लिए बहुत जरूरी है। Jio की तरफ से भी इस पर काम किया जा रहा है। लेकिन अभी तक भारत सिर्फ एलन मस्क पर ही निर्भर था। अब ताइवान की एंट्री के बाद भारत के पास भी विकल्प बढ़ गया है। यानी ये भारत के लिए एक पॉजिटिव खबर भी है। हालांकि अभी ये देखना बाकि है कि ताइवान इसमें कितना कामयाब होता है?