भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में सात विकेट से जीत हासिल की। गुरुवार (चार जनवरी) को मैच के दूसरे दिन टीम इंडिया ने 79 रन के लक्ष्य को तीन विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया। उसने पहली बार केपटाउन के न्यूलैंड्स ग्राउंड पर टेस्ट मैच में जीत हासिल की है। 31 साल तक भारत को इस जीत के लिए इंतजार करना पड़ा।रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया को पहले मैच में पारी और 32 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। केपटाउन में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनके सामने मेजबान टीम पस्त हो गई।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच टीम इंडिया ने सात विकेट से अपने नाम किया। इस मैच में जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज 1-1 से ड्रॉ करा ली। सीरीज का पहला मैच दक्षिण अफ्रीका ने पारी और 32 रन से जीता था। इस मैच में जीत के साथ ही रोहित शर्मा दक्षिण अफ्रीका में सीरीज ड्रॉ कराने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बन गए। इससे पहले 2011 में महेंद्र सिंह धोनी ने अफ्रीका में सीरीज ड्रॉ कराई थी। भारत ने 31 साल के इतिहास में पहली बार केपटाउन में कोई टेस्ट मैच जीता है।
रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया को पहले मैच में पारी और 32 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। केपटाउन में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। उनके सामने मेजबान टीम पस्त हो गई। रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में वह कर दिखाया जो मोहम्मद अजहरुद्दीन, राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे कप्तान नहीं कर पाए। इनमें से किसी को भी बतौर कप्तान यहां जीत नहीं मिली।
दूसरी बार दक्षिण अफ्रीका में सीरीज ड्रॉ
भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के मैदान पर दूसरी बार टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने में सफल रही। पिछली बार 2010-11 में ऐसा हुआ था। तब महेंद्र सिंह धोनी कप्तान थे। टीम इंडिया पहले टेस्ट में हारने के बाद दूसरा जीती थी और तीसरा मुकाबला ड्रॉ रहा था। अब रोहित शर्मा वहां सीरीज ड्रॉ कराने वाले दूसरे कप्तान बन गए।
मैच में क्या हुआ?
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। उनका निर्णय गलत साबित हुआ। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 55 रन पर ही सिमट गई थी। उसके बाद भारत 153 रन पर ऑलआउट हो गया था। दोनों टीमों की पहली पारी मैच के पहले दिन ही समाप्त हो गई थी। मुकाबले के दूसरे दिन मेजबानों ने दूसरी पारी में 173 रन बनाए। इस तरह भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला। उसने तीन विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया।
9.4 ओवर में द. अफ्रीकी स्कोर पार किया
शुरुआत भारत की भी अच्छी नहीं रही। यशस्वी (0) को रबादा ने बोल्ड किया, लेकिन रोहित ने तेजी से रन बनाए। भारत ने सिर्फ 9.4 ओवर में द. अफ्रीकी स्कोर को पार कर लिया। उन्होंने गिल के साथ 55 रन की साझेदारी निभाई। यहां रोहित 39 रन बनाकर बर्गर का शिकार बने। गिल ने विराट के साथ 33 रन की साझेदारी, लेकिन बर्गर ने उन्हें भी 36 रन पर आउट किया। बर्गर ने इसके बाद श्रेयस (0) को भी आउट कर दिया। बावजूद इसके चायकाल तक भारत चार विकेट पर 111 रन बनाकर मजबूत स्थिति में था। कोहली 20 और राहुल 0 पर थे।
चायकाल के बाद एकदम से बिखरी भारतीय टीम
चायकाल के बाद वह घटा तो भारत के साथ कभी नहीं हुआ। कोहली और राहुल स्कोर 153 रन तक ले गए। पहले नगीदी ने राहुल (8) को आउट किया। उसके बाद उन्होंने इसी ओवर में अश्विन की जगह खेल रहे रविंद्र जडेजा (0), जसप्रीत बुमराह (0) को आउट किया। रबादा ने अगले ओवर में कोहली (46) को आउट किया। इसके बाद सिराज रन आउट हो गए। अगली ही गेंद पर उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा को आउट कर पारी 153 रन पर समेट दी। रबादा, नगीदी, बर्गर ने तीन-तीन विकेट लिए।
एल्गर ने खेली अंतिम पारी, कोहली ने लगाया गले
द. अफ्रीका को दिन में दूसरी बार बल्लेबाजी करने का मौका मिला और कप्तान डीन एल्गर का पहले ही दिन बतौर बल्लेबाज टेस्ट कॅरिअर समाप्त हो गए। एल्गर और मार्करम ने दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत दी। दोनों ने 37 रन जोड़े, लेकिन एल्गर 12 रन बनाने के बाद मुकेश की गेंद पर कोहली को कैच दे बैठे। सुबह उन्होंने 4 रन बनाए थे। पवेलियन लौटते वक्त एल्गर को कोहली ने गले लगाया। ज्यादातर भारतीय खिलाडिय़ों ने उनकी पीठ ठोकी। पूरा स्टेडियम और द. अफ्रीकी डे्रसिंग रूम उनके अभिवादन में खड़ा हो गया।
मार्करम के शतक ने बढ़ाया भारत का इंतजार
मैच के पहले दिन 23 गिरने के बाद दूसरे दिन नतीजा आना तय था। पहली पारी में 98 विकेट लेने के बाद भारत की जीत भी लगभग तय दिख रही थी। हालांकि, दूसरे दिन एडेन मार्करम के शतक ने भारत का इंतजार बढ़ा दिया। अफ्रीकी बल्लेबाज ने 103 गेंद में 106 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 176 तक ले गए। उनके अलावा टीम के तीन बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू पाए। 12 रन बनाने वाले डीन एल्गर टीम के दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर थे। उनके अलावा बेडिंगहम और मार्को यानसेन ने 11 रन का योगदान दिया।
बुमराह ने किया कमाल
मैच की दूसरी पारी में भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने छह विकेट झटके। उनके अलावा मुकेश कुमार को दो विकेट मिले। सिराज और कृष्णा के हाथ एक-एक सफलता लगी। बुमराह ने छह विकेट लेने के साथ कई रिकॉर्ड बनाए। वह अफ्रीकी धरती पर तीन बार पांच विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय बने। उनसे पहले जवागल श्रीनाथ ने ऐसा किया था। अफ्रीकी धरती पर विकेट लेने के मामले में भी वह मोहम्मद शमी को पीछे छोड़ते हुए तीसरे स्थान पर पहुंच गए। बुमराह के नाम 38 विकेट हैं। श्रीनाथ 40 विकेट और कुंबले 45 विकेट उनसे आगे हैं।
भारतीय बल्लेबाजों ने नहीं की देरी
मैच की चौथी पारी दूसरे दिन दूसरे सत्र के साथ शुरू हुई। भारत के सामने जीत के लिए 79 रन का लक्ष्य था और भारतीय बल्लेबाजों ने ज्यादा समय नहीं लिया। रोहित और यशस्वी ने पहली गेंद से ही आक्रामक बल्लेबाजी की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 34 गेंद में 44 रन की साझेदारी की। यशस्वी 23 गेंद में 28 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन तब तक आधा काम हो चुका था। इसके बाद शुभमन गिल भी आउट हुए, लेकिन रोहित और कोहली भारत को जीत के करीब ले गए। अंत में विराट कोहली भी आउट हो गए, लेकिन श्रेयस ने विजयी रन बनाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।