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तेजा दशमी: ना ढोल-ढमाके ना मेले, यूं मनाई तेजा जयंती

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देपालपुर निप्र। तेज बारिश के बीच नगर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में गुरुवार को तेजा दशमी मनाई गई। ग्रामीण इलाके के कई श्रद्धालु तेजाजी महाराज के निशान को दोपहिया – चारपहिया वाहन पर लेकर आए और थान पर निशान चढ़ाएं यह सिलसिला सुबह दस बजे से प्रारंभ होकर देर शाम तक चलता रहा। कोरोना गाइडलाइंस के चलते तेजाजी के थान पर पारम्परिक मेले नहीं लगे। लोगों ने नारियल, खीर, चूरमे, पुए-पकवान, पासली का भोग लगाकर घर-परिवार में खुशहाली की कामना की। नगर में भी कई लोगों ने तेजाजी के थान पर निशान भी चढ़ाए। भाद्रपद शुक्ल पक्ष दशमी लोक देवता तेजाजी की जयंती मनाई गई। सरकार की कोविड-19 गाइडलाइन के चलते तेजा थान पर पारम्परिक मेले नहीं भरे। देपालपुर में चमन चौराहा स्थित तेजाजी के थान पर नारियल, माला, अगरबत्ती, खीर, चूरमे, पुए-पकवान का भोग लगाया गया। 
ना ढोल ढमाके ना जुलूस

लगातार दूसरे साल ढोल-ढमाकों से शोभायात्रा और जुलूस के नजारे नहीं दिखेंगे। तेजाजी के निशान का जुलूस निकला जाता था। क्षेत्र के अन्य भागों में भी शोभायात्रा और निशान का जुलूस निकलता था। कई लोग छोटे और बड़े निशान लेकर पहुंचे। उन्हें श्रद्धालु द्वारा थान पर चढ़ाया गया।

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