इंदौर। प्राधिकरणदेवी अहिल्या विश्वविद्यालयकी 125 करोड़ रुपए मूल्य की 7 बिल्डिंगों का निर्माण करने जा रहा है। इस संबंध में विश्वविद्यालय और प्राधिकरण के बीच बैठक के बाद सारी प्रक्रिया पूरी हो गई। दो साल में इन बिल्डिंगों का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए प्राधिकरण जल्द ही टेंडर जारी करेगा। साथ ही बदले में उसे 3 फीसदी प्रशासकीय व्यय डिपॉजिट वर्क के रूप में प्राप्त होगा। पूर्व में भी प्राधिकरण आरटीओ सहित कई बिल्डिंगों का इसी तरह निर्माण कर चुका है। यहां तक कि बायपास पर स्टील की रैलिंग लगाने का काम भी एनएचआई ने उसे सौंपा, तो लोक निर्माण विभाग, परिवहन, स्वास्थ्य सहित कई प्रशासकीय बिल्डिंगों का निर्माण बी प्राधिकरण ने किया है।
कुछ साल पहले प्राधिकरण ने नए कलेक्टर कार्यालय यानी प्रशासनिक संकुल का निर्माण भी किया था। दरअसल, सरकारी जमीनों के बदले प्राधिकरण को जो राशि देना थी उसके एवज में यह संकुल निर्मित किया गया, जिस पर 35 से 40 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई। इसी तरह प्राधिकरण द्वारा कुछ वर्ष पूर्व नायतामूंडला में परिवहन विभाग की बिल्डिंग निर्मित की गई, जो कि नए आरटीओ के नाम से जानी जाती है। वहीं शिक्षा विभाग ने भी सीएम राइज स्कूलों के निर्माण का जिम्मा डिपॉजिट वर्क के रूप में ही प्राधिकरण को सौंपा है। फिलहाल प्राधिकरण इन चार सीएम राइज स्कूलों का निर्माण नंदानगर, मूसाखेड़ी, शिव नगर और पाल कांकरिया में कर रहा है। इसी कड़ी में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी 7 बिल्डिंगों के निर्माण का ठेका प्राधिकरण को सौंपने का निर्णय लिया। सीईओ रामप्रकाश अहिरवार का कहना है कि लगभग 125 करोड़ रुपए की लागत से इन बिल्डिंगों का निर्माण किया जाएगा, जिसकी ड्राइंग-डिजाइन भी तैयार हो चुकी है। मेहता एंड एसोसिएट द्वारा यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।