,मुनेश त्यागी
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
वादे और नारे
जुमलो में बदल गए हैं।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
किसान सड़कों पर आ गए और
700 किसान मारे गए।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
मजदूरों से उनके अधिकार छीन कर
उन्हें आधुनिक गुलाम बना दिया गया है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
अपने मित्रों के क़र्ज़ माफ कर
बैंकों को प्राइवेट करने की मुहिम जारी है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
दो करोड़ रोजगार की बात की गई थी और
अब करोड़ों बेरोजगार सड़कों पर आ गए हैं।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
भुखमरी में भारत बांग्लादेश और
पाकिस्तान से भी ऊपर आ गया है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
रेलवे एयरपोर्ट और
सरकारी सम्पत्तियों को बेचा जा रहा है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
स्टील की कीमत ₹3600 से
बढ़कर ₹6000 हो गई है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
गरीबी की रेखा 40 करोड
से बढ़कर 80 करोड़ हो गई है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
सरसों का तेल ₹70 से
बढ़कर ₹200 हो गया है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
पेट्रोल की कीमत ₹60
से बढ़कर ₹100 हो गई है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
गैस का सिलेंडर 450 की
बजाय 1000 का हो गया है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
देश की सरकारी संपत्तियां
कोडियों के दाम बेची जा रही हैं।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
हिंदू मुस्लिम के नाम पर
जनता में नफरत बढायी जा रही है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
भारत का अधिकांश मीडिया
पूंजीपतियों का गुलाम बन गया है।
यह वही कमल का फूल है
जिसका बटन दबाने से
जजों की नियुक्ति में
सरकार का हस्तक्षेप बढ़ गया है।