मध्य प्रदेश के राजगढ़ में नर्सिंग महाविद्यालय के भूमि पूजन में जमकर बवाल मच गया। वहां पहुंचे जिला पंचायत अध्यक्ष धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि शिलापट्ट पर उनका नाम नहीं है। वे मंच के सामने ही धरने पर बैठ गए। कलेक्टर और मंत्री उन्हें मनाने लगे।जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रोटोकॉल का पालन नहीं होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सौंधिया ने कार्यक्रम स्थल पर ही धरना दे दिया। वे मंच के सामने जमीन पर बैठ गए।
दरअसल, मंगलवार को धनवंतरी जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में जिला अस्पताल में नर्सिंग महाविद्यालय का भूमि पूजन किया जाना था। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थे। लेकिन जब जिला पंचायत अध्यक्ष मंच पर पहुंचे तो उन्हें शिलापट्ट पर अपना नाम नहीं मिला। इस बात से वे बेहद नाराज हो गए और उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
प्रोटोकॉल का हुआ उल्लंघन
जिला पंचायत अध्यक्ष का आरोप है कि कार्यक्रम में प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। शिलापट्ट पर उनका नाम नहीं होने से उन्हें अपमानित महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष का पद भी महत्वपूर्ण होता है और उन्हें भी उचित सम्मान दिया जाना चाहिए।
मंत्री और कलेक्टर ने लगे मनाने
इस घटना के बाद मछुआ कल्याण एवं मत्सय विभाग राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार और राजगढ़ कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा ने जिला पंचायत अध्यक्ष को मनाने का प्रयास किया। वे दोनों उनका हाथ पकड़कर उन्हें मंच पर ले गए।
कांग्रेस ने दिया ज्ञापन
कांग्रेस ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर इस मामले की जांच की मांग की है। यह घटना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह दिखाता है कि प्रोटोकॉल का पालन न करना कितना गंभीर मामला हो सकता है।
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