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स्त्री को सेक्स सिम्बल बनाने में  समाज का श्रम

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डॉ. प्रिया

औरत भागती है.
जवान औरत भागती है.
एक मर्द के लिए सबसे शर्मिंदगी की हालत यह होती है कि उसके काबू में रहने वाली औरत भाग जाए.

मर्द के काबू में रहने वाली उसकी बीवी भाग जाए तो यह उसके लिए शर्मिंदगी की वजह होती है
बाप के काबू में रहने वाली बेटी भाग जाए तो यह बाप के लिए शर्मिंदगी की वजह होती है.
बीवी के भाग जाने पर मर्द पर इल्जाम आता है इसमें औरत को संतुष्ट करने का दम नहीं था इसलिए वह भाग गई.

संतुष्ट करने का अर्थ है कि अपनी औरत की सेक्स की इच्छा पूरी करने के लिए पुरुष पर्याप्त रूप से काबिल नहीं है.
गोया की औरत मर्द के साथ सिर्फ सेक्स के लिए रहती है
किसी की बेटी भाग जाए तो उसके लिए कहा जाता है कि उसे बड़ी गर्मी चढ़ी हुई थी अर्थात वह सेक्स करना चाहती थी इसलिए वह भाग गई.

औरत को सिर्फ सेक्स का सिंबल बनाने में इस समाज ने बहुत मेहनत करी है
इस समाज का धर्म और नैतिकता नीति नियम राजनीति सबने इस मान्यता को समर्थन दिया है.
लेकिन असल में औरत भागती है अपने ऊपर थोपे गए नियमों को तोड़ने के लिए.

औरत कहां जा सकती है किसके साथ जा सकती है किस से दोस्ती कर सकती है कितने बजे तक घर के बाहर रह सकती है अपने शरीर पर उसका कितना अधिकार है वह किसके साथ सेक्स करे इस सब का अधिकार पुरुषों ने अपने मुट्ठी में बंद करके रखा हुआ है.
औरत पुरुष के इस अधिकार को जब भी चुनौती देती है पूरा पुरुष समाज तिलमिला जाता है.
फिर पुरुष समाज औरत के ऊपर इल्जाम लगाता है कि इसे सेक्स चाहिए इसलिए यह भागी है.

पुरुष समाज या पितृसत्ता यह स्वीकार करने को तैयार ही नहीं है की कोई महिला पुरुषों के कंट्रोल से मुक्त होना चाहती है और वह अगर इससे विद्रोह करके भागी है तो वह सेक्स करने के अलावा किसी और आजादी के लिए भी भाग सकती है.
औरत गुलामी से आजादी की ओर भागना चाहती है.
पितृसत्ता की गुलामी से बराबरी और आजादी की तरफ.
जितनी ज्यादा औरतें भागेंगी यह समाज उतना ही समान सुंदर और न्याय प्रिय होता जाएगा.

नई पीढ़ी बराबरी चाहती है सौंदर्य चाहती है प्रेम चाहती है.
पुरानी पीढ़ी उसे जाति मजहब राष्ट्रवाद और पुरुष वाद की घेरेबंदियों के दुर्गुण में बांधना चाहती है.
स्त्री ही इस पूरी मानवता को आजाद करा सकती है.
पहले पितृसत्ता टूटेगी फिर जाति खत्म होगी फिर मजहब जाएगा फिर राष्ट्र जाएगा.

फिर इंसानियत अपनी खूबसूरती को विकसित करने के लिए संभावना का धरातल प्राप्त कर सकती है.
भागो औरतों भागो गुलामी से आजादी की ओर तेजी से भागो और पूरी इंसानियत को आजाद करो.

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