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युद्ध से यूक्रेन व रूस दोनों का नुकसान

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रूस के यूके्रन पर हुए हमले को अब एक महीना होने जा रहे हैं। दुनिया से तमाम आवाजें रूस को युद्ध समाप्त करने को कह रही हैं किंतु रूस पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। खासकर जब यूके्रन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर झेलेंस्की उत्तर अटलांटिक संधि संगठन में न शामिल होने के लिए राजी हो गए हैं, जो रूस की बड़ी मांग है, तो अब युद्ध को जारी रखने का क्या औचित्य है? रूस ने युद्ध के सभी नियमों को ताक पर रख कर बच्चों के अस्पताल तक पर हमला किया है जो युद्ध अपराध है। किंतु संयुक्त राष्ट्र संघ के सुरक्षा परिषद का सदस्य होने के कारण रूस के पास वीटो शक्ति है जिस वजह से उसपर संयुक्त राष्ट्र का भी कोई दबाव नहीं बन सकता।

पूर्व में अमरीका ने भी इराक पर हमला करते समय संयुक्त राष्ट्र के अधिकांश देशों की राय को नजरअंदाज कर दिया था। संयुक्त राष्ट्र संघ यदि ऐसे समय में अपने आप को लाचार महसूस कर रहा है तो जरूरत इस बात की है कि संयुक्त राष्ट्र संघ के स्वरूप को बदला जाए, उसे और लोकतांकित्रक बनाया जाए तथा सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता व वीटो शक्ति खत्म की जाए। युद्ध जितना लम्बा चलेगा उतना ही यूक्रेन ही नहीं रूस का भी नुकसान होगा यह बात रूस को समझनी चाहिए। रूस के ऊपर तमाम प्रतिबंध वैसे ही लग गए हैं। अब उसे प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाना छोड़कर यूक्रेन से सीधे अथवा किसी मध्यस्थ की मदद से बातचीत कर युद्ध समाप्त कर देना चाहिए। बड़ी संख्या में लोगों की जानें जा चुकी हैं, घर तबाह हो चुके हैं, खाने-पीने की कमी हो गई है, शहर रहने लायक नहीं रहे और लोगों को आस-पड़ोस के देशों में पलायन करना पड़ रहा है। यह युद्ध एक मानवीय त्रासदी बन गया है जिसका अंत होना जरूरी है। रूस के पास नाभिकीय शस्त्र भी हैं तथा यूक्रेन में चेर्नोबिल में बंद पड़ा नाभिकीय बिजली संयंत्र है।

किसी भी दुर्घटना से अथवा नाभिकीय शस्त्र के प्रयोग से विकिरण का खतरा भी उत्पन्न हो जाएगा जिसका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों तक रहेगा। इस युद्ध कर कारण अमरीका द्वारा यूक्रेन को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन में लिए जाने के प्रयास थे जिससे रूस के लिए असुरक्षा उत्पन्न हो रही थी। रूस व अमरीका इस युद्ध के लिए जिम्मेदार हैं।

उन्हें आपस में तय कर लेना चाहिए कि शीत युद्ध को समाप्त किए जाने की भावना की कद्र करते हुए दुनिया से सारे खतरनाक हथियार जैसे नाभिकीय शस्त्र समाप्त किए जाने चाहिए, नही ंतो युद्ध कर खतरा हमेशा बना रहेगा।
सलमान राईनी, 9335281976, पुलकित बिंद्रा, 8887878973, संदीप पाण्डेय, 0522 2355978, 3564437सोशलिस्ट पार्टी (इण्डिया)

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