(सच कड़वा लगता है, जिन भाईयों को मिर्ची लगे, उनने एडवांस में शॉरी)
बबिता यादव
बहना !
मनुष्य शरीर लाखों जन्मों की भटकन के बाद मिला है. यह खुद को विकास देकर तृप्त और मुक्त होने के लिए मिला है. यह काम भडुओं – नामर्दो और फेसबुकिया कचरों से नहीं होगा. तुम सदाबहार खुशी, परम तृप्ति, मुक्ति, भगवान सब पा सकती हो.
तप, ध्यान, तंत्र साधना का रास्ता स्त्री के लिए नहीं रहा है. स्त्री इसके के लिए जंगल, पर्वत जाती तो जंगली जानवर से पहले उसे रास्ते के नर-भड़िये खा जाते.
सोचकर देखो! जिसे भगवान (पूर्णत्व या पमानंद) मिल जाए, क्या उसे कोई कमी रहती है? कोई कमी नहीं रहती, सबकुछ मिल जाता है.
तुम्हारे पास योनि है ना? योनि को “भग” कहते हैं. भाग + वान = भगवान. भगवान इस योनि की साधना से मिलेगा. बस काबिल भक्त मिलने भर की बात है.
काबिल पार्टनर खोज लो. पार्टनर है, नाकाबिल है तो उसे काबिल बनवा लो, हम पैसे नहीं लेंगे. इसके लिए या किसी भी सेवा के लिए व्हाट्सप्प +91 99977 41245 पर बात करो. काबिल पार्टनर नहीं मिले, या तुम्हारा पार्टनर काबिल बनने से मना कर दे तो तुम सिद्धपुरुष डॉ. मानवश्री की स्प्रिचुअल थेरेपी’ से अपने योनि-मंदिर की पूजा कराओ. तब तक नॉन-स्टॉप पूजा कराओ, जब तक पूरी तरह निचुडकर परम-आनंद में डूब नहीं जाओ. ध्यान रहे इसमें दुराचार जैसा कुछ भी नहीं है. अपने घर में भी प्रयोग करवा सकती हो.