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बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा के चेहरे पर लगे दाग का ‘राज’

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बीजेपी से अलग होने के बाद सियासी जानकार राजनेता और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को ‘खुदगर्ज’ बुलाने लगे। ‘कालीचरण’ की काली दुनिया से रुपहले पर्दे पर पर ‘क्रांति’ लिखने वाले शत्रुघ्न सिन्हा के फैन्स आज भी उन्हें चाहते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा के चेहरे पर चश्पा दाग को लेकर कई कहानियां बताई जाती हैं। शत्रुघ्न ने इस कहानी को लेकर खुलकर बातचीत की है। शत्रुघ्न सिन्हा ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में खुलासा किया कि उनके चेहरे के दाग का राज क्या है। खुद की ‘शान’ में ‘नरम-गरम’ बातें करते हुए शत्रुघ्न ने ‘कयामत’ वाले उस दिन की चर्चा की। शत्रुघ्न ने कहा कि उनके दाग के बारे में किताब में भी गलत लोगों ने लिख दिया है। ऐसा नहीं है। इस दाग के पीछे की सच्चाई कुछ और है। बिहारी बाबू लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी को गेम चेंजर बताकर एक बार फिर चर्चा में हैं। आइए जानते हैं उनसे जुड़ी ये कहानी।

चेहरे पर दाग के पीछे की कहानी

शत्रुघ्न सिन्हा ने टीवी कार्यक्रम में खुलासा करते हुए कहा कि किसी किताब में भी गलत लिखा हुआ है। कुछ लोग समझते हैं मारपीट के निशान हैं। मुझे उतना याद नहीं। मेरे पिताजी अमेरिका गये हुए थे पढ़ने के लिए। मैं बहुत छोटा बच्चा था। दो ढाई साल का होउंगा। शरारती था। मेरे मामा जी अमेरिका जा रहे थे पढ़ने के लिए। मेरी मामी और मेरी अम्मा उनकी तैयारी में व्यस्त थे। उन्होंने कहा कि मेरे मामा ने शेव किया था। शेव करने के बाद जल्दी-जल्दी में चले गए। उसके बाद वहीं पर ब्लेड छोड़ दिया। मैंने उससे पहले मेरी बहन जो इस दुनिया में नहीं है। उसको शेव करने की कोशिश की। उसका गाल कट गया। शत्रु ने आगे की घटना बताते हुए कहा कि उसके बाद मैंने कहा कि तुमको शेव करना नहीं आता है। मैं करता हूं। मैंने शेव किया और ब्लेड जाकर अंदर अटक गया। उसके अंदर से खून निकला।

घर के लोगों ने लापरवाही की-शत्रुघ्न

शत्रुघ्न सिन्हा ने उस दिन की सारी बातें लोगों से शेयर की। उन्होंने कहा कि एक गलतफहमी मुझे दस साल पहले दूर हुई। मुझे लगा कि मुझको लेकर अस्पताल गये थे लोग। वहां इलाज हुआ। स्टिच वगैरह पड़ा था। लेकिन पता चला कि ये लोग इतनी जल्दी में थे। मामा को जाने की जल्दी थी। उसके बाद वहीं जो लोकल दवाई थी। चूल्हे का राख। उसे लगाकर दबा दिया। उसका लोगों ने इलाज नहीं करवाया। खून रूक गया लेकिन दाग रह गया। उन्होंने कहा कि ये बात और है कि जब मैं स्टार बन रहा था। तब मैं देव साहब के पास गया। सर मुझे थोड़ा कॉम्पलेक्स होता है। मेरी पूंजी मेरा आत्मविश्वास है। उसके बाद भी मुझे कॉम्पलेक्स फील होता है। यहां पर दाग है। निशान है। बहुत फिल्मों में आपने देखा होगा। हाथ से चेहरे को ढंकने वाला स्टाइल करके चलता था। बिहारी बाबू ने कहा कि उसके बाद देव साहब ने समझाया। यही मैं एंगर जेनरेशन को मैं कहना चाहता हूं। मैंने प्लास्टिक सर्जन से बातचीत भी कर ली थी।

देव आनंद ने समझाया-बिहारी बाबू

शत्रुघ्न सिन्हा चेहरे के दाग से इतने परेशान हो गये कि उन्होंने सर्जरी कराने की सोची। उन्होंने कहा कि उसके बाद मैं पटना जा रहा था। कटे हुए चेहरे की सर्जरी करवाने। बिहारी बाबू ने बताया कि उसके बाद देव साहब ने समझाया कि देखो तुम्हारा काम चल रहा है। तुम्हारा नाम चलेगा और। ये जो तुम्हारा दाग है। ये तुम्हारा स्टाइल बन जाएगा। मेरे दांतों के बीच के गड्ढे को कैसे दुनिया स्टाइल मानती है कि दांतों के बीच का गड्ढा इतना अच्छा लगता है। तुम्हारा चेहरा भी अच्छा लगेगा और लोगों को पसंद आएगा। सर्जरी मत कराओ। उसके बाद हिम्मत बढ़ी। ये भी फैक्ट है कि बाद में यही लोगों को बहुत पसंद आने लगा। मेरी बेटी सोनाक्षी सिन्हा को पूछा गया था। अपने पापा की सबसे अच्छी चीज क्या लगती है, तो उसने कहा कि ये जो दाग है वो सबसे अच्छा लगता है। शत्रुघ्न सिन्हा अभी टीएमसी से सांसद हैं। उन्हें बीजेपी के लाल कृष्ण आडवाणी का करीबी माना जाता है। मोदी सरकार में उनकी पूछ घट गई थी। हाल में उन्होंने ममता बनर्जी को लोकसभा चुनाव का गेम चेंजर बताकर सबकों चौंका दिया था।

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