भोपाल: मंच तैयार था और 11.30 बजे मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी को बीजेपी कार्यालय पहुंचना था। कांग्रेस छोड़कर उन्हें बीजेपी की सदस्यता लेनी थी लेकिन घर वापसी होल्ड हो गई। दीपक जोशी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह बीजेपी से तीन बार विधायक रहे और शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट में मंत्री भी थे। सूत्रों का कहना है कि दीपक जोशी के नाम पर सहमति नहीं बन पाई जिस कारण से उनकी सदस्यता को होल्ड कर दिया गया।
वहीं, सोमवार को पन्ना के गुनौर विधानसभा सीट से विधायक रहे शिवदयाल बागरी और सागर जिले की खुरई सीट से पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे ने भाजपा की सदस्यता ली। दीपक जोशी को भी इन नेताओं के साथ ही सदस्यता ग्रहण करनी थी लेकिन संगठन में इनके नाम पर सहमति नहीं बन पाई जिस कारण से इन्हें बीजेपी की सदस्यता नहीं दिलाई गई।
क्यों होल्ड हुई दीपक जोशी की घर वापसी
जानकारी के अनुसार, दीपक जोशी, कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी के खिलाफ लगातार हमलावर रहे। उन्होंने पीएम मोदी पर भी टिप्पणी की थी। उनके बयानों के कारण दीपक जोशी की बीजेपी में एंट्री होल्ड हो गई। दीपक जोशी के पिता एमपी बीजेपी के सीनियर नेता थे। वह मध्य प्रदेश के सीएम भी रहे। 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले दीपक जोशी ने अपने पिता कैलाश जोशी के स्मारक की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बीजेपी छोड़ दी थी।
कांग्रेस के टिकट पर वह चुनाव भी लड़े थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दीपक जोशी और बीजेपी के कई नेताओं के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही थी। इसके बाद सोमवार को डेट फाइनल हुई थी लेकिन अब होल्ड कर दिया गया है। दीपक जोशी के बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलों के बीच कमलनाथ ने कहा कि वह तो वहीं के हैं।
पिता की तस्वीर लेकर कांग्रेस में शामिल हुए थे
दीपक जोशी अपने पिता की तस्वीर लेकर कांग्रेस में शामिल हुए थे। दीपक जोशी को तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सदस्यता दिलाई थी। कांग्रेस में शामिल होने के बाद वह बीजेपी पर हमलावर थे। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी में उन नेताओं की एंट्री पर विचार किया जाएगा जो संगठन और पीएम मोदी पर हमलावर होगा।