कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते आज सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को भी घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत लाल निशान पर हुई। आज घरेलू बाजार बदाव में है। दोपहर 12.50 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 754.34 अंक (1.59 फीसदी) की गिरावट के साथ 46555.59 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 213 अंक यानी 1.52 फीसदी की गिरावट के साथ 13,754.50 के स्तर पर था। मंगलवार को 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर शेयर बाजार बंद थे।
गिरावट का यह सिलसिला पिछले पांच दिनों से जारी है। इस दौरान सेंसेक्स में तीन हजार अंकों से ज्यादा की गिरावट आई है। इंडेक्स 21 जनवरी को 50,184 पर पहुंचा था। चौतरफा गिरावट के चलते सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण भी घटकर 188.66 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो 27 जनवरी को 189.59 लाख करोड़ रुपये था। सरकारी डाटा के अनुसार, पिछले साल अप्रैल-नवंबर के दौरान फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) निवेश 58.37 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में निवेशित 47.67 अरब डॉलर की तुलना में 22 फीसदी ज्यादा है। आठ महीनों एफडीआई का यह आंकड़ा सबसे अधिक है। इसी अवधि के दौरान शेयर बाजार में एफडीआई 43.85 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 37 फीसदी ज्यादा है।
आम बजट से पहले मासिक डेरिवेटिव अनुबंध के निपटान तथा कंपनियों के तिमाही नतीजों के बीच शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि, ‘आने वाले दिनों में केंद्रीय बजट तथा मासिक सौदों की समाप्ति से पहले बाजार में उथल-पुथल रह सकती है। कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार के उतार-चढ़ाव को बढ़ाएंगे।’