अग्नि आलोक
script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

2024 में सोशल मीडिया पर ट्रेंड्स की भरमार रही

Share

बालेन्दु शर्मा दाधीच

महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, झारखंड और हरियाणा के विधानसभा चुनाव भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने। लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष मजबूती की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा था लेकिन हरियाणा और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत ने राजनैतिक तसवीर बदल दी। कश्मीर और झारखंड में ज़रूर इंडिया गठबंधन जीता लेकिन प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को तीनों राज्यों में झटका लगा और इन चुनावों के बाद देश में राजनैतिक विमर्श की दिशा एक बार फिर बदल गई।जैसे-जैसे भारत अपने डिजिटल पदचिह्नों का विस्तार करता जा रहा है, 2024 में सोशल मीडिया एक ऐसा स्थान बन जाएगा जहाँ संस्कृति, वाणिज्य और कनेक्शन आपस में टकराएँगे। 900 मिलियन से ज़्यादा इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और दुनिया के कुछ सबसे जीवंत सोशल मीडिया समुदायों के साथ, भारत एक ट्रेंडसेटर बना हुआ है। 

सन् 2024 में सोशल मीडिया के पास ट्रेंडिंग टॉपिक्स की भरमार थी। जिस साल अमेरिका और भारत दोनों ही देशों में सबसे महत्वपूर्ण चुनाव हुए हों, और जनरेटिव एआई जैसी क्रांतिकारी तकनीक परिपक्व हुई हो, उस साल सोशल मीडिया का बारहों महीने घटनाक्रमों से गुलजार रहना लाजिमी है। पूरे साल सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप, बहस-मुबाहिसे, वाद-प्रतिवाद और ट्रोलिंग-प्रतिट्रोलिंग का सिलसिला चलता रहा। यह न सिर्फ राजनीति, तकनीक, कारोबार और समाज से संबंध रखने वाले मुद्दों पर लोगों की बढ़ती जागरूकता का प्रतीक है बल्कि सोशल मीडिया के साथ उनके बढ़ते जुड़ाव की तरफ भी इशारा करता है।
अप्रैल से जून के बीच दौरान सोशल मीडिया पर सबसे ज़्यादा टिप्पणियाँ, मीम्स और प्रतिक्रियाएँ बटोरीं लोकसभा चुनावों के जीवंत चुनाव प्रचार, एक्जिट पोल की नाकामी और अप्रत्याशित किस्म के चुनाव नतीजों ने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बहुत से भाषण और रैलियों के वीडियो वायरल हुए। भाजपा की तरफ से पहले राम मंदिर और आर्थिक तरक्की के मुद्दे जोरशोर से उठाए गए हालाँकि बाद में बात मंगलसूत्र जैसी चुटीली चुनावी टिप्पणियों पर आ पहुँची। कांग्रेस और उसके साथियों ने संविधान पर खतरे, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे उठाए। दोनों ही पक्षों ने सोशल मीडिया पर खूब टिप्पणियाँ बटोरीं। इस दौरान #IndiaElections2024 हैशटैग से लाखों ट्वीट किए गए।
नवंबर में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव बाकी दुनिया की तरह भारत में भी बहुत चर्चित रहे। कुछ महीने पहले वहाँ के सर्वेक्षणों में डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस आगे मानी जा रही थीं लेकिन जब चुनाव नतीजे आए तो डोनाल्ड ट्रंप ने दमदार जीत दर्ज की। चुनाव अभियान के दौरान टिकटॉक, एक्स (पूर्व में ट्विटर), रेडिट, इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्मों पर सैंकड़ों मीम्स और टिप्पणियाँ वायरल हुईं। यूँ तो विदेश नीति, सीमा नियंत्रण और आव्रजकों के मुद्दे छाए रहे। दिसंबर के अंत में डोनाल्ड ट्रंप का नया हेयरस्टाइल भी चर्चा का विषय बना। लोगों ने कहा कि इसमें वे पहले से कम उम्र के दिख रहे हैं।
महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, झारखंड और हरियाणा के विधानसभा चुनाव भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने। लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष मजबूती की तरफ बढ़ता दिखाई दे रहा था लेकिन हरियाणा और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत ने राजनैतिक तसवीर बदल दी। कश्मीर और झारखंड में ज़रूर इंडिया गठबंधन जीता लेकिन प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को तीनों राज्यों में झटका लगा और इन चुनावों के बाद देश में राजनैतिक विमर्श की दिशा एक बार फिर बदल गई।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जेल से रिहाई और फिर आए उनके इस्तीफे ने सोशल मीडिया पर भारी हलचल मचाई। ट्विटर और फेसबुक पर #KejriwalResigns हैशटैग ट्रेंड करने लगा। सोशल मीडिया इस मुद्दे पर विभाजित दिखा। कुछ लोगों ने इसे एक साहसिक कदम बताया जबकि दूसरों ने इसे एक पीआर स्टंट और भ्रष्टाचार के आरोपों से बचने का प्रयास करार दिया।
बांग्लादेश में हुए विप्लव, तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत आगमन और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के हाथ में नेतृत्व आने की घटनाएँ पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया माध्यमों पर लगातार चर्चा में हैं। उस देश में अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थानों की सुरक्षा का मुद्दा भी खूब उठाया जा रहा है। उधर सीरिया में इस्लामी कट्टरपंथी विद्रोहियों की तरफ से सत्ता पर कब्जा करने और पूर्व राष्ट्रपति बसद अल असद के रूस में शरण लेने की खबरें भी चर्चा में रहीं।
इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर दस करोड़ फ़ालोवर्स की संख्या को पार कर लिया। इस समय वे विश्व में सबसे ज्यादा फॉालो की जाने वाली हस्तियों की सूची में सातवें नंबर पर हैं। पहले तीन नंबर पर ईलोन मस्क, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रसिद्ध फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं।
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी और उससे जुड़े भव्य आयोजनों ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी। शादी की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए, और #AmbaniWedding हैशटैग के साथ लाखों पोस्ट्स शेयर किए गए। इस भव्य आयोजन ने लोगों को आकर्षित किया और शादी के फैशन ट्रेंड्स को भी प्रभावित किया।
नवंबर-दिसंबर में पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली की सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर चिंता और सहानुभूति का माहौल रहा। उनके अस्पताल में भर्ती होने की खबर और स्वास्थ्य अपडेट्स ने #VinodKambli हैशटैग के साथ लाखों पोस्ट्स को प्रेरित किया। सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी मुलाकात और 1983 की विश्व विजेता क्रिकेट टीम द्वारा उनके इलाज का खर्च उठाए जाने जैसी घटनाएँ खूब चर्चित हुईं।
सिंगापुर में चौदह दिन चले शतरंज के मुकाबलों में भारत के डी गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर विश्व शतरंज चैंपियन का खिताब हासिल किया। अठारह की उम्र में अठारहवाँ चैंपियन के रूप में उन्होंने जो ट्वीट किया उस पर दुनिया कई दिग्गजों ने टिप्पणियाँ कीं जिनमें मशहूर अमेरिकी उद्यमी ईलोन मस्क भी थे। एक तरफ जहाँ सोशल मीडिया पर गुकेश की जीत का जश्न था वहीं उन्हें मिली ग्यारह करोड़ की पुरस्कार राशि का एक बड़ा हिस्सा आयकर विभाग ले जाएगा, इस धारणा ने भी खूब मीम्स को जन्म दिया। लोगों ने कटाक्ष करते हुए आयकर विभाग को ‘शतरंज का विश्व कप जीतने और भारी इनामी रकम बटोरने’ पर बधाई दी। हालाँकि बाद में आयकर विभाग ने गुकेश की इनामी राशि पर टैक्स माफ कर दिया।
जून में ट्वेंटी20 विश्व कप में भारत की जीत ने सोशल मीडिया पर उत्सव और गर्व का माहौल बना दिया। #T20WorldCup2024 हैशटैग के साथ लोग टीम इंडिया की जीत का जश्न मना रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़ी हस्तियों ने ट्विटर पर बधाई संदेश पोस्ट किए।
पिछली जुलाई में केंद्रीय बजट के बाद भी सोशल मीडिया पर ऐसी मीम्स और टिप्पणियों की बाढ़ आ गई थी जिनमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल उठाया जा रहा था कि जब व्यक्ति की आय पर पहले ही भारी-भरकम आयकर ले लिया जाता है तो उसी राशि का निवेश करने या कुछ खरीदने पर बार-बार टैक्स क्यों देना पड़ता है।
पूरे साल सोशल मीडिया पर वैश्विक मंदी के डर और भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की आशंकाओं ने चर्चा और चिंता का माहौल बना दिया। #GlobalRecession हैशटैग के साथ लोग आर्थिक संकट और इसके प्रभावों पर विचार-विमर्श कर रहे थे। यह चर्चा आज भी जारी है और सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चाएँ गर्म हैं कि 2025 बहुत बड़ी वैश्विक मंदी का साल हो सकता है।
लगभग पूरे साल आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस पर सोशल मीडिया में चर्चाएँ होती रहीं। नवंबर 2023 में चैटजीपीटी के आने से शुरू हुआ सिलसिला इस साल गूगल, क्लॉड, कोपायलट और ग्रोक जैसे कई वैकल्पिक मॉडलों के रूप में जारी रहा। सब कुछ अच्छा-अच्छा ही नहीं था। एआई की वजह से क्या कुछ बुरा हो सकता है, उसकी भी खूब चर्चा हुई तो । #AIBlunders हैशटैग के साथ कुछ एआई मॉडलों के उल्टे-सीधे जवाबों का जमकर मजाक उड़ाया गया। सामाजिक लिहाज से जिम्मेदार और नैतिकतापूर्ण एआई की मांग उठती रही।
अगले साल सोशल मीडिया पर जिन मुद्दों का बोलबाला रह सकता है उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से किए जाने वाले कठोर फैसले, वैश्विक मंदी की आशंका, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में नई उपलब्धियों, अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी, बांग्लादेश के राजनैतिक बदलाव, पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफ़ी आदि शामिल हैं।

2024 में छाए रहने वाले शीर्ष 10 सोशल मीडिया ट्रेंड

यहाँ 2024 के लिए शीर्ष 10 सोशल मीडिया रुझानों पर एक नज़र डाली गई है।

1. लघु वीडियो का बोलबाला 

भारत में इंस्टाग्राम रील्स और यूट्यूब शॉर्ट्स जैसे शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म ने हर उम्र के ग्राहकों को आकर्षित किया है। ब्रांड और प्रभावशाली लोग एक मिनट से भी कम समय में कहानियां सुनाने का प्रयास कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, ज़ोमैटो की फ़ूड रील्स और नाइका के ब्यूटी हैक्स वायरल सनसनी बन गए हैं। 

लेकिन यह सिर्फ़ मनोरंजन नहीं है; निर्देशात्मक सामग्री भी खूब लोकप्रिय हो रही है। फ़िज़िक्स वाला जैसे क्रिएटर जटिल विचारों को स्पष्ट करने के लिए छोटे वीडियो का उपयोग करते हैं, जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लाखों छात्र जुड़ते हैं। 

2. सोशल शॉपिंग: भारत का नया मॉल 

भारत में सोशल मीडिया के ज़रिए शॉपिंग करना काफ़ी लोकप्रिय है, इंस्टाग्राम और मीशो जैसे प्लेटफ़ॉर्म शॉपिंग सुविधाओं को आसानी से एकीकृत करते हैं। इन्फ़्लुएंसर्स अक्सर परिधान कंपनियों के साथ मिलकर शॉपिंग योग्य लुकबुक बनाते हैं। यह प्रवृत्ति भारत के त्यौहारी मौसमों के दौरान विशेष रूप से प्रचलित है। दिवाली के दौरान, तनिष्क जैसे ब्रांडों ने अपने विशेष आभूषण संग्रह को बढ़ावा देने के लिए इंस्टाग्राम स्टोरीज़ का उपयोग किया, जिससे ग्राहकों को स्वाइप-अप लिंक के माध्यम से सीधे खरीदारी करने की अनुमति मिली।

3. प्रभावशाली लोग अभी भी ग्राहकों के निर्णयों को प्रभावित कर रहे हैं

 भुवन बाम जैसे मेगा-इन्फ्लुएंसर से लेकर क्षेत्रीय माइक्रो-इन्फ्लुएंसर तक, भारतीय इनोवेटर्स ब्रांड प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जोश और शेयरचैट जैसे प्लेटफॉर्म पर माइक्रो-इन्फ्लुएंसर, जो क्षेत्रीय भाषाओं में विशिष्ट दर्शकों से सीधे जुड़ते हैं, टियर-2 और टियर-3 शहरों तक पहुँचने में तेज़ी से महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, मामाअर्थ जैसी सौंदर्य कंपनियां टिकाऊ त्वचा देखभाल उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय प्रभावशाली लोगों के साथ काम करती हैं, जिससे उन्हें व्यापक श्रेणी के दर्शकों का विश्वास प्राप्त होता है। 

4. आभासी समुदाय: एक नया स्टेटस सिंबल 

टेलीग्राम और फेसबुक ग्रुप भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। बिटकॉइन ट्रेडिंग, माता-पिता के समर्थन और फिटनेस चुनौतियों पर केंद्रित समुदाय फल-फूल रहे हैं।इसका एक शानदार उदाहरण ग्रो कम्युनिटी है, जो युवा निवेशकों को शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड के बारे में जानने में मदद करता है। इसी तरह, मॉम्स ऑफ बैंगलोर जैसे क्षेत्रीय पेरेंटिंग क्लब वास्तविक रिश्तों को बढ़ावा देते हैं और साथ ही शिशु देखभाल वस्तुओं के लिए मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के रूप में भी काम करते हैं।

5. AI सोशल मीडिया को और अधिक स्मार्ट बनाता है 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उपकरण भारतीयों के सोशल मीडिया इस्तेमाल करने के तरीके को बदल रहे हैं। AI एकीकरण हर जगह है, चैटबॉट से लेकर जो कई भाषाओं में त्वरित ग्राहक सेवा देते हैं, स्नैपचैट जैसे ऐप पर AI-संचालित फ़िल्टर तक।आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट इंस्टाग्राम पर एआई का उपयोग करके आईवियर के लिए वर्चुअल ट्राई-ऑन प्रदान करता है, जिससे ग्राहकों के लिए खरीदारी का अनुभव बेहतर होता है। इस बीच, क्रिएटर अपने लक्षित दर्शकों को आकर्षित करने वाली सामग्री और स्क्रिप्ट बनाने के लिए चैटजीपीटी जैसे एआई चैटबॉट का भी उपयोग करते हैं।

6. संवर्धित वास्तविकता: मज़ेदार फ़िल्टर और बहुत कुछ 

ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) अब सिर्फ़ मज़ेदार फ़िल्टर बनाने के लिए नहीं है; इसका इस्तेमाल उद्यमों के लिए एक प्रभावी उपकरण के रूप में भी किया जाता है। फैबइंडिया जैसे भारतीय ब्रांड ऑगमेंटेड रियलिटी का इस्तेमाल करके उपभोक्ताओं को घर के डिज़ाइन का वर्चुअल पूर्वावलोकन प्रदान करते हैं, जिससे उन्हें खरीदारी करने से पहले यह देखने का मौका मिलता है कि उनके अपने घर में फ़र्नीचर या कपड़े कैसे दिखेंगे।सौंदर्य क्षेत्र की कम्पनियों, जैसे लक्मे और मेबेलिन, ने भी संवर्धित वास्तविकता को शामिल किया है, जिससे लोगों को अधिक व्यक्तिगत खरीदारी अनुभव के लिए आभासी मेकअप का परीक्षण करने की सुविधा मिलती है।

7. सोशल मीडिया: अगला सर्च इंजन टूल 

Google अब लोगों की हर ज़रूरत के लिए वन-स्टॉप शॉप नहीं रह गया है। भारतीय लोग उत्पाद मूल्यांकन, यात्रा प्रेरणा और DIY ट्यूटोरियल के लिए Instagram और YouTube की ओर तेज़ी से रुख कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, ट्रैवल इन्फ़्लुएंसर, नोमैडिक इंडियन ने YouTube को सस्ते ट्रैवल टिप्स के लिए एक बेहतरीन जगह बना दिया है।इसके अलावा, इंडियन प्रीमियर लीग टूर्नामेंट जैसे आयोजनों के दौरान, लोग पारंपरिक सर्च इंजन के बजाय वास्तविक समय के अपडेट, मीम्स और प्रतिक्रियाओं के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना पसंद करते हैं।

8. इंटरनेट पर हास्य का बोलबाला 

हास्य और रचनात्मकता भारत की जीवंत ऑनलाइन संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। अमूल और ज़ोमैटो जैसी कंपनियों ने चतुराईपूर्ण, आकर्षक पोस्ट और संदेश भेजने की कला में महारत हासिल कर ली है। इस बीच, शिटइंडियंससे जैसे मीम पेजों ने देश के हास्य प्रेम का लाभ उठाकर वायरल पॉवरहाउस बन गए हैं।यहां तक ​​कि स्वच्छ भारत अभियान जैसी सरकारी पहल भी युवा दर्शकों तक प्रभावी ढंग से पहुंचने के लिए एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे प्लेटफार्मों पर हल्के-फुल्के लहजे का उपयोग करती है।

9. वास्तविक समय कनेक्शन के लिए लाइव स्ट्रीमिंग 

भारत में लाइव स्ट्रीमिंग का चलन जारी है, खास तौर पर यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर। इन प्लेटफॉर्म पर मौजूद कंटेंट में मॉर्टल जैसे प्रभावशाली लोगों के साथ गेमिंग सेशन से लेकर बॉलीवुड अभिनेताओं के साथ उनकी फिल्मों को प्रमोट करने वाले सवाल-जवाब सेशन तक शामिल हैं।राजनीतिक दल भी लाइव प्रसारण को अपना रहे हैं। 2024 के चुनावों के दौरान, ट्विटर स्पेस और इंस्टाग्राम लाइव जैसी साइटें राजनेताओं के लिए वास्तविक समय में मतदाताओं से सीधे बातचीत करने के लिए हॉटस्पॉट थीं।

10. मानसिक स्वास्थ्य सुर्खियों में

ऐसे समाज में जहाँ मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करना कभी बुरा माना जाता था, सोशल मीडिया अचानक से बाधाओं को तोड़ रहा है। इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पर डॉ. कानन जैसे क्रिएटर और YourDOST जैसी फ़र्मों की भरमार है जो तनाव और चिंता प्रबंधन के सुझाव देते हैं – और यह सूची बढ़ती ही जा रही है।कोविड-19 महामारी के दौरान, क्रिएटर्स ने माइंडफुलनेस को बढ़ावा देने के लिए #It’sOkayToNotBeOkay जैसी पहल शुरू की। ब्रांड 2024 में इसे एक कदम आगे ले जा रहे हैं, ग्राहकों से लॉग आउट करने और स्वस्थ होने का आग्रह करने के लिए डिजिटल डिटॉक्स अभियान शुरू कर रहे हैं।

Add comment

Recent posts

script async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-1446391598414083" crossorigin="anonymous">

Follow us

Don't be shy, get in touch. We love meeting interesting people and making new friends.

प्रमुख खबरें

चर्चित खबरें