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चोर चोर मौसेरे भाई :आफ़त देश पर आई

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सुसंस्कृति परिहार

हमारे यहां एक कहावत है चोर चोर मौसेरे भाई। आजकल देश में इन मौसेरे भाईयों की एकता का क्या कहना?जिधर देखो वहीं से चोरों की बारात चली आ रही है।शायद ही कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा देश में इन चोरों की इतनी बड़ी जमात होगी।किसी ने सच कहा है जस राजा तस प्रजा। दिनों दिन चोरों की मजलिस बढ़ती जा रही है। ऐसे राजा को प्रणाम भेजती हूं जिन्होंने एक मंच पर इन सबको एकत्रित किया।कम से कम इन्हें एक राष्ट्रीय पहचान मिली।संदेह होता है कहीं राजा जी इनकी पहचान कर इनसे लूट का पुख्ता इंतजाम तो नहीं करने जा रहे हैं। बहुत से चोर तो एसबीआई ने उजागर कर दिए हैं जो राजा की मदद के एवज में देश की जनता को लूट रहे हैं।जीवन रक्षक दवाओं से लेकर उपभोक्ता सामग्री ना केवल दुगुनी, चौगुनी कीमत में पहुंच गई है बल्कि उसमें मिलावट चरम पर है।हाल ही में पटियाला में जन्मदिन मनाने वाली दस वर्षीय बच्ची की आनलाइन मंगाए केक खाने से मौत की नींद में सो गई। युवाओं की हृदयाघात से होने वाली शताधिक मौत भी कोरोना की नकली दवाई की वजह से होना बताया जा रहा है।

देशवासियों यदि देश में चोरों का यही गठबंधन सतत चलता रहा तो सच मानिए देश खोखला और बीमारू देश में परिवर्तित हो जाएगा।अच्छे दिनों के सपने दिखाकर लोगों का प्यार पाकर हासिल क्या हुआ इसे बताने की ज़रूरत नहीं है।जब देश के एक युवक ने चौकीदार को चोर बताया था तो सबको नागवार गुजरा था।आज वह सच सामने आ गया है।सब——–चोर हैं भी अदालत तक गया पर कान में जूं नहीं रेंगी।बीस हजार करोड़ का हिसाब आज तक नहीं मिला। राजा ने  केयर फंड भी डकार लिया। ये देश विदेश से आया धन था जो कोरोना काल में मदद हेतु आया।देश की इतनी बड़ी त्रासदी में कथित नकली टीके, दवाएं और पीड़ितों की मदद की राशि का बड़ा घपला किसी डकैती से कम नहीं।मगर सब जायज़ है क्योंकि देश लूटने की होड़ मची है।लुटेरे राजा की आंख के तारे हैं।

खैरियत है,देश में कथित लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत् आम चुनाव होने जा रहे हैं अधिक से अधिक मतदान करें लुटेरों के राजा से मुक्ति का एकमात्र विकल्प यही शेष। लुटेरों और डाकुओं के इस साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने की ताकत सिर्फ मतदाताओं के पास है। वैसे भी चोरों की जुगलबंदी लंबे समय तक नहीं चल सकती। बड़ी बात ये भी हुई है तमाम चोर लुटेरे यदि राजा परास्त होता है तो जेल में नज़र आएंगे जो अंदाज़े चार सौ पार ही होंगे।

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