राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बंगलूरू के अतुल सुभाष जैसा सनसनीखेज मामला सामने आया है। वुडबॉक्स कैफे के मालिक पुनीत खुराना ने 31 दिसंबर की रात फंदा लगाकर जान दे दी। यूपी के लखनऊ के होटल के कमरे में एक युवक ने पिता के साथ मिलकर मां और चार बहनों की बेरहमी से हत्या कर दी।
आगरा के रहने वाले 24 साल के मोहम्मद अरशद ने पिता के साथ मिलकर लखनऊ के होटल के कमरे में मां और चार बहनों की बेरहमी से हत्या कर दी। सभी अजमेर से सोमवार को लखनऊ आए थे और होटल में ठहरे थे। हत्या से पहले आरोपी पिता-पुत्र ने सभी को शराब पिलाई, फिर हाथ की नसें काट दीं और गला दबा दिया। अरशद ने इस दौरान वीडियो भी बनाया, जिसमें उसने आगरा में अपने मोहल्ले के लोगों पर घर कब्जाने के लिए अत्याचार का आरोप लगाया है। पुलिस ने अरशद को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके पिता बदर की तलाश जारी है।
वारदात के बाद अरशद खुद बुधवार सुबह करीब सात बजे लोको पुलिस चौकी पहुंचा और पुलिस को बताया कि उसने पिता के साथ मिलकर मां अस्मा (49), बहन अल्शिया (19), रहमीन (18), अक्सा (16) और आलिया (9) की हत्या की है। नाका स्थित होटल में पहुंची पुलिस को कमरे में पांच शव बिस्तर पर पड़े मिले। होटल के कमरे से हत्या में इस्तेमाल ब्लेड और दुपट्टा बरामद किया गया है। डीसीपी रवीना त्यागी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में घरेलू विवाद वारदात की वजह के रूप में सामने आई है।
नए साल की पार्टी के नाम पर पिलाई शराब
पूछताछ में अरशद ने बताया कि आगरा में मोहल्ले वाले उसके घर पर कब्जा करना चाहते थे, इसके लिए परिवार को बहुत परेशान किया जा रहा था। उसे और पिता को डर था कि अगर उन्हें कुछ हो गया, तो परिवार का क्या होगा? इसलिए उन्होंने नए साल की पार्टी के बहाने मंगलवार रात सभी को शराब पिलाई, ताकि बेसुध होने पर उनकी हत्या कर सकें। रात दो बजे उसने पिता के साथ मिलकर ब्लेड से मां-बहनों के हाथों की नसें काटीं, फिर दुपट्टे से गला दबाकर मार डाला। चीख न निकले, इसके लिए उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था।
पिता को छोड़ा स्टेशन
सुबह 6:55 बजे दोनों आरोपी होटल से निकले। सीसीटीवी फुटेज में भी वे साथ निकलते दिखे। अरशद ने पिता को रेलवे स्टेशन छोड़ा, फिर चौकी पहुंच वारदात की जानकारी दी। बदर अपना फोन होटल में ही छोड़ गया, जिससे पुलिस को उसकी लोकेशन नहीं मिल सकी।
वीडियो में यह बताई वजह
वायरल वीडियो में अरशद कह रहा है, मैं निराशा में यह कदम उठाने को मजबूर हूं। पुलिस मोहल्ले के लोगों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराए, जिन्होंने घर पर कब्जा कर लिया है। 10 दिनों से हम फुटपाथ पर सोने को मजबूर हैं। उसने परेशान करने वाले लोगों के नाम भी लिए हैं।
अरशद की सनक, मां-बेटियों का कैदखाना बन गया था घर
इस्लाम नगर के अरशद ने मां और 4 बहनों की हत्या यूं ही नहीं की। मोहल्ले वाले उसे सिरफिरा कहते हैं। लोगों ने दावा किया कि उसने घर को बहनों के लिए कैदखाना बना दिया था। घर से निकलने पर उनसे मारपीट करता था। रोजाना पड़ोसी बहनों से मारपीट की आवाज सुना करते थे। वह खुद भी पड़ोसियों से बात नहीं करता था। कई बार कहासुनी करने लगता था। इस कारण कोई उससे बोलता नहीं था। लखनऊ में हत्याकांड की जानकारी के बाद उसके घर के बाहर लोगों की भीड़ लग गई। लोग यही कह रहे थे कि अरशद सिरफिरा था।
वीडियो में बोला, बहनों को बेचना चाहते थे लोग
होटल में चार बेटियों और पत्नी की हत्या का आरोपी बदर 18 दिसंबर को परिवार के साथ अजमेर गया था। अरशद ने 6.54 मिनट के वीडियो में बस्ती वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक वीडियो में अरशद ने कुछ लोगों पर घर कब्जाने का आरोप लगाया है। नौ लोगों के नाम भी लिए हैं। वीडियो में वह कह रहा है कि परिवार की मौत के जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। कुछ लोग उसकी बहनों को हैदराबाद में बेचना चाह रहे थे। आरोपी का कहना है कि उसे और पिता को बस्ती वाले जेल भिजवाना चाह रहे थे, ताकि बहनों को बेच सकें।
धर्मांतरण कर घर में श्रीराम का मंदिर बनाना चाहते थे पिता-पुत्र
मां और बहनों की हत्या के आरोपी अरशद के पिता मो. बदर का पता नहीं चला है। उनका एक प्रार्थना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें उन्होंने कहा है कि वह पड़ोसियों से परेशान हैं। इस कारण धर्म परिर्वतन कराना चाहते हैं। धर्म परिवर्तन के लिए विहिप के विभाग सेवा प्रमुख श्याम किशोर शर्मा को तीन सप्ताह पूर्व फोन किया था। 18 दिसंबर को बदर ने मुख्यमंत्री पोर्टल, अल्पसंख्यक आयोग, जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त सहित अन्य को पत्र भेजा था। इसमें लिखा था कि पड़ोस में आफताब और उसके भाई रहते हैं। 16 दिसबंर को ऑटो से दुकान के काउंटर में टक्कर मारी गई। पुलिस ने आरोपियों से राजीनामा करा दिया। 18 दिसंबर की सुबह आफताब उसके रिश्तेदार व बस्ती के लोग घर पर ईंट-पत्थर बरसाने लगे। बेटियों से अभद्रता की। सूचना देने पर पुलिस आई। मगर, कोई कार्रवाई नहीं की।
दिल्ली में अतुल सुभाष जैसी घटना, पत्नी पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर कैफे मालिक पुनीत ने की आत्महत्या
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बंगलूरू के अतुल सुभाष जैसा सनसनीखेज मामला सामने आया है। वुडबॉक्स कैफे के मालिक पुनीत खुराना ने 31 दिसंबर की रात फंदा लगाकर जान दे दी। इससे पहले उन्होंने पत्नी मनिका पाहवा से फोन पर बात की थी, जिसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली है।
आत्महत्या से पूर्व पुनीत ने 59 मिनट का वीडियो भी बनाया है, जिसमें उसने पत्नी व ससुराल वालों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं। उसके परिजनों ने कहा कि पुलिस ने पुनीत का मोबाइल फोन जब्त कर लिया और वीडियो नहीं दिया। उत्तर-पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह ने बताया कि मॉडल टाउन के कल्याण विहार में पुलिस पुनीत के घर पहुंची, तो वह बिस्तर पर मृत मिले। गले पर दुपट्टे के दबाव का निशान था। प्रारंभिक जांच में पत्नी से रकम के लेनदेन का विवाद सामने आया है। पुनीत के पिता ने बताया कि नौ साल पहले उन्होंने लड़की के परिवार को 1.65 करोड़ रुपये ब्याज पर दिए थे।
तलाक का चल रहा था मामला
पुनीत व मनिका की 2016 में शादी हुई थी, पर कुछ समय बाद ही विवाद शुरू हो गया। उनके बीच तलाक का मामला चल रहा था। खुदकुशी से पहले फोन पर बातचीत में मनिका कह रही है कि फिर तुम धमकी दोगे, आत्महत्या कर लूंगा। जिस घर में पुनीत ने खुदकुशी की है, वह मनिका के नाम है।
बात तू-तड़ाक से शुरू हुई, गाली गलौज तक पहुंची… फिर खत्म हुआ सब कुछ
पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने वाले पुनीत खुराना के मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। दांपत्य जीवन कितना खराब चल रहा था, इसका अंदाजा दोनों के बीच हुई अंतिम बातचीत से लगाया जा सकता है। पुलिस का कहना है कि पत्नी ने पहले आप बोल कर बातचीत की शुुरुआत की। इसके बाद तू-तड़ाक और फिर गालियों में बात होने लगी।
दोनों के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत की ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें दोनों एक दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं। वहीं, पुनित के परिवार वालों का आरोप है कि मनिका और उनके घर वालों ने पुनीत को इतना परेशान किया कि उसने खुदकुशी कर ली।
पुलिस के अनुसार, माॅडल टाउन के कल्याण विहार निवासी पुनीत ने मंगलवार देर रात जान दी थी। परिवार का आरोप है कि पुनीत पत्नी से परेशान थे। दोनों के बीच कुछ भी ठीक नहीं था। कॉल रिकॉर्डिंग ने उनके रिश्ते की पोल खोलकर रख दी है। पुनीत और मणिका के बीच हुई आखिरी बातचीत पुनीत के इंस्टाग्राम अकाउंट हैक से शुरू हुई। मणिका कहती है कि उसने कोई अकाउंट हैक नहीं किया। तुमने मेरे व परिवार के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया। फिर वही धमकी दी कि सुसाइड कर लूंगा और घर छोड़कर चला जाऊंगा, बिजनेस वापस ले लूंगा।
इस पर पुनीत ने पूछा कि तुमको क्या चाहिए। मणिका कहती है कि कल सुबह सामने आओ तब बताती हूं। इसके बाद पुनीत मिलने से मना कर देते हैं। इस पर मणिका कहती है कि फिर पूछा क्यों। सामने आने की हिम्मत नहीं है तो रात के तीन बजे बकवास क्यों कर रहे हो। फिर दोनों में पासवर्ड को लेकर बहस हुई। इसके बाद मणिका ने पुनीत पर दूसरी महिला से संबंध होने का आरोप लगाया, जिसे पुनीत ने साफ इनकार कर दिया। इस बीच दोनों में बहस बढ़ गई। मणिका कहती है कि बिजनेस में अब भी पार्टनर हूं। मेरा सारा बकाया चुकाना होगा। इसके बाद वह तू-तड़ाक पर उतर आती है।
मणिका ने रखी थीं पांच मांगें
परिजनों का आरोप है कि पुनीत की पत्नी ने उसके सामने 70 हजार रुपये हर माह देने, वकील की फीस का भुगतान करने सहित पांच मांगें रखी थीं। आरोप है कि वह उसे और उसके परिजनों को जेल भिजवाने की धमकी देती थी। पुनीत की बहन रीना का आरोप है कि शादी के एक साल बाद से ही भाभी झगड़ा करने लगी थी। हालात इतने खराब हो गए थे कि भाई अलग से किराये पर मकान लेकर रहने लगे थे। कभी कभार ही घर पर किसी तरह से मिलने आते थे।
पुनीत के घरवालों ने मांगा इंसाफ
पुनीत की मां ने अपने बेटे के लिए इंसाफ की मांग की है। बेटे की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। उन्होंने कहा कि जब पुनीत ने दरवाजा नहीं खोला तो उसके पिता को फोन कर बुलाया गया। उन्होंने आकर दरवाजा तोड़ा तो पुनीत पंखे से लटका हुआ था।
पुनीत दो साल तक माता-पिता से अलग पत्नी के साथ रहे
पुनीत के पिता ने बताया कि शादी के बाद पुनीत और मनिका के बीच शुरुआत में तो सब ठीक चल रहा था लेकिन उसके बाद झगड़े शुरू हो गए। पुनीत दो साल तक अपने माता-पिता से अलग पत्नी के साथ रहे, लेकिन इसके बाद जब दोनों के बीच नहीं बनी तो वह अपने घर आ गए और मनिका अपने माता-पिता के घर चली गई। इसके बाद दोनों ने कोर्ट में कैसे भी दाखिल कर दिया।
पुनीत के पिता ने ब्याज पर दिए थे 1.65 करोड़
पुनीत के पिता का कहना है कि 9 साल पहले उन्होंने लड़की के परिवार को 1.65 करोड़ रुपये ब्याज पर दिए थे। साथ ही रोहिणी का अपना डीडीए का घर बेच दिया था। दोनों की प्लानिंग थी कि मनिका के पिता प्रोपर्टी बनाएंगे, जिसमें पुनीत के पिता पैसा निवेश करेंगे।
दोनों शादी से पहले से ही एक-दूसरे को जानते थे
पुनीत व मनिका शादी से पहले से एक-दूसरे को जानते थे। शादी दोनों की सहमति से हुई थी। शादी के डेढ़ साल बाद दोनों में मनमुटाव होने लगा। मनिका फिलहाल अपने मायके में रह रही थी। दोनों के कोई बच्चा नहीं है।
‘मेरे घर बनवा देना राम मंदिर…’, असद के पिता का वो पत्र, जो पांच कत्ल से पहले लिखा गया
लखनऊ में चार बहनों और मां का कत्ल करने वाले असद के पिता का वो शिकायती पत्र भी सामने आया है, जिसमें उसने अपनी पीड़ा बयां की है। साथ ही लिखा है कि यदि मुझे और मेरे परिवार को कुछ हो जाए, तो मेरे घर में राम मंदिर बनवा देना।
राजधानी लखनऊ में चार बहनों और मां का कत्ल करने वाले असद ने 18 दिसंबर को एक शिकायती पत्र लिखा, जिसमें उसने अपनी पीड़ा बताते हुए पीएम मोदी, सीएम योगी के अलावा जिले के तमाम अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। इस शिकायती पत्र में उसने अपील की थी कि क्षेत्र के ही कुछ लोगों द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।
पड़ोस की दुकान, जिससे पूर्व में हुआ झगड़ा
असद के पिता ने इस शिकायती पत्र में लिखा है कि 18 दिसंबर को उनके घर पर पथराव किया गया। मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी गई। उसने डायल 112 पर फोन कर पुलिस भी बुलाई, लेकिन पुलिसकर्मियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस बात से वो बुरी तरह आहत हो चुके थे। इसी वजह से हिंदू धर्म अपनाने और अपने मकान में मंदिर बनवाने की घोषणा कर दी। साथ ही परिवार के लोगों की सुरक्षा के लिए गुहार भी लगाई थी।
आरोपी युवक का परिवार
असद के पिता बदर की ओर से ये शिकायती पत्र पीएम मोदी, सीएम योगी के अलावा अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष, नई दिल्ली के अलवा आगरा के जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त, पुलिस उपआयुक्त, थाना छत्ता सर्किल के सहायक पुलिस आयुक्त और थाना ट्रांस यमुना के थाना प्रभारी का नाम है।
आगरा में आरोपी के घर पहुंची पुलिस
इस पत्र में लिखा है कि वो मकान संख्या-183 इस्लाम नगर, टेढ़ी बगिया का रहने वाला है। उसके पड़ोसी और उनके रिश्तेदार अपराधी किस्म के लोग हैं। वो अपने घर में छोटी सी परचून की दुकान चलाता है। आरोपियों ने 16 दिसंबर की शाम पांच बजे ऑटो से उसकी दुकान में टक्कर मरवाई, जिससे उसकी छोटी बेटी आलिया के हाथ में चोट लग गई। पीड़ित ने थाने में शिकायत की, तो थाना पुलिस ने राजीनामा कराकर मामला रफादफा कर दिया।
असद के घर के बाहर जमा लोगों की भीड़
इसके बाद 18 दिसंबर को सुबह आठ बजे आरोपियों ने उसके घर पर पथराव कर दिया। बेटियों से अभद्रता की गई। विरोध करने पर मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। उसने दो बार डायल 112 पर फोन किया। दोनों बार पुलिसकर्मी आए, लेकिन आरोपियों पर कार्रवाई करने की जगह उल्टा उसे ही डांट फटकार कर चले गए।
असद के घर के बाहर जमा लोगों की भीड़
पत्र में लिखा है कि वो आरोपियों से इस कदर दहशत में हैं कि हिंदू धर्म अपनाना चाहते हैं। इसके साथ ही आरोपी जिस मकान पर कब्जा करना चाहते हैं, वहां उनकी अपील है कि राम मंदिर बनवाया जाए। आरोपियों के डर की वजह से पीड़ित बच्चों को लेकर सर्दी में भी घर छोड़कर सड़क पर भटकने के लिए मजबूर है। यदि मुझे और मेरे परिवार को कुछ हो जाता है, तो मेरी पूरी जायदाद हिंदू मंदिर ट्रस्ट के नाम कर दी जाए।
Add comment