इंदौर/महू। डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू में आज सुबह से ही जयंती पर्व को लेकर अनुयायियों में उत्साह नजर आ रहा है मगर दूसरी ओर प्रशासन की उम्मीद अनुसार इस बार एक लाख अनुयायी महू में जुटना थे, जो पिछले कुछ सालों की तरह इस बार भी दिखाई नहीं दिए। लगभग 20-25 हजार अनुयायियों के बीच ही इस बार भी महू का अंबेडकर जयंती महोत्सव सिमट कर रह गया। जिसकी मुख्य वजह महाराष्ट्र से महू की सीधे ट्रेन ना चलना बताया जाता है। उल्लेखनीय है कि जब पहले महू से अकोला की सीधी ट्रेन चला करती थी, तब बेहिसाब संख्या में अनुयाई तीन दिन पहले से ही महू पहुंच जाया करते थे, मगर अब पहले जैसा नजारा जन्मस्थली पर नजर नहीं आता है।

कल शाम तक लगभग महाराष्ट्र से 18 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। रात तीन बजे तक इनके लिए जहां प्रशासन ने भोजन और पानी की व्यवस्था की, वहीं आज सुबह सात बजे से ही सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं के भोजन के टोकन बांटे गए है। 6 लाख से अधिक पानी की बोतलों के साथ साथ पानी के टैंकरों की व्यवस्था जगह-जगह पर की गई है। लगातार 24 घंटे भंडारा संचालित किया जा रहा है। श्रद्धालुओं को धर्मशालाओं, केन्ट बोर्ड हायर सेकेण्डरी स्कूल एवं केन्ट बोर्ड कन्या स्कूल में व्यवस्था कर रूवाया गया है। इसके अलावा तीन विशाल डोम भी ठहरने के लिए बनाए गये हैं। कार्यक्रम की आप व्यवस्था हेतु पूरे क्षेत्र को सात सेक्टर में विभाजित किया गया है। यह सेक्टर महेश्वरी स्कूल महू, डॉ.अम्बेडकर जन्म स्थली, केन्ट प्रायमरी स्कूल, स्वर्ग मंदिर परिसर, रेल्वे स्टेशन से सात रास्ता, केन्ट बोर्ड कन्या विद्यालय तथा उत्कृष्ट विद्यालय महू में बनाये गये हैं। उक्त सात सेक्टरो में दल का गठन कर सभी विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी है जो आने वाले श्रद्धालुओं की मदद कर रहे है। उक्त सात सेक्टरों पर मराठी भाषी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, जिससे कि आने वाले श्रद्वालुओं को असुविधा न हो।
सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किया माल्यार्पण, आम रास्ते से ही होकर पहुंचे स्मारक

आज सुबह सबसे पहले 8.30 बजे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अंबेडकर जन्मस्थली पहुंचकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद जैसे ही दिग्विजय सिंह स्मारक में आधा घंटा रुकने के बाद 9 बजे जन्मस्थली से रवाना हुए तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी स्मारक पर पहुंचे और यहां उन्होंने दिग्विजय सिंह से मुलाकात करने के बाद बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और स्मारक परिसर में लगे भित्ति चित्रों को भी निहारा। इस दौरान उनके साथ प्रदेश कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष योगेश यादव एवं कांग्रेस जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव भी उपस्थित रहे।
विजयवर्गीय के साथ कविता पाटीदार एवं अन्य भाजपा नेताओं ने भी किया माल्यार्पण
सुबह से ही भाजपा नेताओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया। सुबह साढ़े 9 बजे कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ने पहुंचकर माल्यार्पण किया। इसके बाद बड़ी संख्या में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। दोपहर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, राज्यपाल थावरचंद गहलोत, सांसद रामदास अठावले सहित अन्य वीआईपी भी माल्यार्पण करने आने वाले हैं।

तीन कंट्रोल रूम और स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात
आम्बेडकरनगर महू में तीन दिन से लगातार श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। सुरक्षा और स्वास्थ्य के हिसाब से तीन स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। ये कंट्रोल रूम तहसील परिसर महू, जन्मस्थली स्मारक के साथ स्वर्ण मंदिर पर कंट्रोल रूम बनाए गए है। यहां आकस्मिक चिकित्सा की विशेष व्यवस्थाएं की गई है। 6 स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों का दल व पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किया गया है।

समता सैनिक दल ने निकाला पैदल मार्च, आरएसएस के स्वयंसेवक भी कदमताल करते हुए पहुंचे
महू। आज सुबह हर साल की तरह इस बार भी अंबेडकर जयंती महोत्सव में समता सैनिक दल ने महू नगर में पैदल मार्च निकाला और नगर भ्रमण करते हुए अंबेडकर जन्मस्थली पहुंचे। इसके बाद यहां आरएसएस के स्वयंसेवक भी कदमताल करते हुए यहाँ पहुंचे। उन्होंने यहां बैंड की प्रस्तुति के साथ बाबा साहब को नमन किया। वहीं महार रेजीमेंट के रिटायर्ड सैनिकों ने भी स्मारक पहुंचकर बाबा साहब को बिगुल वादन के साथ पारंपरिक सेल्यूट कर सलामी दी।

आसपास के शहरों और ग्रामीण इलाकों से भी आते हैं श्रद्धालु
बाबा साहेब आंबेडकर जयंती महोत्सव की तैयारियां विगत कई दिनों से जोर-शोर से की जाती है, क्योंकि महू ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों से भी भारी तादाद में अनुयायी आते हैं, इन्हें लाने के लिए कांग्रेस और भाजपा सहित अन्य दल भी काफी जोर लगाते हैं, वहीं प्रशासन भी इनके लिए वाहनों की व्यवस्था कराता है, इसके बावजूद एक लाख अनुयायियों का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है।
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