इंदौर के होलकर स्टेडियम में 14 जनवरी को भारत-अफगानिस्तान के बीच दूसरा टी-20 मैच होगा। एमपीसीए ने इस मैच के सभी टिकट ऑनलाइन बेचे। मंगलवार को खिड़की से विकलांगों के लिए टिकट बेचे गए। मैच के सारे टिकट बिकने के बाद अब इनकी कालाबाजारी भी शुरू हो गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर सक्रिय दलाल इन टिकटों को धड़ल्ले से तीन-चार गुना अधिक दामों में बेच रहे हैं। हालात यह है कि एमपीसीए ने जो टिकट 743 रुपए में बेचे, दलाल अब वही टिकट 2000 रुपए में बेच रहे हैं। पीपुल्स समाचार रिपोर्टर ने ग्राहक बनकर इन दलालों से बात की, तो कई खुलासे हुए। इस चर्चा के संपादित अंश…।
दलाल-1 नाम : बबलू धाकड़ (कॉलेज छात्र)
- रिपोर्टर: टिकट मिलेंगे क्या?
- दलाल: कितने टिकट चाहिए।
- रिपोर्टर: 6 टिकट चाहिए।
- दलाल: मिल जाएंगे, पर तीन-तीन के ग्रुप में अलग-अलग बैठना पड़ेगा।
- रिपोर्टर: ठीक है बैठ जाएंगे, पर कितने में दोगे टिकट?
- दलाल: 2000-2500-2700- 3000 रुपए में।
- रिपोर्टर: ये 2000 रुपए वाला टिकट किस स्टैंड का है और टिकट पर सही कीमत क्या है
- दलाल: फोटो भेज कर बोला, ये हैं। (टिकट पर कीमत 743 रुपए थी), 6 टिकट 12 हजार रुपए में मिलेंगे।
- रिपोर्टर: ये तो 743 रुपए का हैं। तुम दो हजार में दे रहे हो, बहुत महंगा है।
- दलाल: इतने में ही मिलेंगे, कम नहीं हो पाएगा।
- रिपोर्टर: ये फर्जी टिकट तो नहीं हैं। दलाल: बिल्कुल नहीं हैं। मैं गारंटी देता हूं।
- दलाल-2 नाम : राणा मौलिक
- रिपोर्टर: मैच के टिकट मिलेंगे क्या?
- दलाल: हां मिल जाएंगे। लोअर गैलरी का 2000 रुपए में और फर्स्ट फ्लोर का 2500 रुपए में मिलेगा।
- रिपोर्टर: टिकट का फोटो भेजो और उस पर सही कीमत क्या है?
- दलाल: ने टिकट की फोटो भेजी। कीमत थी 743 रु. वेस्ट गैलरी।
- रिपोर्टर: 743 रुपए वाला 2000 रुपए में दे रहे हो। बहुत महंगा है, कुछ कम कर लो।
- दलाल: कम नहीं कर पाऊंगा। मेरे पास 2000 वाले और भी ग्राहक हैं
- रिपोर्टर: अच्छा…ठीक है। अपना नंबर भेजो और टिकट कहां लाकर दोगे?
- दलाल: नंबर भेजा, बोला कॉल करो।
- रिपोर्टर: कहां लाकर दोगे टिकट
- दलाल: आपको भंवरकुआ आना पड़ेगा…पेमेंट कैश लूंगा।
- रिपोर्टर: टिकट फर्जी तो नहीं हैं। दलाल: नहीं हैं।
- दलाल-3 नाम : राहुल करमाकर
- रिपोर्टर: मैच के टिकट मिलेंगे क्या?
- दलाल: हां मिल जाएंगे, चार टिकट 10 हजार में, ईस्ट गैलरी फर्स्ट फ्लोर, प्रीमियम के ठीक पीछे वाला।
- रिपोर्टर: टिकट का फोटो भेजो और उसकी सही कीमत क्या है?
- दलाल: ने फोटो भेजे। टिकट पर कीमत थी 1053 रु. ईस्ट गैलरी
- रिपोर्टर: ये 1053 रुपए वाला टिकट 2500 रुपए में दे रहे हो। बहुत महंगा है। अपना नंबर भेजो।
- दलाल: नहीं भैया… कम नहीं कर पाऊंगा। कीमत यही रहेगी। आज ही मिल जाएंगे टिकट।
- रिपोर्टर: टिकट फर्जी तो नहीं हैं?
- दलाल: पहले टिकट देख लेना, फिर लेना। मैं भी मैच देखने आऊंगा।
- रिपोर्टर: देवास नाका पर दे देना?
- दलाल: भंवरकुआ या खंडवा नाका तरफ आपका कोई दोस्त हो तो उसे बोल दो, वो ले लेगा। टिकट खंडवा नाका में हैं।
- जिम्मेदारों को खबर नहीं
ब्लैक में टिकट बेचने वालों को रोकने का काम पुलिस वालों का है, हम इसमें क्या कर सकते हैं? सभी टिकट ऑनलाइन बिकते हैं। ग्राउंड में एंट्री के समय आधार कार्ड नहीं देखा जाता, क्योंकि टिकट बुकिंग दौरान ही सभी जानकारी ले ली जाती हैं। टिकट कुरियर से आता है। मैंने भी देखा है कि फेसबुक पर टिकट बिक रहे हैं, लेकिन हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। – अभिलाष खांडेकर, अध्यक्ष, एमपीसीए
मुझे तो जानकारी लगी थी कि इस बार मैच में ज्यादा टिकट नहीं बिक रहे हैं। ब्लैक में टिकट की कालाबाजारी हो रही है, ये आपने मुझे बताया। अभी, मेरे संज्ञान में ये नहीं था। आप मुझे स्क्रीन शॉट भेजिए। मैं चेक करवाता हूं। हम बिल्कुल कार्रवाई करेंगे। – मकरंद देउस्कर, पुलिस कमिश्नर, इंदौर
पुलिस ने कहा- इतना बड़ा मैच नहीं कि टिकट ब्लैक हों
भारत और अफगानिस्तान मैच के टिकटों की कालाबाजारी करने वालों की संख्या खबर छपने के 24 घंटे पूरा होने के पहले ही बढ़ गई। साथ ही टिकटों के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। इस बार टिकटों का दाम मंगलवार की अपेक्षा करीब 500 से 800 रुपए अधिक था। दलाल जो टिकट मंगलवार को 2000 रुपए में दे रहे थे बुधवार को उसकी कीमत 2800 तक पहुंच गई।
इंदौर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर से बातचीत
- रिपोर्टर: कोई कार्रवाई की क्या?
- पुलिस कमिश्नर: मैंने क्राइम ब्रांच को कहा है कि पता लगाए कहां से हो रही है कालाबाजारी।
- रिपोर्टर: आज कोई गिरफ्तारी या कार्रवाई की संभावना है?
- पुलिस कमिश्नर: जानकारी अनुसार ये इतना हाई मैच है नहीं जो टिकट ब्लैक हों। मैं वेरीफाई कर रहा हूं कहीं ये लोगों को बेवकूफ तो नहीं बना रहे हैं।
एमपीसीए के सीएओ रोहित पंडित से बातचीत के अंश
- रिपोर्टर: कालाबाजारी रोकने एमपीसीए क्या कदम उठा रही है?
- सीएओ: हमारे पास अभी ऐसी कोई जानकारी नहीं है आप मुझे नंबर दीजिए मैं पुलिस के अधिकारी से बातचीत करता हूं।
- रिपोर्टर: अगर बेचे गए टिकट में लेने वाला का फोटो भी लग जाए तो कालाबाजारी रुक सकती है।
- सीएओ: कालाबाजारी करने वालों की संख्या बहुत कम है। यह संख्या 90 फीसदी तक होती है तो हम बोर्ड में बात करके सुधार कर सकते हैं।
- रिपोर्टर: इसे कैसे रोकेंगे?
- सीएओ: बाजार में टिकटों की कालाबाजारी रोक पाना हमारे बस की बात तो नहीं है। पुलिस और क्राइम ब्रांच ही इसे रोकने के लिए कार्रवाई कर सकती है। हमारे पास एक-एक टिकट की जानकारी और नंबर हैं कि किसने कितने टिकट लिए हैं। आप हमे नंबर दीजिए, मैं पुलिस को जानकारी देकर इस पर कार्रवाई करवाता हूं।