उत्तराखंड के हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वक्ता मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा और हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेता और RTI एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने 20 दिसंबर को खत्म हुई इस तीन दिवसीय धर्म संसद के आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने वेद निकेतन धाम में 17-20 दिसंबर को हुए कार्यक्रम के खिलाफ हरिद्वार के ज्वालापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। 24 घंटे में आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज न करने पर ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के पास एक वाद दायर किया जाएगा।
आरोप है कि इवेंट खत्म हुए 4 दिन बीतने के बाद भी हेट स्पीच देने वाले किसी वक्ता या आयोजक पर अब तक एक्शन नहीं लिया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले में अब तक FIR या शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकि इसके कई वीडियो सामने आ चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरिद्वार SP स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा है कि पुलिस हालात को मॉनिटर कर रही है।
भाजपा नेता भी हुए थे शामिल
धर्म संसद का आयोजन एक धार्मिक नेता यति नरसिंहानंद ने किया था। उन पर पहले भी नफरत भरे भाषणों से हिंसा भड़काने के आरोप लग चुके हैं। साकेत गोखले की शिकायत के मुताबिक, सभा से जुड़े दूसरे लोगों में हिंदू रक्षा सेना के प्रबोधानंद गिरी, BJP महिला विंग से जुड़ी उदिता त्यागी और भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय हैं, जो हेट स्पीच के मामले में जमानत पर हैं।
दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि यह तीन दिवसीय कार्यक्रम था। मैं वहां एक दिन के लिए था। इस दौरान मैं लगभग 30 मिनट तक मंच पर रहा और संविधान के बारे में बात की। मेरे पहले और बाद में दूसरों ने जो कहा, मैं उसके लिए जिम्मेदार नहीं हूं।
मंच से कही गईं भड़काऊ बातें
प्रबोधानंद गिरि को एक वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है कि हिंदुओं को हथियार उठाना चाहिए। NDTV से बात करते हुए वे बोले कि मैंने जो कहा है, उससे मैं शर्मिंदा नहीं हूं। मैं पुलिस से नहीं डरता। मैं अपने बयान पर कायम हूं। वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई भाजपा नेताओं के साथ फोटो खिंचवाते रहे हैं। एक फोटो में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी उनके पैर छूते नजर आ रहे हैं।
प्रबोधानंद गिरि के पैर छूते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी।
क्या-क्या है वीडियो में?
एक और वीडियो में पूजा शकुन पांडे उर्फ साध्वी अन्नपूर्णा को मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा की अपील करते हुए दिखाया गया है। दूसरे वीडियो में एक वक्ता मंच से कह रहे हैं कि साध्वी जी ने बहुत अच्छी बात कही कि मुसलमानों को मारने के लिए तलवारों की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि तलवार से वे आपसे मरेंगे भी नहीं। आपको टेक्नीक में उनसे बहुत आगे जाना होगा, वे बहुत अच्छे हथियार लेकर बैठे हैं। हथियार उठाए बिना धरती की कोई कौम न तो बच सकती है और न ही कभी बचेगी। इस पर लोग तालियां बजाने लगते हैं।
‘तलवार केवल मंचों पर दिखाने के काम आएगी’
इसके बाद वक्ता कहते हैं कि 40 करोड़ की इकोनॉमी हैं वो। तुम 100 करोड़ हो, लेकिन तुम्हारे यहां बच्चे नहीं हैं। आर्थिक ताकत अब उनके पास चली गई। जो बात मैं 9 साल की उम्र में सुन रहा था, आज बूढ़ा हो गया, तब भी आर्थिक बहिष्कार की बात चल रही थी, आज भी वही चल रही है। तुम अपडेट कब होओगे। और तलवारों की बात भूल जाओ। तलवार केवल मंचों पर दिखाने के काम आने वाली है।
लड़ाई में जीतता वो है, जिसके हथियार शत्रु से ज्यादा ताकतवर होते हैं। झूठी बातों में फंस मत जाना। ज्यादा से ज्यादा बच्चे और अच्छे से अच्छे हथियार, यही तुम्हें बचाने वाले हैं। हम केवल साथ खड़े हैं। और वो भी कितने दिन, कोई नहीं जानता। हर आदमी को अपनी लड़ाई खुद लड़नी है। हर आदमी को अपना घर खुद बचाना है। वक्ता को यति नरसिंहानंद बताया जा रहा है।
नरसिंहानंद बोले- हमें भी अपनी बात कहने का हक
यति नरसिंहानंद ने भाषणों का बचाव करते हुए कहा कि हमने धर्म संसद का आयोजन किया और वक्ताओं के विचार निजी हैं। वे अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र हैं। मैं उनसे कितना सहमत या असहमत हूं, यह महत्वपूर्ण नहीं है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सभी के लिए है। उन्होंने बताया कि धर्म संसद का विषय था- इस्लामी जिहाद और हमारी जिम्मेदारियां। इसमें 50 महामंडलेश्वरों सहित लगभग 150 लोगों ने हिस्सा लिया।