BJP के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बुधवार को भोपाल प्रवास पर हैं। राजधानी में उनकी सक्रियता से पार्टी में हलचल तेज हो गई है। इसकी वजह बंगाल चुनाव के बाद विजयवर्गीय को अस्थाई तौर पर कोई नई जिम्मेदारी नहीं मिलना है। वे उन मंत्रियों और एक पूर्व मंत्री से अलग-अलग मुलाकात करेंगे, जिन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खेमे का नहीं माना जाता है, हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज से भी दोपहर डेढ़ बजे मुलाकात की है।
उन्होंने सबसे पहले सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की। यहां मीडिया के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। ग्वालियर-चंबल में बाढ़ आने पर वे रात भर सोए नहीं थे। वे संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने बाढ़ का सामना बड़े ही साहसिक तरीके से किया। इससे पहले बुधवार सुबह भोपाल आने के बाद उन्होंने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मेरे उनसे (राज्यपाल) पुराने संबंध हैं। मैं जब गुजरात का प्रभारी था, तब उनसे मुलाकात होती थी। बता दें कि विजयवर्गीय आज विधानसभा परिसर में विधायकों को डिनर भी दे रहे हैं, जिसे भुट्टा पार्टी नाम दिया गया है।
जिस दिन कंप्लीट न्यूज होगी, पूरा पेज भर देंगे
विजयवर्गीय से जब यह पूछा गया कि जब आप प्रदेश के दोरे पर आते हैं तो सियासी हलचल तेज हो जाती है, लेकिन आप बात को सिर्फ दो लाइन में खत्म कर देते हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जिस दिन कंप्लीट न्यूज होगी तो पूरा पेज (अखबार) भर देंगे। उनके इस बयान को BJP में कुछ बदलाव की तरफ इशारा माना जा रहा है।
संघ के प्रांत संघ चालक से मुलाकात
राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से मुलाकात के बाद विजयवर्गीय कृषि मंत्री कमल पटेल, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और पूर्व मंत्री गौरीशंकर शेजवार से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे संघ के प्रांत संघ चालक अशोक पांडे से मुलाकात करने संघ कार्यालय समिधा जाएंगे।
इस बार भुट्टा पार्टी विधानसभा में
विजयवर्गीय ने इस बार भुट्टा पार्टी विधानसभा परिसर में बुधवार को आयोजित की है, हालांकि विधानसभा का मानसून सत्र कांग्रेस के हंगामे के कारण तय समय से दो दिन पहले खत्म हो गया। ऐसे में कई विधायक अपने-अपने क्षेत्र में चले गए हैं।
दो महीने बाद भोपाल आए विजयवर्गीय
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दो महीने 10 दिन बाद भोपाल आए हैं। इससे पहले वे 31 मई को भोपाल आए थे। उस समय उन्होंने राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ बंद कमरे में बैठक की थी। बात दें कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में दोनों ही नेता प्रचार में लगे थे। महासचिव विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के पार्टी के प्रभारी हैं तो मिश्रा ने कई क्षेत्रों में पार्टी का प्रचार किया था।