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700 हेक्टेयर जमीनों पर पर्यटन विभाग लाएगा होटलों के प्रोजेक्ट,नर्मदा में क्रूज के लिए बुलवाए टेंडर

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इंदौर में भी 5 एकड़ जमीन है विभाग के पास, तो उज्जैन, मांडू, ओंकारेश्वर सहित सभी धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर बढ़ाएंगे सुविधाएं, 120 किलोमीटर नर्मदा से गुजरात के केवडिय़ा तक के क्रूज के लिए बुलवाए टेंडर

इंदौर। फरवरी माह में भोपालमें होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी में इंदौर का एमपीआईडीसी भी जोर-शोर से जुटा है, क्योंकि सबसे अधिक प्रोजेक्ट इंदौर-पीथमपुर और आसपास की जमीनों पर ही आएंगे। इसी के साथ पर्यटन विभाग भी लैंड बैंक बढ़ाने में जुटा है, तो वहीं लगभग 1800 एकड़ जमीनों पर होटलों, रिसोर्ट सहित उससे जुड़े प्रोजेक्ट लाए जा रहे हैं। वहीं 120 किलोमीटर क्रूज के संचालन के टेंडर भी बुलाए गए हैं। यह क्रूज नर्मदा नदी में ओंकारेश्वर से लेकर यूनिटी ऑफ स्टेच्यू गुजरात के केवडिय़ा तक चलाया जाना है। इससे वॉटर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। इसी तरह शरसी आईलैंड सहित अन्य 14 बोट क्लब भी पर्यटन विभाग ने तैयार किए हैं, जहां पर बोटिंग, जेट स्कीइंग सहित अन्य गतिविधियां होंगी।

उज्जैन में जहां मेडिकल डिवाइस पार्क और धार में पीएम मित्र टेक्सटाइल अपेरल पार्क विकसित किया जा रहा है, तो उसके साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में भी वहां से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नए औद्योगिक पार्क विकसित किए जाएंगे। इंदौर, पीथमपुर में ही मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क भी विकसित किया जा रहा है, तो इकोनॉमिक कॉरिडोर के साथ एमपीआईडीसी सेक्टर-7 को भी विकसित कर रहा है। फरवरी में भोपाल में जो समिट होने जा रही है उसमें सबसे अधिक इंदौर और उसके आसपास से जुड़े प्रोजेक्टों को ही हाईलाइट किया जाएगा, जिसकी तैयारी मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग निगम ने भी शुरू कर दी है।

दरअसल, अभी उज्जैन में महाकाल लोक बनने के बाद देश-दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं और बीते साल ही 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जिसके चलते इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर में भी धार्मिक पर्यटन कई गुना बढ़ गया है। इसके साथ ही सिंहस्थ-2028 की तैयारी भी उज्जैन में मुख्यमंत्री ने जोर-सोर से शुरू करवा दी है। पर्यटन विभाग मेहमाननवाजी से जुड़े तमाम प्रोजेक्ट अमल में ला रहा है, जिसमें होटल, रिसोर्ट, मनोरंजन पार्क से लेकर अन्य गतिविधियां रहेंगी, जिसके लिए 700 हेक्टेयर यानी लगभग 1800 एकड़ जमीनों पर ये प्रोजेक्ट लाए जाएंगे, जिसमें इंदौर, उज्जैन, मांडव, ओंकारेश्वर, देवास, ओरछा, खंडवा, बुरहानपुर, भोपाल, जबलपुर, छतरपुर, रायसेन सहित अन्य धार्मिक और पर्यटन से जुड़े क्षेत्र शामिल हैं। इंदौर में भी पर्यटन विभाग के पास 5 एकड़ जमीन कृषि कॉलेज के पास मौजूद है, जहां पर पहले होटल का प्रोजेक्ट था। अब इस जमीन को बेचने या नए सिरे से प्रोजेक्ट बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। वहीं मध्यप्रदेश और गुजरात के बीच इंटर इस्टेट क्रूज सेवा भी शुरू की जाएगी, जिसके लिए टेंडर आमंत्रित भी किए गए हैं।

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