इंदौर से देवास के बीच हो रहे रेलवे दोहरीकरण का काम पूरा होने के बाद गुरुवार को रेल विभाग ने ट्रायल रन लिया, लेकिन उस दौरान हादसा हो गया। ट्रायल ट्रेन की चपेट में कोचिंग से घर लौट रही दो बच्चियां टकरा गई। दोनों की मौत हो गई। उनकी सहेली इस हादसे में बच गई।बबली और राधिका ट्रेन को देख नहीं पाई और उसकी चपेट में आ गई,जबकि साधना टक्कर होने से पहले रेलवे ट्रेक से एक तरफ हट गई। बच्चियों को ट्रेक पर ट्रायल रन की जानकारी नहीं थी। इस कारण यह हादसा हो गया।
सैटेलाइट जंक्शन टाउनशिप के समीप जिस ट्रेक पर यह घटना हुई, वहां पहली बार ट्रेन ट्रेक का ट्रायल लेने निकली थी। इस दौरान बबली, राधिका और साधना कोचिंग क्लासेस से अपने घर लौट रही थी।
दस दिन से ट्रेक पर रेलगाडि़यों की आवाजाही बंद थी। यह सोचकर तीनों सहेलियां ट्रेक पर चल रही थी। साधना आगे चल रही थी, जबकि बबली व राधिका उसके पीछे चल रही थी। शाम करीब साढ़े छह बजे एक ट्रायल ट्रेन ट्रेक पर दौड़ी।
बबली और राधिका ट्रेन को देख नहीं पाई और उसकी चपेट में आ गई,जबकि साधना टक्कर होने से पहले रेलवे ट्रेक से एक तरफ हट गई। बच्चियों को ट्रेक पर ट्रायल रन की जानकारी नहीं थी। इस कारण यह हादसा हो गया। इंजन की टक्कर से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
क्षेत्रीय विधायक व मंत्री तुलसी सिलावट ने इस घटना पर शोक जताया है और घटना की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को दी। मंत्री ने रतलाम मंडल के डीआरएम को जांच के आदेश दिए है। बरलाई-लक्ष्मीबाई रेलखंड के बीच दोहरीकरण का काम बीते दस दिनों से जारी था। गुरुवार को अफसरों ने दौरा किया और ट्रेक के ट्रायल रन के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उसकी जानकारी लोगों को नहीं दी गई और यह हादसा हो गया।