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कारों की बिक्री में उज्जैन मेला इंदौर पर भारी पड़ा

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उज्जैन मेला इंदौर पर भारी पड़ा…कारों के साथ दो पहिया की बिक्री में भी आई भारी कमी

इंदौर।
इंदौर में मार्च माह में कारों की बिक्री में भारी गिरावट आई है। पिछले दो सालों में कारों की बिक्री में करीब 90 प्रतिशत (90 percent) की कमी दर्ज की गई है। इसका सबसे बड़ा कारण उज्जैन वाहन मेले को बताया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक पहले जहां मार्च में 5 से 6 हजार कारें बिकती थीं, वहीं इस बार यह संख्या 500 से 600 के बीच रही है। इसके साथ ही दोपहिया की बिक्री में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है।

ल्लेखनीय है कि पिछले साल से ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर की तरह उज्जैन में भी वाहन मेले की शुरुआत की है। मार्च माह में लगने वाले इस मेले में वाहनों को टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट दी जाती है। यानी अगर आप 50 लाख की एक कार खरीदते हैं और उस पर 8 प्रतिशत टैक्स लगता है, जो 4 लाख होता है तो इस मेले में यह घटकर 2 लाख ही रह जाता है। इसका सबसे ज्यादा फायदा कार मालिकों को मिलता है। इसे देखते हुए फरवरी से ही वाहन मालिकों ने इंदौर में वाहनों की खरीदी रोक दी थी और उज्जैन मेले के लिए बुकिंग शुरू कर दी थी। 5 मार्च से शुरू हुए मेले में जाकर इंदौर के लोगों ने जमकर वाहनों की खरीदी की। यहां एक करोड़ से ज्यादा कीमत की 10 कारें बिक चुकी हैं। मेले की अवधि को भी 9 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है।

5 हजार से 500 पर इंदौर
आरटीओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि पहले इंदौर में मार्च माह में हर बार औसत 5 से 6 हजार कारें बिकती थीं। पिछले साल यह आंकड़ा घटकर करीब 1700 पर आ गया था, वहीं इस साल यह 500 से 600 के बीच रह गया है। इसी तरह दोपहिया की भी बात करें तो पहले बिक्री का आंकड़ा 12 हजार से ज्यादा होता था। पिछले साल यह घटकर 9 हजार और इस साल 5 हजार पर पहुंच गया है। इस साल सभी तरह के वाहन मिलाकर मार्च में सिर्फ 9500 वाहन बिके हैं। यह कोरोना काल के बाद मार्च में वाहनों की सबसे कम बिक्री बताई जा रही है।

डीलर्स और वाहन मालिकों की चांदी
विशेषज्ञों के मुताबिक मेले के कारण परिवहन विभाग और सरकार को नुकसान हो रहा है, क्योंकि मेला न होता तो सरकार को दोगुना कर मिलता। आज जहां मेले में उज्जैन में करीब 125 करोड़ से ज्यादा टैक्स जमा हुआ है, वह छूट न होने पर 250 करोड़ होता। हालांकि वाहन डीलर्स और आम लोगों को मेले से फायदा हुआ है। इंदौर के भी सभी डीलर्स ने मेले में अपने स्टॉल्स लगाए हैं और इंदौर के शोरुम पर आने वाले लोगों को भी टैक्स में फायदा लेने के लिए डिलीवरी उज्जैन से लेने की सलाह दे रहे हैं।

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