नई दिल्ली। तमिलनाडु के मयिलादुथुराई जिले में तीन साल की बच्ची के साथ हुई यौन हिंसा और हत्या के प्रयास के मामले पर कलेक्टर के विवादित बयान से आक्रोश फैल गया है। जिले के सीरकाजी में एक बच्ची के साथ हुई सेक्शुअल हेरेसमेंट की घटना को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि हो सकता है कि पीड़ित बच्ची के व्यवहार ने हमलावर को ऐसा करने के लिए उकसाया हो। उन्होंने कहा कि मुझे जो रिपोर्ट मिली है उसके मुताबिक घटना वाले दिन बच्ची ने लड़के के चेहरे पर थूक दिया था। हो सकता है कि यह घटना आगे वाली घटना का कारण बनी हो। कलेक्टर के इस बयान के बाद लोगों के बीच में आक्रोश भड़क गया। इसे देखते हुए कलेक्टर का ट्रांसफर कर दिया गया है।
कलेक्टर महाभारती यौन हिंसा के अपराधी के प्रति अपनी सहानुभूति दिखाते हुए कहा कि ऐसे मामलों में हमें दोनों पक्षों को देखना चाहिए। बच्चों की उम्र ऐसी होती है कि हम उन्हें समझा ही सकते हैं। लेकिन माता-पिता को इस बात का ख्याल रखना होगा, उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। हमें इन विषयों पर संवेदनशीलता बढ़ानी होगी। लोगों को जागरुक करना होगा। कलेक्टर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर आक्रोश भड़क गया। लोगों ने कलेक्टर को पीड़िता को दोष देने और असंवेदनशीलता दिखाने का आरोप लगाया।