देवास
शहर के 45 वार्डाें की सभी काॅलाेनियाें में नर्मदा-शिप्रा जलावर्धन याेजना के तहत घर-घर पानी पहुंचाने के लिए शहर के अलग-अलग क्षेत्र में 7 बड़ी टंकियाें का निर्माण पूर्ण हाेने के बाद अब पानी डालकर टेस्टिंग भी चालू कर दी है।
7 में से 4 टंकियाें में पानी
भरकर जल वितरण भी शुरू कर दिया है। आने वाले दिनाें में सभी टंकियाें काे भरकर घर-घर तक प्रेशर के साथ पानी पहुंचाया जाएगा। शहर में कुछ काॅलाेनियां ऐसी हैं, जहां पर अभी तक नगर निगम पानी नहीं पहुंचा सकी है। इन टंकियाें के चालू हाेने के बाद प्रेशर के साथ तीन मंजिल तक पानी पहुंच सकेगा।
माता टेकरी के पीछे पुलिस लाइन के पास वाली बस्ती में रहने वाले लाेग सालाें से जलसंकट का दंश झेल रहे हैं। गर्मी, ठंड व बारिश हर माैसम में नगर निगम के द्वारा बड़ा टैंकर प्रतिदिन बस्ती वालाें के लिए पहुंचाया जा रहा है। पहले-पहले पानी भरने की बात काे लेकर कई बार बागरी माेहल्ले में लाेग आपस में भी झगड़ लिए हैं। अब इस माेहल्ले की समस्या भी आने वाले दिनाें में दूर हाेने वाली है। टेकरी के पीछे बड़ी टंकी बनकर तैयार हाे चुकी है।
इस टंकी से अब पाइप लाइन का कनेक्शन किया जा रहा है, जाे गजरा गियर्स चाैराहे पर मुख्य लाइन से जाेड़ दिया जाएगा। एक सप्ताह में काम पूर्ण हाेने के बाद सालाें से जलसंकट का सामना कर रहे लाेगाें के घराें के नलाें में पानी अाने लगेगा। इस बस्ती के जलसंकट की समस्या काे लेकर राजनीति हाेती आई, लेकिन उसका निराकरण इस बार हाेगा।
22, 15 व 10 एमएलडी पंप से 24 घंटे हाे रही पानी की सप्लाई
शिप्रा डेम से शहर में बनी पानी की टंकियाें में प्रतिदिन 22, 15 और 10 एमएलडी पंप से 24 घंटे पानी की सप्लाई दी जा रही है। टंकियाें के भराने के बाद काॅलाेनियाें में एक दिन छाेड़कर पानी दिया जा रहा है। एक दिन छाेड़ 50 मिनट से अधिक समय तक पानी देने से लाेगाें की पूर्ति हाे रही है। जिन क्षेत्राें में कम प्रेशर के साथ पानी आ रहा, वहां पर आने वाले दिनाें में पर्याप्त पानी आने लगेगा।
इन स्थानाें पर टंकियां बनकर है तैयार
शहर के नागदा, जैतपुरा, माता टेकरी के पीछे शक्तिनगर, राजाराम नगर, आनंदऋषि नगर, न्यू देवास व मक्सी राेड पर जमना नगर के पास टंकियां बनकर तैयार हाेकर 4 से जल वितरण भी शुरू हाे चुका है।
सभी क्षेत्राें में मिलेगा पानी
7 टंकियाें से एक सप्ताह में जल वितरण शुरू हाे जाएगा। फिलहाल टंकियाें से पानी छाेड़ हाइड्राेलिक टेस्ट किया जा रहा है, जिससे पाइप लाइन में लीकेज और वाल्व पर पड़ने वाले दबाव का आंकलन किया जा सके। हर क्षेत्र में नर्मदा का पानी पहुंचने लगेगा।
विशालसिंह चाैहान, आयुक्त निगम