कोमल कुमारी, व्यूटीशियन
ओट्स और दूध दोनों ही फिटनेस फ्रीक्स के फेवरिट सुपरफूड्स हैं। बहुत से लोग दिन की शुरूआत एक गिलास दूध पीकर करते है। दूध शरीर को भरपूर पोषण प्रदान करता है। मगर दूध में ओट्स को जोड़कर एक कंप्लीट मील तैयार की जा सकती है। दरअसल डाइटरी फाइबर से भरपूर इस खाद्य पदार्थ को आमतौर पर ब्रेकफास्ट के लिए हेल्दी विकल्प के रूप में चुना जाता है।
अगर आप दिन की शुरूआत हेल्दी मील से करना चाहते हैं, तो दूध में ओट्स को मिलाकर खाना शरीर को कई प्रकार से फायदा पहुंचाता है।
*डबल हो जाते हैं पोषक तत्व :*
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार ओट्स से शरीर को कार्ब्स और फाइबर की प्राप्ति होती है। मसल्स की मज़ूबती के लिए ओट्स में हाई प्रोटीन और अमीनो एसिड भी पाए जाते हैं।
इसके अलावा ओट्स से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफेनॉल मिलते हैं। एवेनथ्रामाइड्स एंटीऑक्सीडेंट की प्राप्ति से शरीर में बढ़ने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद मिलती है।
दूध से शरीर को विटामिन डी, कैल्शियम, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स की प्राप्ति होती है। दूध में ओॅटस को मिलाकर खाने से पाचनतंत्र को मज़बूती मिलती है और एपिटाइट भी बूस्ट होता है। इसमें मौजूद बीटा ग्लूटन की मात्रा शरीर में वसा के स्तर को नियंत्रित बनाए रखने में मदद करता है।
*ओट्स और दूध की दैनिक मात्रा :*
एक दिन में 1 गिलास लो फैट मिल्स में 30 ग्राम ओट्स मिलाकर खाने से शरीर को फायदा मिलता है। दिनभर में इसकी एक ही सर्विंग लें। इससे शरीर में दिनभर एनर्जी का स्तर बना रहता है और फूड क्रेविंग की समस्या हल होने लगती है।
शरीर में वसा, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए लो फैट मिल्क इस्तेमाल करें। इसके पोषण को बढ़ाने के लिए इसमें सेब, बैरीज़ और केले जैसे फलों को काटकर
मिला सकते हैं। आहार में प्रोसेस्ड ओट्स को शामिल करने से बचें।
ये हैं ओट्स में दूध मिलाकर खाने के फायदे :
*1. वेटलॉस :*
ओट्स के सेवन से शरीर को हाई फाइबर और प्रोटीन की प्राप्ति होती है। इसे दूध में रात भर भिगोकर रखने के बाद अगले दिन खाने से बार-बार भूख लगने की समस्या हल होने लगती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार ओट्स में कम फैटस और लो शुगर के चलते शरीर में कैलोरी स्टोरज का खतरा कम होने लगता है। वज़न कम करने के लिए ओट्स और दूध के मिश्रण में शहद और चीनी के इस्तेमाल से बचें। ओट्स में पाया जाने वाला बीटा ग्लूटन के चलते पेट देर तक भरा हुआ महसूस होता है।
*2. पाचनतंत्र :*
डाइजेशन को बूस्ट करने के लिए दूध में ओट्स मिलाकर खाने से शरीर को बीटा ग्लूटन यानि सॉल्यूबल फाइबर की प्राप्ति होती है। इससे गट में गुड बैक्टीरिया का स्तर बढ़ने लगता है और कब्ज व ब्लोटिंग का खतरा कम हो जाता है। दूध का सेवन करने से भी शरीर को हेल्दी बैक्टीरिया की प्राप्ति होती है और पाचनसंबधी समस्याओं का जोखिम कम हो जाता है।
*3. कोलेस्ट्रॉल :*
विटामिन और मिनरल्स से भरपूर ओट्स को दूध में मिलाकर खाने से शरीर को अनहेल्दी फैट्स से बचाने में मदद मिलती है। इसके नियमित सेवन से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है और आर्टरीज़ में बढ़ने वाली सूजन से भी बचा जा सकता है। इसके अलावा टिशू डैमेज और हार्ट अटैक के खतरे से भी बचा जा सकता है। ओट्स के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी कम होने लगता है।
*4. शरीर में एनर्जी :*
जहां एक तरफ ओट्स से डाइटरी फाइबर और कार्ब्स मिलते हैं, तो वहीं दूध से मिलने वाला कैल्शियम और प्रोटीन हड्डियों और मांसपेशियों की मज़बूती को बढ़ा देता है। ब्रेकफास्ट में दूध में ओट्स को मिलाकर खाने से शरीर दिनभर एक्टिव और एनर्जी से भरपूर रहता है। इसके पोषण स्तर को बए़ाने के लिए फलों के अलावा नठ्स और सीड्स भी एड कर सकते हैं ।
*5. डायबिटीज़ :*
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए ओट्स का सेवन कारगर साबित होता है। इसका लो ग्लाइसेमिक इंडैक्स ग्लोकोज़ के एब्जॉर्बशन को स्लो करके ब्लड शुगर लेवल में आने वाले स्पाइक से बचाने में मदद करता है। ओट्स में लो फैट मिल्क मिलाकर खाने से इंसुलिन सेंसिटीविटी का खतरा कम होने लगता है, जिससे मोटापे की समस्रू से भी बचा जा सकता है।
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