- मंजुल भारद्वाज
जब भारत की बेटियां न्याय मांगेंगी
अपने सम्मान के लिए
सड़क पर उतरेंगी
तिरंगा लिए
तब आत्महीन
जिस्मखोर भेड़िए
मोदी की पुलिस के
जूतों तले रौंद दी जाएंगी !
कितना दर्दनाक है यह
कितना खतरनाक है यह
मोदी की तो ना बहन है कोई
ना बेटी है
पर पुलिस वालों की तो हैं
भारत का नाम रोशन करने वाली
बेटियों को रौंद कर
अपनी घर की बहन बेटियों को
क्या मुंह दिखाओगे
ओ पुलिस वालों ?
कहां है मां को पूजने वाले भारतीय
कहां है बहनों के रक्षक भारतीय
कहां है बेटियों के पांव धोकर पूजने वाले भारतीय
ज़मीर जिंदा हो तो
जिस्मखोर मोदी की सरकार की
ईंट से ईंट बजा दो
न्याय, हक और सम्मान का राज
बहाल करो !