डॉ. प्रिया
हमारे आसपास का हर दूसरा व्यक्ति थकान और ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान है। जबकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इन सभी समस्याओं का कारण और समाधान हमारे आसपास ही है। बस जरूरत हैं, अपने बारे में ठीक से जागरुक होकर उन्हें देखने-समझने की।
थकान, ऊब, तनाव, एंग्जाइटी और ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव की समस्याओं का ऐसा ही एक सरल समाधान हमारी रसोई में मौजूद है। और वह है नमक। जी हां, नमक आपकी थकान उतारने के साथ ही आपको तनावमुक्त भी कर सकता है। जानना चाहेंगे कैसे? तो इस लेख को अंत तक पढ़िए ।
*थकान और तनाव जिंदगी का हिस्सा :*
हमारे डॉ. मानवश्री की होने से पहले मैं काफी समय से थकान और ऊब का सामना कर रही थी। अब तो मुझे मेरे लिए कुछ भी करने की जरूरत नहीं पड़ती. सबकुछ उनकी ऊर्जा कर देती है. इसके पहले मेरी पीड़ा को मेरे पूरे चेहरे पर देखा जा सकता था। एक बार वीकेंड पर जब मां से मिलना हुआ तो उन्होंने यह तनाव और थकान मेरे चेहरे पर पढ़ ली। मानो उनकी आंखें वे मॉनीटरिंग डिवाइस हैं जो हमारी सेहत में हो रहे बदलावों को किसी भी उपकरण से पहले पकड़ लेती हैं। मगर समस्या को पहचान लेना ही काफी नहीं है। जरूरत है उसके समाधान की। मानवश्री की मित्र मेरी मम्मी के पास कई समस्याओं की तरह इस समस्या का भी समाधान था।
*थकान और तनाव की होमरेमेडी :*
मम्मी का कहना था कि मौजूदा समय में सभी किसी न किसी तनाव और काम की थकान से घिरे रहते हैं। घर और काम की जिम्मेदारियों के बीच कदमताल करते ऐसा होना बहुत सामान्य है। मगर समस्या के साथ जीने की बजाए हमें उसके समाधान को खोजने पर ध्यान देना चाहिए। मगर इसके लिए किसी एंटी स्ट्रेस या एंटी एंग्जाइटी दवा लेने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हमारी रसोई में ही इसका उपचार भी मौजूद है।
*नमक है डेली लाइफस्टाइल की कई समस्याओं का समाधान :*
जी हां! पहले पहल सुनकर मुझे भी हैरानी हुई, जब मम्मी ने तनाव और थकान के लिए नमक के इस्तेमाल की सलाह दी। लाइफस्टाइल, जिम्मेदारियाें और बैलेंस बनाने के अपने गुर साझा करते हुए उन्होंने मुझे रात को सोने से पहले नमक के पानी से पैर धोने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि मैं अपने बाथरूम में पहाड़ी या गुलाबी नमक की एक डली रखूं। जिसे हर दिन पानी में मिक्स करके उससे पैरा धोया करूं।
मम्मी की सलाह सुनने में जितनी आसान लग रही थी, उसकी प्रभावशीलता पर मुझे उतना ही संदेह था। इसलिए मैंने इस बारे में कुछ शाेध करने का मन बनाया। सबसे पहले मैंने नमक के पानी से पैर धोने के बारे में रिसर्च पेपर तलाशने शुरु किए।
*नमक के पानी से पैर धोने के फायदे :*
मैंने इस बारे में सर्च भी किया. मुझे इंटरनेट पर काफी सामग्री मिली। मगर ज्यादातर बिना किसी रिसर्च आधारित थी। ज्यादातर वेबसाइट इसके फायदे तो बता रहीं थीं, मगर इनके लिए किसी भी वैज्ञानिक रिसर्च का संदर्भ नहीं दिया गया था।
ढूंढते हुए मैं साइंस डायरेक्ट मैगजीन तक पहुंची। जहां कई विषयों पर गहन रिसर्च मौजूद थे। यहां साधारण नमक या पहाड़ी नमक के बारे में तो कुछ नहीं मिला, मगर डेड सी जिसे सबसे गहरी खारे पानी की झील कहा जाता है, के पानी के कुछ लाभ दिखाई दिए।
इसके बाद नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर देखी. यहाँ कई ऐसे शोध मौजूद थे जो नमक के पानी के फायदे बता रहे थे।
ये हैं नमक के पानी में पैर डुबाेने और नहाने के फायदे :
*1. त्वचा की सूजन निवारण :*
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन पर प्रकाशित शोध के अनुसार नमक के पानी सिर्फ 20 मिनट पैर और शरीर के अन्य अंगों को भिगोकर रखने से त्वचा की सूजन और रूखापन कम होता है। वास्तव में खारा पानी या नमक का पानी स्किन बैरियर को मजबूत बनाता है। जिससे वह हाइड्रेट होती है। हाइड्रेटेड स्किन में रूखेपन और सूजन का खतरा कम हो जाता है।
*2. मांसपेशियों का दर्द संहारक :*
अगर आपने अभी हाल ही में जिम जाना शुरू किया है या लंबी यात्रा से आए हैं, तो मांसपेशियों में थकान और दर्द जरूर होगा। नमक का पानी इस समस्या से भी छुटकारा दिला सकता है। मात्र 12 मिनट पैरों को नमक के पानी में डुबोकर रखने से मांसपेशियों की थकान, दर्द और ऐंठन से छुटकारा पाया जा सकता है।
*3. तनाव निवारक :*
अगर आप दिन भर के काम और जिम्मेदारियों में खुद को थका हुआ महसूस कर रही हैं, तो आपको नमक के पानी में पैर डुबाेने से काम नहीं चलेगा, बल्कि इसके लिए आपको कम से कम एक घंटा बाथ टब में बैठना होगा। नमक के पानी में नहाने से आप रिलैक्स महसूस करेंगे और तनाव भी दूर होगा।
*4. मैग्नीशियम प्रदायक :*
आपको पढ़कर हैरानी होगी, मगर यह वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है। नमक के पानी में 12 से 20 मिनट तक पैर डुबोकर कर रखने से मैग्नीशियम बैलेंस होता है। फाइब्रोमाल्जिया के शिकार लोगों या जो मैग्नीशियम के न्यूनतम स्तर से जूझ रहे हैं, उन लोगों के लिए यह एक हानिरहित उपचार हो सकता है। मगर इसके लिए सप्लीमेंट लेना न छोड़ें। बेहतर होगा कि आप अपने डॉक्टर से इस बारे में जरूर बात करें।
*5 आर्थराइटिस में राहतदायक :*
साइंस डायरेक्ट पर प्रकाशित रिसर्च में डेड सी के खारे पानी के फायदों पर विस्तार से बात की गई है। हालांकि इसमें तनाव या थकान की बजाए ओस्टियोऑर्थराइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस पर लाभ के बारे में बात की गई है।
साइंटिफिक एविडेंस ऑफ दि थेरेपेटिक इफेक्ट्स ऑफ डेड सी ट्रीटमेंट : ए सिस्टमेटिक रिव्यू में जोड़ों के दर्द, हड्डियों संबंधी समस्याओं और आर्थराइटिस, ऑस्टियोऑर्थराइटिस जैसी समस्याओं में भी आराम दिला सकता है।
*चलते-चलते :*
उपरोक्त शोध के आधार पर नमक के पानी के जो फायदे सामने आए, उनसे मम्मी की बात सही साबित होती है। यानी अगर आप भी तनाव, थकान, त्वचा में सूजन, रूखापन या जॉइंट पेन का सामना कर रहे हैं, तो नमक के पानी से पैर धोना, पैरों को तय अवधि तक डुबोकर रखना और बाथ टब में नमक के पानी का इस्तेमाल आपको कई समस्याओं से बचा सकता है।
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