पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर पुलवामा हमले को लेकर मोदी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि इसकी जांच क्यों नहीं हुई. अगर जांच हुई तो इसे सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया.
भोपाल। आज पुलवामा हमले की बरसी मनाई गई. बड़ी संख्या में लोगों ने इस घटना में शहीद सीआरपीएफ के 40 जवानों को नमन किया. राजधानी भोपाल में भी शौर्य स्मारक पर श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया. इसमें सांसद दिग्विजय सिंह व कांग्रेस के कई सदस्य शामिल हुए. उन्होंने दिवंगत सैनिकों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए थे 40 जवान
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले में इसी दिन सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. जवानों की शहादत को आज पूरा देश याद कर रहा है. पुलवामा हमले की बरसी पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी राजधानी के शौर्य स्मारक पहुंचे. इस मौके पर दिग्विजय सिंह ने पुष्प अर्पित कर शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित की. दिग्विजय सिंह ने इस मौके पर कहा कि पुलवामा हमले में 40 परिवार अनाथ हुए. इसके लिए कौन जिम्मेदार है.
जवानों को एयरप्लेन क्यों उपलब्ध नहीं कराया
दिग्विजय सिंह ने कहा “सीआरपीएफ ने आतंकी खतरे को देखते हुए मांग की थी कि उन्हें एयरप्लेन से दिल्ली भेजा जाए. मैं खुद दो बार पुलवामा जाकर आया हूं. वहां सुरक्षा की दृष्टि से सभी प्रबंध हैं. ऐसे में बड़ा सवाल है कि इतना बड़ी मात्रा में आरडीएक्स वहां तक कैसे पहुंचा. यह समझ से परे है. इसकी जांच क्यों नहीं हुई और अगर जांच हुई तो उसको सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया. इस पर मै कुछ नहीं कहूंगा लेकिन आज के समय में सैनिकों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, जो परिवार अनाथ हुए हैं, उनका भी विशेष ध्यान सरकार को रखना चाहिए. कहीं ना कहीं चूक तो उस समय हुई थी वरना इतनी बड़ी घटना घटित नहीं होती.”