एसईसी ने अमेरिका की एक संघीय न्यायाधीश को बताया है कि कथित रिश्वतखोरी मामले में गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ शिकायत संबंधी नोटिस पहुंचाने के उसके प्रयास ‘‘जारी” हैं। इसके लिए भारतीय अधिकारियों से भी सहायता का अनुरोध किया गया है।
कांग्रेस ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अडानी समूह से जुड़े मामले में अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) की सहायता करेगी?कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, “अमेरिकी के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने अभी-अभी न्यूयॉर्क जिला न्यायालय को सूचित किया है कि उसने गौतम अडानी और उनके कुछ सहयोगियों द्वारा अमेरिकी कानूनों के उल्लंघन के मामले में शिकायतें दर्ज कराने के लिए मोदी सरकार से सहायता की मांग की है।”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री पहले ही मोदानी मामले को व्यक्तिगत विषय घोषित कर चुके हैं। क्या वह एसईसी की सहायता करेंगे?
पिछले सप्ताह वाशिंगटन में डोनाल्ड ट्रंप के साथ संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में जब मोदी से पूछा गया कि क्या अडानी से जुड़ा मुद्दा भी बातचीत में उठा, तो उन्होंने कहा, “भारत एक लोकतंत्र है और हमारी संस्कृति ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की है। हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हैं। मेरा मानना है कि हर भारतीय मेरा है।”
उन्होंने कहा, “दो देशों के दो प्रमुख नेता कभी भी ऐसे व्यक्तिगत मुद्दों पर चर्चा नहीं करते हैं।”