डॉ. ज्योति
_भारतीय दर्शन में नारी पूजनीय है। माताओं तथा कुमारी बालिकाओं का अत्यंत ऊंचा और पवित्र स्थान है।_
कर्मकांडिय दर्शन मोक्ष पाने के लिये मंत्र, यंत्र और योग की क्रियाओं पर जोर देता है.
_शक्ति की पूजा योनिपूजा के रूप में भी की जाती है। मंदिरों के शिवलिंग शिवा की योनि में ही स्थापित हैं._
*लेकिन-*
_जब तक प्रैक्टिकल लाइफ में नारी को गुलाम बनाना, केवल भोग का सामान समझना, समग्र तृप्ति से महरूम रखना, शोषण- बलात्कार- सामूहिक ब्लात्कार- हत्या करना बंद नही होता तब तक नवरात्रि में कन्यापूजन केवल पाखण्ड है।_
(अगर आप की आजादी का चीरहरण, आपका शोषण हो रहा है. आप जिसे नहीं चाहें, उसकी शिकार होने को मज़बूर हैं, तो हमसे मिलें.)