मॉस्को: रूस में वैगनर ग्रुप ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ तख्तापलट का ऐलान किया है। बड़ी संख्या में वैगनर ग्रुप के लड़ाके मॉस्को की ओर बढ़ रहे हैं। उन्हें रोकने के लिए रास्ते में रूसी सेना ने भी भारी मोर्चाबंदी कर दी है। रूसी शहर रोस्तोव में रूसी सेना और वैगनर ग्रुप के बीच भीषण लड़ाई की भी खबर है। वैगनर ग्रुप को कभी पुतिन की प्राइवेट आर्मी कहा जाता था। इस ग्रुप के लड़ाको ने यूक्रेन में रूसी सेना के साथ मिलकर युद्ध भी लड़ा है। लेकिन, इस दौरान वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन कई बार रूसी सेना की आलोचना भी कर चुके हैं। यह पहला मौका है, जब प्रिगोझिन ने सीधे तौर पर पुतिन का नाम लेते हुए उन्हें रूस की सत्ता से उखाड़ फेंकने की धमकी दी है। वैगनर ग्रुप के लड़ाकों के मॉस्को की ओर कूच करने के बाद क्रेमलिन और रूसी संसद ड्यूमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
पुतिन के खिलाफ कैसे हो गया येवगेनी प्रिगोझिन
आमतौर पर माना जाता है कि रूस में पुतिन को चुनौती देने वाला कोई नहीं है। ऐसे में येवगेनी प्रिगोझिन की धमकी को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। येवगेनी प्रिगोझिन ने बखमुत में वैगनर ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइल हमले के लिए क्रेमलिन को दोषी ठहराया है। उन्होंने इस हमले के लिए रूस को सजा देने की कसम भी खाई है। बताया जा रहा है कि इस हमलें वैगनर ग्रुप को काफी नुकसान पहुंचा है। प्रिगोझिन ने ऐलान किया है कि हम मॉस्को जा रहे हैं, जो रास्ते में आएगा, वो खुद इसके लिए जिम्मेदार होगा। उन्होंने एक वीडियो मैसेज में कहा कि जिन्होंने आज हमारे लोगों को नष्ट कर दिया, जिन्होंने दसियों, हजारों रूसी सैनिकों की जान को नष्ट कर दिया, उन्हें दंडित किया जाएगा। जो कोई भी विरोध करने की कोशिश करेगा, हम उन्हें खतरा मानेंगे और हमारे रास्ते में आने वाली सभी चौकियों सहित उन्हें तुरंत नष्ट कर देंगे।
कौन है येवगेनी प्रिगोझिन
येवगेनी प्रिगोझिन का जन्म पुतिन से करीब नौ साल बाद 1961 में लेलिनग्राद में हुआ था। इस शहर को अब सेंट पीटर्सबर्ग के नाम से जाना जाता है। जब वह छोटा था तब उसके पिता की मृत्यु हो गई थी। प्रिगोझिन ने खुद बताया है कि उसकी मां एक अस्पताल में काम करती थीं। प्रिगोझिन ने प्राथमिक शिक्षा के बाद खेल अकादमी ज्वाइन कर लिया। इस दौरान वो रोजाना घंटों क्रॉस-कंट्री स्कीइंग करता था। इसके बावजूद वो पेशेवर एथलीट के रूप में जगह नहीं बना सका। स्कूल खत्म होने के बाद येवगेनी प्रिगोझिन छोटे-मोटे अपराधियों की भीड़ में शामिल हो गया।
सोवियत संघ में लूटमार करता था येवगेनी प्रिगोझिन
1980 में एक शाम सोवियत संघ पर लियोनिद ब्रेझनेव के शासन के दौरान 18 साल के प्रिगोझिन ने आधी रात सेंट पीटर्सबर्ग कैफे से निकले और अंधेरी सड़क पर एक महिला को अकेले चलते हुए देखा। प्रिगोझिन के एक दोस्त ने सिगरेट मांगकर महिला का ध्यान भटका दिया। जैसे ही वह अपना पर्स खोलने गई, प्रिगोझिन उसके पीछे आ गया और उसकी गर्दन पकड़ ली। वह उसकी गर्दन को तब तक दबाता रहा जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गई। फिर, उसकी दोस्त ने अपने जूते उतार दिए, जबकि प्रिगोझिन ने उसकी सोने की बालियां उतार दीं और उन्हें जेब में रख लिया। महिला को सड़क पर पड़ा छोड़कर ये सभी वहां से फरार हो गए।
13 साल जेल काटी, बेचे हॉट डॉग
इसके बाद 1981 में रूस की एक अदालत ने प्रिगोझिन को ऐसी कई डकैतियों और लूट के लिए 13 साल जेल की सजा सुनाई। इसके बाद लगभग एक दशक तक प्रिगोझिन को जेल में सजा काटनी पड़ी। सोवियत संघ के विघटन के दौरान उसे 1990 में रिहा कर दिया गया। इसके बाद प्रिगोझिन सेंट पीटर्सबर्ग लौट गया। उस वक्त रूस में काफी बदलाव हो रहा था। बड़ी संपत्तियों को चालाक या हिंसक लोग जब्त कर रहे थे, क्योंकि उस वक्त रूस में कानून का शासन लगभग खत्म हो गया था। प्रिगोझिन ने हॉटडॉग बेचने से मामूली शुरुआत की। उसने जीवन में दिए मात्र एक इंटरव्यू में कहा कि हमने प्रति माह 1,000 डॉलर कमाए, जो रूबल नोटों में एक पहाड़ के बराबर था। मेरी मां शायद ही सभी नोटों को गिन पाती थी।
सुपरमार्केट में हिस्सेदारी खरीदी, रेस्टोरेंट खोला
इसके बाद प्रिगोझिन ने सुपरमार्केट की एक सीरीज में हिस्सेदारी खरीद ली। 1995 में उसने फैसला किया कि वह रेस्टोरेंट खोलेगा। इसके लिए प्रिगोझिन ने ब्रिटिश होटल चेन के मालिक टोनी गियर से मुलाकात की। प्रिगोझिन ने पहले एक वाइन शॉप, फिर सेंट पीटर्सबर्ग के वासिलिव्स्की द्वीप पर अपने नए रेस्टोरेंट ओल्ड कस्टम्स हाउस खोला। शुरुआत में ओल्ड कस्टम्स हाउस ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए स्ट्रिपर्स को नियुक्त किया। लेकिन जैसे ही उसके रेस्टोरेंट के खानों की तारीफ होने लगी, उसने स्टिपर्स को नौकरी से हटा दिया। इस रेस्टोरेंट में रूस के टॉप बिजनेसमैन, ब्यूरोक्रेट्स, सेंट पीटर्सबर्ग के मेयर अनातोली सोबचाक और उस समय उनके डिप्टी मेयर व्लादिमीर पुतिन भी आया करते थे।
रेस्टोरेंट में हुई पुतिन से मुलाकात
इस दौरान प्रिगोझिन की मुलाकात सेलिस्ट मस्टीस्लाव रोस्ट्रोपोविच के साथ हुई। रोस्ट्रोपोविच ने 2001 में अपने सेंट पीटर्सबर्ग स्थित घर पर स्पेन की रानी की मेजबानी की। इस दौरान प्रिगोझिन ने खानपान का जिम्मा संभाला। रोस्ट्रोपोविच ने 2002 में अपने 75वें जन्मदिन के दौरान लंदन में एक भव्य म्यूजिकल प्रोग्राम आयोजित किया। इसमें प्रिगोझिन और उनकी पत्नी को भी आमंत्रित किया गया था। उस समय तक पुतिन रूस के राष्ट्रपति बन चुके थे। अपने शासन के शुरुआती वर्षों के दौरान, पुतिन अक्सर अपने गृह नगर सेंट पीटर्सबर्ग में विदेशी गणमान्य व्यक्तियों से मिलना पसंद करते थे, और वह कभी-कभी उन्हें ओल्ड कस्टम्स हाउस या न्यू आइलैंड ले जाते थे। इस दौरान पुतिन और प्रिगोझिन की दोस्ती लगातार बढ़ती गई। पुतिन ने रूस में सरकारी आयोजनों के लिए जारी कॉन्ट्रैक्ट प्रिगोझिन को दे दिया। इसके बाद 2012 में उसने मॉस्को के स्कूलों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए 10.5 बिलियन रूबल का कॉन्ट्रैक्ट भी हासिल कर लिया।
क्रीमिया पर हमले के दौरान बनाई वैगनर ग्रुप
प्रिगोझिन ने वैगनर ग्रुप को तब ताकत दी, जब 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया। इस दौरान रूसी और यूक्रेनी सेना में हुए युद्ध में वैगनर ग्रुप के लड़ाके भी शामिल थे। प्रिगोझिन ने पुतिन को निजी सैन्य कंपनियां स्थापित करने की सलाह दी थी। हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि वैगनर ग्रुप को रूसी खुफिया एजेंसी जीआरयू की सैन्य खुफिया यूनिट के तौर पर शुरू किया गया। रूसी रक्षा मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि हो सकता है कि कुछ लोग इसे जीआरयू का हिस्सा मान रहे हों, लेकिन अंत में यह प्रिगोझिन का प्रोजेक्ट था। रूसी रक्षा मंत्रालय ने प्रिगोझिन को दक्षिणी रूस के मोल्किनो में जमीन उपलब्ध कराई, जहां प्रिगोझिन से जुड़ी कंपनियों ने बच्चों के शिविर की आड़ में मिलिशिया के लिए एक बेस कैंप स्थापित किया।
पैसों के पीछे पागल रहता था प्रिगोझिन
वैगनर ग्रुप की स्थापना के बाद प्रिगोझिन की ताकत की भूख बढ़ती गई। एक पूर्व अधिकारी ने काह कि वह एक खोजी कुत्ते की तरह था, जो हमेशा पैसे की तलाश में रहता था। 2014 में प्रिगोझिन के कॉनकॉड समूह और रूसी रक्षा मंत्रालय के बीच मिलिट्री के लिए भोजन उपलब्ध करवाने को लेकर बातचीत शुरू हुई। हालांकि, यह परियोजना सफल नहीं हो सकी। लेकिन, 2015 में 2015 तक उनकी कंपनियों ने सेना को खिलाने के लिए 92 बिलियन रूबल (£ 1 बिलियन) से अधिक के प्रमुख कॉन्ट्रैक्ट हासिल किए थे।
वैगनर ग्रुप ने सीरिया में मचाई तबाही
प्रिगोझिन के तेजी से बढ़ने से रूसी रक्षा मंत्रालय के कुछ अधिकारी परेशान होने लगे। जैसे-जैसे उनका अभियान आगे बढ़ता गया, तनाव बढ़ता गया। प्रिगोझिन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण 2015 के अंत में आया जब पुतिन ने बशर अल-असद के शासन को बढ़ावा देने के लिए सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप करने का फैसला किया। प्रिगोझिन ने भोजन और आपूर्ति के लिए अनुबंध जीते, और अपने वैगनर सैनिकों को भी वहां भेजा। सीरिया में, वैगनर ने सबसे पहले खुद को एक दुर्जेय लड़ाकू बल के रूप में स्थापित किया। इस समूह पर सीरिया में कई युद्ध अपराधियों को शामिल करने का भी आरोप लगा। इसके अलावा वैगनर समूह सीरिया में युद्ध अपराधों में भी शामिल था।