इंदौर
रविवार को लॉकडाउन है और इसी दिन होलिका दहन भी होना है, इसे लेकर प्रशासन ने देर रात नई गाइडलाइन जारी कर दी है। जिसके अनुसार गली-मोहल्ले में होने वाले होलिका दहन में 20-20 लोग शामिल हो सकेंगे। वहीं, सोमवार को धुलेंडी मनाई जाएगी। इस दिन लोग घरों में रहकर ही पर्व मनाएंगे। किसी को बाहर घूमने की इजाजत नहीं रहेगी।
इधर, बाजारों में भी होली की ग्राहकी फीकी नजर आ रही है। व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के कारण लोग बहुत कम संख्या में रंग-गुलाल और पिचकारी लेने पहुंचे। व्यापारियों के अनुसार हर साल की तुलना में इस बार व्यापार नाम मात्र का रहा।
ज्योतिर्विदों के अनुसार 27 की अलसुबह 3.27 बजे पूर्णिमा तिथि लगेगी, जो कि दूसरे दिन अर्थात् 28 मार्च की देर रात 12.17 बजे तक रहेगी। 27 की रात 3.27 बजे भद्रा लगेगी, जो 28 मार्च की दोपहर 1.51 बजे तक रहेगी। होलिका दहन शाम को गोधूलि वेला के समय शुरू होगा। इसका मुख्य मुहूर्त प्रदोष वेला में शाम 6.49 बजे से रात 9.13 बजे तक रहेगा, जिसमें होली का पूजन एवं दहन किया जाएगा।
चौघड़िया से शुभ मुहूर्त
- शाम 6.34 से रात 8.03 बजे तक शुभ
- रात 8.04 से 9.31 बजे तक अमृत
- रात 9.32 से 11 बजे तक चर
- अर्धरात्रि 1.57 से 3.26 बजे तक लाभ
- अर्धरात्रि 4.54 से 6.23 बजे तक शुभ (ब्रह्मवेला)
कोरोना का असर: होली की रंगत नहीं दिखी, फीके रहे बाजार
हर साल के मुकाबले इस बार रंगों का बाजार फीका नजर आया। मालवा मिल, पाटनीपुरा, रानीपुरा, संजय सेतु, अन्नपूर्णा रोड, विजय नगर चौराहा, तिलक नगर, मल्हारंगज, छावनी में अस्थायी दुकानें हर साल के मुकाबले कम ही लगीं। रानीपुरा के थोक विक्रेता देवानंद बालचंदानी ने कहा कि इस बार बोरियों से रंग-गुलाल खरीदने वाले ग्राहक नदारद हैं। लोग बच्चों के लिए थोड़ी-बहुत पिचकारी खरीद रहे हैं। लॉकडाउन होने से रंग-गुलाल की बिक्री बेरंग रही।
सरकारी होली : मंदिर प्रांगण में प्रतीकात्मक रूप से होगा दहन
खासगी देवी अहिल्याबाई होलकर चैरिटी ट्रस्ट मैनेजर राजेंद्र जोशी के मुताबिक परंपरानुसार राजबाड़ा के मुख्य द्वार पर करीब 250 साल से सरकारी होली का दहन हो रहा है। इस बार परंपरा का निर्वहन करते हुए प्रतीकात्मक रूप से मल्हारी मार्तंड मंदिर राजबाड़ा में पूजन कर होलिका दहन किया जाएगा। इसमें सार्वजनिक प्रवेश निषेध रहेगा। इतने वर्षों में यह पहला मौका है जब मंदिर प्रांगण में दहन होगा। वैसे हर साल मुख्य द्वार पर ही होलिका दहन होता था।
मुस्लिम समाज : घर में रहकर करेंगे अल्लाह की इबादत
मुस्लिम समाज का शब-ए-बरात भी रविवार को है। इस मौके पर समाजजन अपने मरहूमों की मगफिरत के लिए दुआ करने कब्रिस्तानों में जाते हैं। लाॅकडाउन के कारण सिर्फ 20 लोगों को माेहल्ले के ही किब्रस्तान जाने की अनुमति दी गई है। बाकी समाजजन घरों में रहकर ही इबादत करेंगे। इसके साथ ही दिन में रोजा रखा जाएगा। शहर काजी डाॅ. इशरत अली ने बताया कि यह गुनाहों से माफी मांगने वाली रात है।