डॉ. प्रिया
ज्यादातर महिलाओं को स्विमिंग पसंद है। बहुत ऐसी भी महिलाएँ हैं, जिन्हें स्विमिंग करना नहीं आता परंतु उन्हें भी स्विमिंग पूल में समय बिताना अच्छा लगता है।
यदि आप एक महिला स्विमर हैं, और पूल में लंबा समय बिताती हैं, तो आपने कभी न कभी स्विमिंग के बाद अपनी वेजाइना में कुछ असामान्य सा जरूर महसूस किया होगा। नॉन स्विमर महिलाएं भी पूल में वक्त बताती हैं, उन्हें भी वेजाइनल इरिटेशन का खतरा होता है।
आमतौर पर लोग स्विमिंग के दौरान बाल और त्वचा की देखभाल से जुड़ी बातें अक्सर किया करते हैं, परंतु बहुत कम महिलाएं हैं, जो वेजाइनल हेल्थ को लेकर चिंतित रहती हों।
स्विमिंग के दौरान पूल के पानी में क्लोरिन वॉटर मौजूद होने की वजह से आपके वेजाइना में इचिंग और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आपको बचाव से जुड़ी जानकारी होनी चाहिए।
जरूरी नहीं की आप स्विमर हों, यदि आपको पूल में टाइम स्पेंड करना अच्छा लगता है, तो आपको भी वेजाइनल केयर के टिप्स मालूम होने चाहिए।
ये हैं क्लोरिनेटेड पानी से योनि को होने वाले नुकसान :
*1. यीस्ट इन्फेक्शन :*
क्लोरीन योनि के पीएच संतुलन को प्रभावित करता है, और इसके परिणामस्वरूप, योनि में यीस्ट के बढ़ने का खतरा बढ़ जाती है, जिससे यीस्ट संक्रमण हो सकता है।
*2. बैक्टीरियल वेजिनोसिस :*
क्लोरीन वॉटर में लंबा समय बिताने की वजह से और वेजाइना की त्वचा को लंबे समय तक गिला छोड़ने से कई बार वेजाइना की त्वचा पर खराब बैक्टीरिया का ग्रोथ बढ़ जाता है, और बैक्टीरियल वेजिनोसिस की स्थिति उत्पन्न होती है। इस संक्रमण से योनि क्षेत्र में बहुत अधिक खुजली होती है, और बदबूदार योनि डिसचार्ज होता है। इससे बहुत असुविधा और दर्द हो सकता है। साथ ही, आपकी योनि से निकलने वाला स्राव वहां अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
*3. सूजन :*
पूल वॉटर सूजन का कारण बन सकता है, क्योंकि यह योनि के पीएच संतुलन को बिगाड़ता है। वहीं एलर्जी पैदा कर सकता है जिससे यह सूज जाती है, या खुजली होती है।
*4. वल्वाइटिस :*
पूल वॉटर में मौजूद क्लोरीन योनि के बाहरी क्षेत्र को प्रभावित करती है। अगर आपकी योनि क्लोरीन के प्रति बहुत संवेदनशील हो जाती है, तो आपको अपनी योनि की त्वचा पर जलन या खुजली महसूस हो सकती है।
*स्विमिंग के दौरान वेजाइनल केयर के टिप्स :*
योनि के स्वास्थ्य को बनाए रखना बहुत ज़रूरी है, इसलिए क्लोरीनयुक्त पानी में बहुत ज्यादा समय बिताने से बचना चाहिए। तैराकी करते समय अपनी योनि की सुरक्षा के लिए क्लीन, एयर पास होने वाले स्विमसूट पहनना ज़रूरी है।
इसके अलावा, नम स्विमवियर को लंबे समय तक पहनने से बचने का प्रयास करें, इससे संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है।
किसी भी बैक्टीरिया, साल्ट या क्लोरीन से छुटकारा पाने के लिए स्विमिंग के बाद वेजाइना को नॉरमल वॉटर से अच्छी तरह से क्लीन करें।
हर्ष साबुन से दूर रहें, क्योंकि वे वेजाइना के पीएच संतुलन को बिगाड़ सकते हैं।
स्विमिंग के बाद क्षेत्र को ड्राई रखने के लिए, कॉटन के अंडरवियर पहनें। इससे हवा पास होती रहेगी और वेजाइनल गुड बैक्टीरिया संक्रमण को बढ़ने से रोकेंगे।
बहुत सी महिलाओं को स्विमिंग के बाद वेजाइना में जलन का अनुभव होता है। गाइनेकोलॉजिस्ट के सुझाए pH बैलेस इंटिमेट वॉश जलन को कम करने में आपकी मदद करेंगे।
इसके अलावा उचित हाइड्रेशन मेंटेन करें, साथ ही हेल्दी खाद्य पदार्थों का सेवन करें, इससे वेजाइना की सेहत को बरकरार रखना आसान हो जाएगा।
स्विमिंग या पूल वॉटर एंजॉय करने से पहले टैंपोन का इस्तेमाल करें, यह आपकी वेजाइना में क्लोरिनेटेड वॉटर को अंदर आने से रोकता है।
*डॉक्टर की आवश्यकता :*
स्विमिंग के दौरान क्लोरिनेटेड पानी से बचने का प्रयास आप स्वयं कर सकती है। परंतु इसके कारण होने वाले इन्फेक्शन को खुद ट्रीट करने की कोशिश न करें, अन्यथा स्थिति और ज्यादा बिगड़ जाती है।
यदि आपको पूल वॉटर से निकलने के बाद अधिक खुजली जलन आदि का अनुभव हो रहा है और यह लंबे समय तक बना हुआ है, तो बिना इंतजार किए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
कई बार क्लोरीन वेजाइनल स्किन के साथ रिएक्ट कर जाती है, जिसकी वजह से बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। (चेतना विकास मिशन).