मेरा सुंदर गांव
ख़ुशी खाती
कक्षा-6, उम्र-11
पिंगलो, उत्तराखंड
बहुत सुंदर है मेरा गांव,
पहाड़ों की गोद में बसा है गांव,
ऊंचे नीचे पर्वत हैं यहां के,
हिमालय की सुंदर चोटियां यहां पर,
नीले आसमान की चादर ओढ़े,
कल कल करती नदियों की आवाज़ें,
सात सुरों की, सात सुरों सी आती हवाएं,
खुले गगन में उड़ते पंछी,
आजादी से पंख फैलाये पंछी,
मेरा भी मन करता है,
नीले गगन में उड़ने को,
मैं भी फैलाऊं अपने पंख उड़ने को,
और छू लूं कामयाबी की बुलंदियों को,
और कर जाऊं पार हर मुसीबत को॥
मंज़िल एक रास्ते हैं अनेक
कुमारी खुशबू
कक्षा-8 उम्र-13
पल्सो, उत्तराखंड
मंज़िल एक रास्ते हैं अनेक,
मंज़िल पाने वाले भी अनेक,
चाहे मंज़िल दूर हो, उसे पाना है,
चाहे रास्ते बंद हो जाये,
नये रास्ते ढूंढने हैं हमें,
मंज़िल हैं कोसो दूर,
जिस रास्ते पर चले,
सही रास्ते पर हम चले,
हर बार घटनाएं होती हैं,
मगर इनसे पीछा छुड़ा कर,
हम पहुंचेंगे अपनी मंज़िल तक,
चाहे वो कितनी भी दूर हो,
उसे लायेगें अपने तक,
हम चाहे थक जाएं,
मगर हार कभी नहीं मानेंगें,
वो हमारा हक है उसे पाकर रहेंगे,
अपने हौसलों को टूटने नहीं देंगे,
हासिल करके रहेंगे अपनी पहचान॥
भेदभाव मिटाना है
कनिशा खाती
कक्षा-11,उम्र-16
पिंगलों, उत्तराखंड
भेदभाव की इस दुनिया में,
सभी को यह बताना है,
लड़का हो या लड़की हो,
सबको एक समान समझना है,
लोगों की सोच को मिटा कर,
लड़कियों को आगे बढ़ाना है,
काला हो या हो गोरा,
रंग-रूप का भेद मिटाना है,
सपनों को मंज़िल तक पहुँचाना है,
एक नई पहल की नई शुरुआत कर के,
हम लड़कियों को भी आगे बढ़ते जाना है॥
आओ मिलकर पेड़ लगाएं
रिमझिम कुमारी
मुजफ्फरपुर, बिहार
आओ मिलकर पेड़ लगाएं,
सब मिलकर पेड़ लगाएं,
पौधे हैं जीवन का आधार,
इन्हीं से है जग संसार,
आओ मिलकर पेड़ लगाओ,
पौधे हैं तो वर्षा होती,
और सभी को भोजन देती,
जंगल है, जीवन का संसार देती,
स्वच्छ हवा और सुखी संसार देती,
हम सब पौधे खूब लगाएं,
आओ मिलकर भविष्य बचाएं,
आओ मिलकर पेड़ लगाएं,
हम सब मिलकर पेड़ लगाएं।।
चरखा फीचर्स
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