नयना जोशी (पुणे)
_ये मर्दों में एक बड़ा प्रॉब्लम है, उन्हें लगता है की औरतें बस उन्ही को दिखाने के लिए सब कपडे पहनती हैं मेकअप करती हैं, जबकि ऐसा नहीं होता._
मर्द जब Abs बनाते हैं, बाइसेप्स बनाते हैं, तो क्या वो ये सोचते हैं के इस से औरतें आकर्षित होंगी ? या जब आप मूंछ बढ़ाते हैं, या दाढ़ी बढ़ाते हैं तो क्या औरतों को आकर्षित करने के लिए बढ़ाते हैं ?
नहीं।
आपका फैशन करना, खुद के लिए अच्छा दिखना, फिट रहना, टाइट टी-शर्ट पहनना जिसमे डोले शोले दिखें ये औरतों को दिखाने के लिए नहीं होता।
आप किसी बिज़नेस मीटिंग में जाते हैं, जिसमे अमूमन सारे मर्द ही मिलते हैं मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में तो,
तो आप क्यों सज धज कर जाते हैं ?
क्या आपको उनके बिज़नेस डेवलपमेंट वाले या AVP या MD या CEO किसी के साथ सेक्स करना है ? नहीं करना है, आपको खुद के लिए अच्छा दिखना है, इसलिए बालों में जेल भी लगाके जाओगे, बढ़िया ब्लेजर चिपका के जाओगे, जूतों में शाइन मारके जाओगे।
वैसे ही औरतों का होता है. आप अच्छा दिखना चाहते हैं. नोटिस होना चाहते हैं. अपने बारे में अच्छा फील करना चाहते हैं. और वो दूसरे जेंडर की स्वीकृति के लिए नहीं होता है।
आपको घंटा फरक नहीं पड़ता के मेरे बाइसेप्स थोड़े और ज्यादा होते या थोड़े कम होते तो औरतों को और ज्यादा पसंद आते या नहीं आते।
ऐसे ही औरतों को नहीं पड़ता. उन्होंने बस अपनी ख़ुशी के गलतफहमी के शिकार मर्दों की ऐसी तैसी थोड़े ही कर रखी है।
[चेतना विकास मिशन]