डॉ. प्रिया
अनहेल्दी लाइफस्टाइल और फास्ट फूड की लत लोगों को अंदर से बहुत कमजोर कर देती है। इतना ही नहीं इसके कारण लोगों में वजन तेजी से बढ़ने लगा है, जो खुद के लिए कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। डेस्क काम के कारण पसीना बहाने वाले श्रम से लाभ की धारणा टूट जाना पेट की चर्बी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण बनता है।
कोई भी भौतिक सक्रियता न करने से दिनभर की कैलोरी बर्न नहीं हो पाती है। जो चर्बी के रूप में शरीर के अलग-अलग हिस्सों में जमना शुरू हो जाता है।
*क्यों बढ़ता है बॉडी में कार्बोहाइड्रेट?*
आयुर्वेद के अनुसार शरीर के मेटाबॉलिज्म के ठीक से काम न करने के कारण शरीर अधिक वसा बनाता है। जो पेट के आसपास चर्बी के रूप में जम जाता है। यह समस्या इसलिए है, क्योंकि इसके कारण व्यक्ति को डायबीटीज, हार्ट डीजीज और अन्य जैसी बीमारियां होने लगती हैं।
*गुनगुन पानी पीने पिएं :*
गुनगुना पानी का सेवन करने से शरीर के टोक्सिन बॉडी से फ्लश होने में मदद मिलती है। इससे शरीर की एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होने में मदद मिलेगी। साथ ही यह तरीका पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने और मेटाबॉलिज्म तेज करने में मदद कर सकता है। इसलिए दिन में करीब 3 से 4 बार गुनगुने पानी का सेवन जरूर करें।
*डिटॉक्स ड्रिंक करेंगी मदद :*
आयुर्वेद में डिटॉक्स ड्रिंक को बेली फैट घटाने के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना गया है। क्योंकि यह शरीर के टोक्सिन को अच्छे से क्लीन होने में मदद करता है। साथ ही लम्बे समय से जुड़ी चर्बी को पिघलानें में भी मदद कर सकता है.
डिटॉक्स ड्रिंक बनाने के लिए दो गिलास पानी में अजवायन, जीरा, सौंफ को एक चम्मच शहद और एक चम्मच आंवला के साथ मिलाकर गर्म पानी के साथ लें। इस डिटॉक्स ड्रिंक को ब्रेकफास्ट से दो घण्टे पहले लेने से आपका बेली फैट तेजी से घटने लगेगा।
*दालचीनी और दही :*
इस देसी नुस्खे के लिए दालचीनी के बीज को तवे पर भून लें। इन्हें कम से कम ब्राउन होने तक पकाएं। इसके बाद इसका पाउडर तैयार करके दही के साथ मिलाएं।
रोज एक कटोरी दही में दो चम्मच दालचीनी का पाउडर मिलाकर सेवन करें। इससे आपको बहुत जल्द फर्क दिखना शुरू होगा। साथ ही यह फुल बॉडी वेट को कम करने में मदद करेगा।
दालचीनी में अन्य आवश्यक तत्वों के साथ एंटीओक्सीडेंट की भी अच्छी मात्रा पायी जाती है। दा जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन की 2011 की रिसर्च के मुताबिक जिन मसालों में एंटीओक्सीडेंट की अधिक मात्रा पायी जाती है। उनके सेवन से शरीर में हाई फेट्स फूड का असर नही पड़ता।
*योगासन :*
बेली फैट के लिए योगासन सबसे आसान तरीका है। शारीरिक व्यायाम की कमी पेट पर चर्बी जमने का कारण होती है। अगर आप रोज 15 से 20 मिनट भी इन योगासन का अभ्यास करेंगी। तो इससे आपका बेली फैट मक्खन की तरह पिघलना शुरू हो जाएगा।
इसके लिए आप नौकासन, कुंभकासन, धनुरासन, भूजगासन, उष्ट्रासन जैसे योग का प्रयास कर सकती हैं।
*आयुर्वेदिक औषधियों की मदद*
आयुर्वेदिक औषधियों को बेली फैट के लिए सबसे अधिक लाभ माना जाता है। यह पेट की बढ़ा हुआ मेटाबॉलिज्म तेजी से करने में मदद करता है।
इसके लिए आप मांसपेशियों के सेवन के साथ त्रिफला, मेथी, गुग्गुल, तुलसी जैसी प्राकृतिक औषधियों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
*दालचीनी और शहद का कॉम्बिनेशन :*
बेली फैट पर कटर की तरह काम करता है दालचीनी और शहद का हेल्दी कॉम्बिनेशन.
पेट की चर्बी काफी जिद्दी होती है। यह जितनी जल्दी हमें अपना शिकार बनाती है, उतना ही मुश्किल है इससे छुटकारा पाना। मगर चिंता न करें, इस जिद्दी चर्बी की छुट्टी कर सकता है दालचीनी और शहद का पानी।
*यूँ वेटलॉस में मददगार है दालचीनी और शहद का पानी :* (Honey cinnamon water to reduce belly fat)
शहद और दालचीनी में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपकी समग्र सेहत के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। हालांकि, इनके सेवन का सही समय और सही तरीका मालूम होना बहुत जरुरी है।
*शहद (Honey) :*
शहद में ऐसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो वेट लॉस में मददगार होने के साथ ही आपकी समग्र सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इसके साथ ही इसमें प्राकृतिक मिठास मौजूद होती है, इसलिए चीनी के स्वस्थ विकल्प के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
शहद वजन कम करने और पेट की चर्बी घटाने के लिए एक प्रभावी सुपरफूड के रूप में जाना जाता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा शहद को लेकर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार शहद में कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं, ऐसे में यह सभी पोषक तत्व इसमें मौजूद शुगर के प्रभाव को काफी कम कर देते हैं, इसलिए इसे वेट लॉस और बेली फैट को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं एक अध्ययन में देखा गया कि फ्रुक्टोज से युक्त शहद बेली फैट बर्न करने के साथ ही स्टैमिना को बूस्ट करने में मदद करता है। ऐसे में आप एनर्जेटिक रहती हैं और आपको लंबे समय तक शरीरिक रूप से सक्रीय रहने में मदद मिलती है।
शहद पाचन क्रिया के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। ऐसे में सही समय और सही मात्रा में शहद का सेवन खाने को अच्छी तरह से पचाने में मदद करता है। यदि आपकी पाचन तंत्रिका संतुलित रहती है तो ऐसे में बेली फैट के जमा होने की संभावना भी बहुत हद तक कम हो जाती है। शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बेली फैट को बर्न करने में सहायक होते हैं। साथ ही इसका सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और बार बार भूख नहीं लगने देता। ऐसे में आपकी कैलरी इंटेक्स सिमित रहती है और एक्स्ट्रा चर्बी जमा नहीं होती।
*दालचीनी (cinnamon) :*
पोषक तत्वों से भरपूर दालचीनी लगभग सभी घरो में मौजूद होता है। यह वेट लॉस से लेकर बढ़ते ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में कारगर होता है। इसके साथ ही दालचीनी के पानी का सेवन मेटाबोलिज्म को बूस्ट करता है और पेट पर जमी एक्स्ट्रा चर्बी को कम करने में मदद करता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार यदि नियमित रूप से इसका सेवन किया जाए तो यह बेली फैट कटर की तरह काम कर सकता है। और इसी प्रकार यह आपकी वेट लॉस जर्नी का साथी बन सकता है।
पब मेड सेंट्रल की माने तो दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है। आपको बताएं की शरीर में शुगर का बढ़ता स्तर पेट पर एक्स्ट्रा चर्बी जमने का कारण हो सकता है। ऐसे में शहद प्राकृतिक रूप से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है साथ ही भूख को भी लंबे समय तक नियंत्रित रखता है। जिसकी वजह से आप आवश्यकता से ज्यादा कैलरी नहीं लेती।
*शहद और दालचीनी का पानी बनाने का तरीका :*
इसे तैयार करने के लिए आपको चाहिए: शहद, दालचीनी और नींबू
शहद और दालचीनी के पानी को नियमित रूप से आसानी से घर पर तैयार किया जा सकता है।
किसी बर्तन में एक कप पानी लें और उसे माध्यम आंच पर चढ़ा दें।
जब पानी में उबाल आ जाए, तो इसमें दालचीनी की एक छड़ी डालें। यदि छड़ी उपलब्ध नहीं है तो, वैकल्पिक रूप से आधा चम्मच दालचीनी पाउडर भी मिला सकते हैं।
अब पानी को 5 से 7 मिनट तक अच्छी तरह से उबलने दें। फिर आंच से उतार दें और कुछ देर के लिए इसे ठंडा होने के लिए रख दें।
जब यह थोड़ा ठंडा हो जाए, तो इसमें एक चम्मच शहद डालें और इसे अच्छी तरह मिला लें।
बेली फैट कम करने के लिए दालचीनी और शहद के इस पानी को और भी प्रभावशाली बनाने के लिए इसमें नींबू का रस भी निचोड़ सकते हैं।
वर्कआउट से पहले, जब कभी आपको भूख लगे, या बिस्तर पर जाने से ठीक पहले इस प्रभावी गुनगुने पानी का सेवन जरूर करें।